Sexual Tips: पौर्न वीडियोज देखना आज के समय में काफी आम हो चुका है. आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक के हाथों में स्मार्टफोन हैं और ऐसे में पौर्न वीडियोज देखना काफी आसान हो चुका है. खासतौर पर यंग लड़के और लड़कियां पौर्न देखने के उत्सुक रहते हैं लेकिन यह सवाल अक्सर उठता है कि क्या पौर्न देखना सही है या गलत? देखा जाए तो इसका जवाब ना तो पूरी तरह से ‘हां’ है और ना ही पूरी तरह से ‘ना’ है.
पौर्न वीडियोज देखने से लोगों को सैक्स की समझ होने लगती है और जिसने सैक्स नहीं किया है वे भी पौर्न वीडियोज देख सैक्स करना जान जाते हैं. पौर्न वीडियोज की मदद से जो व्यक्ति सिंगल है या यूं कहें कि जिसके पास सैक्स करने के लिए पार्टनर नहीं है, वे भी पौर्न देख कर मास्टरबेट कर सकता है जो कि उनकी सैटिस्फैक्शन के लिए सही है.
पौर्न वीडियोज देखना गलत नहीं है लेकिन पौर्न वीडियोज देखने की आदत या लत लगा लेना गलत है. पौर्न वीडियोज की लत लग जाना ना सिर्फ हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है बल्कि दिमाग पर भी इसका गलत असर पड़ता है. कभी कभी पौर्न देखना सही है लेकिन अगर इसे रोज देखा जाए तो इससे दिमाग में गलत भावनाएं घर करने लगती हैं, जो क्राइम के रूप में सामने आती है.
कई बार ऐसा भी देखा गया है कि पौर्न वीडियोज की आदत लग जाने पर रिश्तों में दूरी आने लगती है और इससे एडिक्टेड व्यक्ति केवल पौर्न में ही घुसा रहता है. आसान शब्दों में समझा जाए तो पौर्न देखने की आदत से रिश्ते और दिमाग में तनाव पैदा होने लगता है. यह मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डालता है.
आपको बता दें, पौर्न वीडियोज में दिखाई जाने वाली चीज़ें कई बार बहुत अलग होती हैं जो हमारे नौर्मल सैक्स के प्रोसेस से कोसों दूर होती है लेकिन फिर भी लोग इसे देख कर अपने दिमाग में गलत धारणाएं बना लेते हैं जिससे कि उन्हें आगे चलकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उदाहरण के तौर पर बताया जाए तो पौर्न वीडियो में सैक्स की ड्यूरेशन काफी ज्यादा दिखाई जाती है जिससे कि लोगों की अपेक्षाएं काफी बढ़ जाती है लेकिन असल जिंदगी में जब उन्हें वह सब नहीं मिल पाता तो उन्हें निराशा हाथ लगती है.
अगर लिमिट में पौर्न देखी जाए और सिर्फ एंजौय करने के पर्पस से देखी जाए तो इसके काफी फायदे भी हैं जैसे कि पौर्न वीडियोज देखने से स्ट्रैस कम होता है और इंसान पौर्न देख खुद को सैटिस्फाई भी कर सकता है. Sexual Tips