भूत प्रेत और अंधविश्वास का संजाल कुछ ऐसा तारी होता है कि आदमी को भय के जाल में फंस कर कुछ भी सुनाई नहीं देता, दिखाई नहीं देता.
यह भूत प्रेत का मायाजाल अशिक्षित अपढ़ और दुरस्थ ग्रामीण अंचल में हो तो यह समझा जा सकता है कि इसका मूल कारण अशिक्षा है. मगर यही भूत प्रेत का खेल अगर शहर और महानगर में होने लगे तो और ज्यादा भयावह और चिंता का सबब होना चाहिए.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्थल गुढ़ियारी में एक महिला को कथित रूप से भूत प्रेत दिखाई देते थे. एक दिन महिला की लाश ओवर ब्रिज के पास मिली. पुलिस ने जांच की तो जो सनसनीखेज तथ्य सामने आए उसके आधार पर पुलिस मान रही है कि मामला भूत प्रेत अंधविश्वास के माया जाल में फंस कर पति द्वारा पत्नी की हत्या का है.
नए वर्ष जनवरी के द्वितीय पखवाड़े में राजधानी रायपुर के मंदिर हसौद क्षेत्र में एक महिला स्मिता बोपचे (लगभग 35 वर्ष) की हत्या मामले को पुलिस ने कथित रूप से सुलझा लिया है.मगर इस संपूर्ण प्रकरण में कुछ प्रश्न ऐसे हैं जिनके जवाब मृतक महिला के परिवार के पास है और विवेचना करने वाली पुलिस के पास.
परिणाम स्वरूप यह कहा जा सकता है कि आज हमारी पुलिस हमारा समाज हमारी कानून व्यवस्था, न्याय व्यवस्था एक ऐसे अंधेरे में अपना काम कर रही है जिसमें सच्चाई संभवत छुप कर रह जाती है. लोगों को पता ही नहीं चलता. फलस्वरूप अंधविश्वास की बीमारी समाज को अनेक तरीके से एक भ्रम के मायाजाल में उलझा कर रख देती है और पता ही नहीं चलता कि सच्चाई आखिर है क्या? महिला की हत्या के इस सनसनीखेज मामले में कई ऐसे हैं जिनका जवाब पुलिस को देना चाहिए.
ये भी पढ़ें- Crime Story: रान्ग नंबर (भाग-1)
पुलिस मानती है हत्यारा पति है!
महिला की लाश मिलने के बाद पुलिस ने जांच की और माना कि महिला का हत्यारा कोई और नहीं बल्की मृतका का पति है! सायबर सेल और पुलिस की टीम ने आरोपी पति राजेंद्र बोपचे को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में खुलासा करते हुए इसकी जानकारी ग्रामीण अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और क्राइम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी ने दी.
घटना मंदिर हसौद थाना के छेरीखेड़ी ओवर ब्रिज के पास की है. यहां पर एक सुनसान प्लाट में महिला की लाश 18 जनवरी को मिली थी. महिला के शव पर जख्म के कई निशान भी पाये गये थे.साथ ही आरोपी ने महिला की पहचान छुपाने के लिए चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया था.इस घटना की सूचना के बाद मंदिर हसौद पुलिस और सायबर सेल की टीम मौके पर पहुंची हुई थी. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतिका महिला का नाम स्मिता बोपचे, पति राजेन्द्र बोपचे है, जो गुढ़ियारी की रहने वाली थी. महिला की पहचान होने के बाद संदेह के आधार पर पुलिस ने मृतिका के पति राजेन्द्र बोपचे को हिरासत में लेकर उससे कढ़ाई से पूछताछ शुरू की.पूछताछ के दौरान आरोपी ने हत्या की बात कबूल करते हुये पुलिस की टीम को बताया कि,उसकी पत्नी मानसिक रूप से बीमार थी.
आरोपी पति ने पुलिस को आगे बताया कि उसकी पत्नी को लगता था कि उस पर भूत-प्रेत और आत्माओं का साया है और इसी बात लेकर दोनों में अक्सर विवाद भी होता रहता था. घटना वाले दिन भी उसकी पत्नी ने भूत देखने की बात कह कर उसे अपने साथ मंदिर हसौद के छेरीखेड़ी स्थित खाली प्लाट में लेकर आयी. यहां पर उसकी पत्नी ने अचानक से उसके उपर पत्थरों से हमला करना शुरू कर दिया.इस बीच विवाद के दौरान राजेन्द्र ने भी अपनी पत्नी से मारपीट करते उसके सिर को पत्थरों में कुचलकर उसकी हत्या कर दी. घटना के बाद वह फरार हो गया. आरोपी राजेंद्र बोपचे कुछ माह पहले ही बालाघाट ( मध्यप्रदेश ) से रायपुर के गुढ़ियारी आया था. यहाँ पर एक किराये के मकान में अपनी पत्नी के साथ रह रहा था.
कुछ अनसुलझे सवाल?
संपूर्ण घटनाक्रम को एक बारगी करने पर यह तथ्य स्पष्ट दिखाई देता है कि पति सफेद झूठ बोल रहा है की स्मिता को भूत प्रेत दिखाई देते थे. दूसरी सबसे बड़ी बात यह कि पत्नी ने कहा- चलो, मैं तुम्हें भूत प्रेत दिखाऊं और पति पर पत्थरों की वर्षा कर दी. ऐसा था तो पति महाशय वहां से भाग क्यों नहीं गया! वह अपनी जान भागकर बचा सकता था.
सवाल यह भी है कि क्या कोई महिला इतनी ताकतवर हो सकती है कि पति पर पत्थर बरसाने लगे? और आगे पुलिस कहती है कि अपने को बचाने के लिए पति ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए. संपूर्ण बयानों में कई पेंच है जो बताते हैं कि यह पति द्वारा बताया गया कथित घटनाक्रम एक झूठ और कल्पना का पुलिंदा मात्र है. सवाल यह भी है कि अगर महिला को भूत प्रेत की व्याधि थी तो उसका इलाज क्यों नहीं कराया गया? उसका इलाज कहां कराया जा रहा था? यह भी स्पष्ट नहीं है.
ये भी पढ़ें- Crime Story: खून में डूबी दूध की धार
बालाघाट से रायपुर आ कर के रहना और पत्नी की हत्या यह सब एक अपराधिक मानसिक बनावट के संकेत देती है जो बताती है राजेंद्र ने बड़े ही चालाकी से पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. इस संदर्भ में अधिवक्ता डॉ उत्पल अग्रवाल के मुताबिक आगे चलकर न्यायालय में जब इस प्रकरण की सुनवाई होगी तो पति यह कह कर की पत्नी को भूत प्रेत का साया था, आसानी से सजा से बच जाएगा. अथवा बहुत ही कम सजा पाकर एक बार फिर समाज में अपराध के लिए तैयार और कानून व्यवस्था पर हंसता हुआ मिलेगा.