आज हम आपको कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने कुछ बेहद आपत्तिजनक सीन्स की वजह से अपने ही देशों में बैन कर दी गईं. जी हां ये हैं वे फिल्में, जो उनमें दिखाए गए रेप सीन्स की वजह से हिट तो हो गईं पर बैन कर दी गईं.
फिल्मों में फिल्माए गए इन रेप सीन्स की वजह से ये फिल्मे अपने देश में तो बैन हो गई लेकिन इसके बावजूद भी इन फिल्मों ने अच्छी खासी कमाई की और बड़ी हिट साबित हुई.
कहते हैं कि फिल्में समाज का आईना होती हैं और समाज में फैली कुरीतियों, अपराध, हिंसा या फिर कोई सामाजिक मुद्दे को समाज के सामने लाने का काम करती हैं, लेकिन कई बार इन्हीं के कारण समाज में वो संदेश भी जाता है जिनमें लोग अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं कर पाते और होता ये है कि समाज में इन्हें हिट होता देख, हुई सेंसर बोर्ड इन्हें बैन भी कर देता है.
आज हम आपको बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड सिनेमा तक कुछ ऐसी ही कॉन्ट्रोवर्सल फिल्मों के बारे में बता रहे हैं
बेंडिट क्वीन – फिल्म फूलन देवी के जीवन पर बनी थी, लेकिन ये फिल्म अपने अति भड़काऊ रेप सीन और गलियों के कारण बैन हो गयी थी. इस मूवी की लीड एक्ट्रेस सीमा बिस्वास के न्यूड सीन्स के कारण इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास करने से इंकार कर दिया था.
इंसाफ तराजू – बीआर चोपड़ा द्वारा निर्देशित यह मूवी इंडिया की पहली ऐसी थी, जिसमे 13 साल की लड़की के साथ रेप दिखाया गया था.
सलो और द 120 डेज ऑफ सोडोम – साल 1975-76 में ये फिल्म सैक्स सीन और हिंसा की अधिकता के चलते विवाद और बैन के दौर से गुजरी.
केन्नीबल होलोकास्ट – साल 1980 में इटली में आई ये फिल्म, बेहद डरावनी साबित हुई और पशु क्रूरता और हिंसात्मक सीन के चलते विवाद के कड़वे दौर से गुजरी.
फेस ऑफ डैथ – इस फिल्म में वियतनाम और एडॉल्फ हिटलर की युद्ध के समय के फुटेज में नापलम बम विस्फोट, घातक एक्सीडेंट, रियल डेथ सीन फिल्माए गए, जो विवाद का कारण बने और फिल्म पर बैन लग गया.
द लास्ट हाउस ऑन द लेफ्ट – साल 1972 मे बनी इस फिल्म में रेप, कई शारीरिक अंगों से छेड़छाड़ और हिंसा को ज्यादा दिखाए जाने के कारण बैन लगा दिया गया.
अ क्लॉक वर्क ऑरेंज – ये फिल्म अत्यधिक सैक्स सीन और अति हिंसा के चलते साउथ कोरिया, मलेशिया, सिंगापूर और स्पेन में बैन रही.
आई स्पीट ऑन योर ग्रेव – इस मूवी के दर्शाए गए बेहद लंबे रेप सीन के चलते, इस पर आयरलैंड, नॉर्वे और आइसलैंड जैसे देशों में रोक लगाई गई.