राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने जैसे ही कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता और नीतीश कुमार की सरकार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की बहन रेखा मोदी 12 सौ करोड़ रुपए के सृजन महाघोटाले की पार्टनर हैं, इस के बाद भी अब तक सुशील कुमार मोदी और उन की बहन की गिरफ्तारी नहीं की गई है, रवि जालान को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है, जबकि उस के यहां कई सुबूत मिले हैं, वैसे ही लालू प्रसाद यादव के लाड़ले ‘छोटे लालू’ यानी तेजस्वी यादव के हाथों राजनीति करने का बेहतरीन मौका हाथ लग गया.
तेजस्वी यादव ने भी सुशील कुमार मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल कर उन्हें सियासी रूप से पटकनी देने की कवायद शुरू कर दी है. यही वजह है कि लालू प्रसाद यादव के समर्थक अब तेजस्वी यादव में लालू प्रसाद यादव की छवि देखने लगे हैं और उन्हें ‘छोटे लालू’ के नाम से पुकारने लगे हैं.
वैसे, सुशील कुमार मोदी ने भी लालू प्रसाद यादव और उन के परिवार को बेनामी जायदाद के कई मामलों में फंसा कर बैकफुट पर खड़ा कर रखा है.
अब तेजस्वी यादव भी उन्हें उन के ही हथियार से शिकस्त देने की तैयारी में लग गए हैं.
तेजस्वी यादव कहते हैं कि सृजन घोटाले के तमाम सुबूत मिटाए जा रहे हैं. कंप्यूटर और लैपटौप से हार्डडिस्क गायब की जा रही है. इस घोटाले में केवल छोटी मछलियां ही पकड़ी गई हैं, बड़े घोटालेबाजों को बचाया जा रहा है.
तेजस्वी यादव सुशील कुमार मोदी के खिलाफ आंकड़े दिखाते हुए कहते हैं कि मोदी को दिल्ली में उन के भाई आरके मोदी की कंपनी में हिस्सेदारी वाले 2 फ्लैट मिले हैं. उपमुख्यमंत्री रहते हुए सुशील कुमार मोदी ने नोएडा और गाजियाबाद में 2 फ्लैट कैसे खरीदे? उस पैसे का स्रोत क्या है? सुशील कुमार मोदी हमेशा यह कहते रहे हैं कि उन के भाई की कंपनी और जायदाद से उन्हें कोई लेनादेना नहीं है. आरके मोदी और उन के बेटे खोखा कंपनी बना कर मनी लौंड्रिंग भी करते रहते हैं.
तेजस्वी यादव आगे कहते हैं कि मोदी के भाई की कंपनी का सालाना टर्नओवर 512 करोड़ रुपए है, इस के बाद भी कंपनी का टर्नओवर साल 2015-16 और 2014-15 में जीरो कैसे दिखाया गया?
तेजस्वी यादव के आरोपों से झल्लाए सुशील कुमार मोदी सफाई देते हुए कहते हैं कि उन्होंने फ्लैट खरीदने के लिए आईसीआईसीआई बैंक से 10 लाख रुपए का कर्ज लिया था और बाकी रकम का चैक से भुगतान किया गया था. इस की पूरी जानकारी चुनाव आयोग और आयकर विभाग को दाखिल किए गए रिटर्न में बताई गई है.
उस के बाद वे लालू प्रसाद यादव पर पलटवार करते हुए कहते हैं कि लालू प्रसाद यादव और उन का परिवार यह बताए कि राबड़ी देवी 18 फ्लैटों की मालकिन कैसे बन गईं? तेजस्वी यादव 26 साल की उम्र में 26 बेनामी जायदाद के मालिक कैसे बन गए?
सुशील कुमार मोदी आगे कहते हैं कि वे पिछले 25 सालों से विधायक और मंत्री रहे हैं और उन की आमदनी और खर्च के एकएक पैसे का हिसाब है. क्या लालू, राबड़ी, तेजस्वी, मीसा, तेजप्रताप और लालू यादव का पूरा परिवार अपनी जायदाद के बारे में बता सकता है?
बिहार विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव कहते हैं कि माइक्रो ब्लौगिंग साइट के जरीए सुशील कुमार मोदी और उन की बहन रेखा मोदी सृजन घोटाले में शामिल हैं. घोटाले की रकम के बंटवारे में दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. साल 2005 से साल 2013 तक वे वित्त मंत्री रहे और उन्हें घोटाले का पता नहीं चला?
सुशील कुमार मोदी सफाई देते हुए कहते हैं कि रेखा मोदी ने उन के ऊपर भी मुकदमा कर रखा है. उन की 2 दर्जन चचेरी, फुफेरी और मौसेरी बहनों में से एक वे भी हैं.
रेखा ने उन के ऊपर साल 2010 में घरेलू हिंसा का झूठा मुकदमा (केस नंबर-41/2010) पटना सिविल कोर्ट में दर्ज किया था. अदालत ने उस केस को खारिज कर दिया था. उस आदेश के खिलाफ रेखा मोदी ने अपील दायर कर रखी है.
‘छोटे मोदी’ और ‘छोटे लालू’ के बीच छिड़ी आरोपों की जंग के बीच राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उन के परिवार के खिलाफ 11 सितंबर, 2017 को आयकर विभाग ने बड़ी कार्यवाही की.
आयकर विभाग ने लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के दिल्ली में बिजवासन में बने फार्म हाउस को जब्त कर लिया है. पटना में लालू के माल की जमीन समेत दूसरी जायदाद को जब्त किया गया है. मीसा की जब्त जायदाद का बाजार भाव 165 करोड़ रुपए है.
नई दिल्ली के बिजवासन का फार्म हाउस नंबर-26 को फर्जी कंपनी मिशैल पैकर्स ऐंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के लिए ले कर मीसा और उन के पति शैलेश कुमार को फायदा पहुंचाया गया. इस की मार्केट वैल्यू 40 करोड़ रुपए है.
नई दिल्ली के न्यू फ्रैंड्स कालोनी के मकान नंबर-1088 को फर्जी कंपनी एबी ऐक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर ले कर तेजस्वी यादव, चंदा यादव और रागिनी यादव को फायदा पहुंचाया गया. इस की मार्केट वैल्यू 40 करोड़ रुपए है.
पटना के दानापुर के जलालपुर में 9 प्लाटों को फर्जी कंपनी डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर ले कर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को फायदा पहुंचाया गया. इन सभी प्लाटों की मार्केट वैल्यू 65 करोड़ रुपए है.
दानापुर के जलालपुर में ही 3 प्लाट एके इन्फोसिस्टम के नाम पर ले कर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को फायदा पहुंचाया गया. इस की मार्केट वैल्यू 20 करोड़ रुपए है.
गौरतलब है कि 5 जुलाई, 2017 को तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई की एफआईआर और 7 जुलाई, 2017 को लालू प्रसाद यादव के 20 ठिकानों पर सीबीआई और इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद से ही सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को तेज किया था. इस मामले को ले कर ही राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड) और कांग्रेस के महागठबंधन में महाघमासान मचा था.
26 जुलाई, 2017 को जब लालू प्रसाद यादव ने राजद विधायक दल की बैठक के बाद तेजस्वी यादव के इस्तीफा नहीं देने की बात दोहराई, तो नीतीश कुमार ने राज्यपाल को जा कर अपना इस्तीफा सौंप दिया था और भाजपा के साथ मिल कर अपनी सरकार बचा ली थी.
नीतीश कुमार के इसी पलटीमार रवैए की वजह से लालू प्रसाद यादव और उन का परिवार बौखलाया हुआ है. लालू प्रसाद यादव के साथ कदम से कदम मिलाते हुए तेजस्वी यादव ने भी नीतीश सरकार और सुशील कुमार मोदी के खिलाफ मोरचा खोल दिया है.