मधु सिंह राजपूत का फिगर बौलीवुड की कई नामचीन हीरोइनों जैसा है. ऐसे में वे भोजपुरी फिल्मों की पसंद बनती जा रही हैं. उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले की रहने वाली मधु सिंह राजपूत इन दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रह रही हैं और वहीं से वे अलगअलग लोकेशनों पर जा कर अपनी फिल्मों की शूटिंग पूरी करती हैं.
हाल ही में बस्ती जिले में हुए ‘सरस सलिल भोजपुरी सिने अवार्ड’ में उन से लंबी बातचीत हुई. पेश हैं, उसी के खास अंश :
आप बहुत छोटे से शहर से ताल्लुक रखती हैं, जहां की लड़कियों का फिल्मों में काम करना बड़ा मुश्किल माना जाता है, फिर आप की भोजपुरी सिनेमा में ऐंट्री कैसे हुई?
मैं पहले भोजपुरी में जरा भी दिलचस्पी नहीं रखती थी, लेकिन एक बार यूट्यूब पर गाना सर्च करते हुए रितेश पांडेय का गाना ‘जा ए चंदा…’ सुना. उस के बाद तो मैं भोजपुरी और रितेश पांडेय की फैन हो गई. मेरी उन के साथ फोटो खिंचाने की बड़ी इच्छा थी. ऐसे में मैं उन से मिलने बनारस चली गई.
वहां मैं ने रितेश पांडेय के साथ फोटो खिंचाने की इच्छा जाहिर की. उस दौरान वे एक गाने के वीडियो शूट पर थे. उन्होंने जब मेरा फिगर देखा तो गाने में काम करने का औफर दे डाला, जिसे मैं मना नहीं कर पाई और मेरा पहला अलबम खूब हिट रहा.
इस के बाद मुझे उन्हीं के साथ पहली फिल्म ‘किस में कितना है दम’ में काम करने का मौका मिला, जिस में मेरे काम को खूब सराहा गया.
आप की कामयाब फिल्में कौन सी रही हैं?
मेरी कामयाब फिल्मों में ‘संगम रिश्तों का’, ‘निरहुआ बना बाजीगर’, ‘वांटेड’, ‘मजनुआ’, ‘शूद्र : द रक्षक’, ‘जंग’, ‘पिस्टल पांडेय’, ‘दूल्हा बिकता है’ जैसी दर्जनों फिल्में शामिल रही हैं.
आप की ऐक्टिंग नैचुरल है या कहीं से इसे सीखा है?
सब से पहले मैं अपने किरदार को खूब अच्छे से पढ़ती हूं, जब उस किरदार को निभा रही होती हूं, तो किरदार में ढल जाने की कोशिश करती हूं. यह बिलकुल नैचुरल है. मैं ने कहीं से इस के लिए ट्रेनिंग नहीं ली है.
आप भोजपुरी में किस तरह की फिल्में करना चाहती हैं?
वैसे तो मैं हर तरह की फिल्में करना चाहती हूं, लेकिन मैं चाहती हूं कि जिस कहानी में प्यार हो, रोमांस हो, सस्पैंस और थ्रिल हो और महिला प्रधान फिल्में हों, तो उन्हें जरूर करना चाहूंगी.
आज के दौर में सैलेब्रिटी के तौर पर आप के लिए सोशल मीडिया कितना अहम है?
सोशल मीडिया का प्लेटफार्म काफी अहम है. इस पर आप के फौलोअर्स यह बताते हैं कि वे आप को कितना चाहते हैं.