सवाल

मेरी उम्र 26 साल है. मैं और मेरा बौयफ्रैंड कभी-कभी सैक्स करते हैं. मैं जानना चाहती हूं कि मार्केट में आए फ्लेवर कंडोम ओरल सैक्स के लिए ठीक हैं या नहीं?

जवाब

फ्लेवर कंडोम मार्केट में आए ही उन लोगों के लिए है जिन्हें ओरल सैक्स में दिलचस्पी है. सैक्स के तरीकों में बदलाव और दिलचस्वी बढ़ने के कारण ही कंडोम में फ्लेवर को लाया गया है. फ्लेवर कंडोम की जरूरत का एक कारण ओरल सैक्स है जो काफी अच्छा लगता है.

कई बार लैटेक्स रबर की महक भी अच्छी नहीं लगती. फ्लेवर कंडोम के आते ही विभिन्न प्रकार के स्वाद भी इस में जोड़ दिए गए हैं. आप को केला पसंद हो तो बनाना फ्लेवर कंडोम, अंगूर पसंद हो तो ग्रेप फ्लेवर कंडोम बाजार में उपलब्ध हैं. यही नहीं, यदि आप को अचार पसंद है तो यह फ्लेवर भी आप को कंडोम में मिल जाएगा. विभिन्न प्रकार के फ्लेवर से हर बार आप को ओरल सैक्स में कुछ नया मिलता है.

कई लोगों के लिए यह रोमांच का नया तरीका भी होता है. फ्लेवर कंडोम की जरूरत को सम?ाते हुए ही इन में रंगों की जरूरत को भी सम?ा गया. फ्लेवर के अनुसार ही इन में रंगों का भी प्रयोग किया जाता है. यदि स्ट्राबेरी है तो लाल रंग, यदि काला खट्टा है तो बैंगनी रंग का उपयोग किया जाता है. इन रंगों को देख कर भी कई लोगों में एक्साइटमैंट बढ़ता है. फ्लेवर कंडोम दोनों पार्टनरों के बीच के रोमांच को बनाए रखते हैं. इस की खुशबू और कलर इस के नाम के अनुसार होता है. सैक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज ओरल सैक्स से बहुत जल्दी और ज्यादा फैलती हैं.

फ्लेवर कंडोम से ओरल सैक्स के खतरे को कम किया जा सकता है. टीवी में आने वाले विज्ञापन भी इस के बारे में जानकारी देते हैं. हां, इस बात को याद रखें कि बेशक ओरल सैक्स के लिए फ्लेवर कंडोम का इस्तेमाल करें लेकिन इंटरकोर्स के लिए इस का इस्तेमाल कम ही करें. यह वैजाइना के पीएच बैलेंस को बिगाड़ सकता है. इस के कारण फंगल इन्फैक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है. यदि आप को लैटेक्स से एलर्जी है तो ऐसा कंडोम न खरीदें जो लैटेक्स से बने हुए होते हैं. कंडोम का इस्तेमाल करने से पहले उस में लिखी सावधानियों के बारे में जरूर पढ़ लें.

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