—संवाददाता

अकसर ब्लैकमेलिंग के पोर्न वीडियो में लड़कालड़की होते हैं, किंतु मुंबई में पहली बार गे सैक्स का रैकेट चलाने वाले एक गिरोह द्वारा समलैंगिक पोर्न वीडियो बना कर नवयुवकों से ठगी का परदाफाश हुआ..

मुंबई के मल्टीनैशनल कंपनी में काम करने वाला 23 वर्षीय वशिष्ठ प्रताप (बदला हुआ नाम) अपने एकाकीपन और अकाउंट के उबाऊ काम के बोझ को कम करने के लिए डेटिंग ऐप का सहारा लिया करता था.

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कुछ समय के लिए औनलाइन डेटिंग की दुनिया में तफरीह कर वह तरोताजा महसूस करता था. दरअसल, उसे एक गर्लफ्रैंड की तलाश थी, क्योंकि उस की कोई गर्लफ्रैंड नहीं थी. इस के चलते उस ने कई डेटिंग ऐप पर अपने अकाउंट खोल रखे थे. उन पर उस की प्रोफाइल के मुताबिक किसी वैसी लड़की से दोस्ती नहीं हो पाई थी, जिस की उस ने कल्पना कर रखी थी.

एक दिन उसे एक नए डेटिंग ऐप ‘ग्राइंडर’ पर नजर पड़ी. उस ने तुरंत उस पर रजिस्टर कर अपना सेपरेट अकाउंट बना लिया. उस ऐप की खासियत यह थी कि वहां देसी लुक वाली लड़कियों की कई प्रोफाइल थी, जैसा वह चाहता था.

उस ने फटाफट कई लड़कियों को अपने अकाउंट से जुड़ने के लिए रिक्वेस्ट भेज दी. कुछ घंटे में ही कुछ का एक्सेप्टेंस भी आ गया. उन में उस ने एक को सेलेक्ट कर ओके कर दिया. फिर उस की चैटिंग के साथ डेटिंग शुरू हो गई.

2-4 दिनों की लुभावनी और मजेदार चैटिंग के बाद एक वीडियो आ गया. वीडियो खुदबखुद चल भी पड़ा. उसे देख कर उस के होश उड़ गए. दरअसल, वह एक गे सैक्स का वीडियो था. उस के 2 मिनट में खत्म होते ही एक मैसेज आया ‘न्यू ईयर पार्टी में आप का स्वागत है.’

कुछ सेकेंड में उस के पास एक काल आई, जिस में उसे बताया कि वह अगर थोड़े समय में पैसे कमाना चाहता है तो पार्टी में शामिल हो सकता है. पार्टी वर्चुअल भी होगी, लेकिन जूम ऐप पर सेलिब्रिटीज भी शामिल होंगे.

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उन के द्वारा ईनामी सवाल पूछे जाएंगे, जो कोरोना और लाइफस्टाइल से संबंधित होंगे. सही जवाब देने पर ईनाम की राशि पार्टी खत्म होते ही मिल जाएगी.

वशिष्ठ बगैर कुछ सोचविचार किए पार्टी में शामिल होने के लिए बताए गए उस पते पर चला गया, जहां एक फिक्स टाइम पर शाम के 8 बजे पार्टी का इंतजाम किया गया था.

बेसमेंट में बने छोटे से हाल में गिनती के 4-5 लोग थे. उन की वेशभूषा अजीबोगरीब थी. शोख अदाओं वाले फैशन में सजेसंवरे सभी उसी की उम्र के थे. उन के पहनावे न तो लड़कों जैसे थे और न ही लड़कियों जैसे. खैर, वशिष्ठ ने उन पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.

कुछ मिनटों में ही वह समझ गया कि वह किसी गलत जगह आ गया है. दीवार पर टंगे टीवी के अलवा वहां स्टैंड पर कैमरे लगे थे. धीमी आवाज में म्यूजिक भी बज रहा था. 2 लड़के कैमरे के सामने टेबल पर चढ़ गए. म्यूजिक तेज हो गया.

टेबल से कुछ दूरी पर रखी कुरसियों पर बाकी लड़के बैठ गए. उन्होंने वशिष्ठ को बीच में बैठा लिया. उस के कंधे पर हाथ रख कर पकड़ बना ली. तब तक टेबल पर दोनों लड़के म्यूजिक की धुन पर डांस करने लगे थे.

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उन का डांस बेहद ही फूहड़ और अश्लील किस्म का था. वे कूल्हे मटकाने लगे थे और एकदूसरे के गले लगते हुए आपस में किस करना शुरू कर दिया था.

यह सब देख वशिष्ठ ने कुरसी से उठना चाहा, लेकिन दोनों लड़कों ने उस के कंधे को दबा कर बैठा दिया. इसी बीच डांस करते लड़कों ने अपनी शर्ट उतार कर वशिष्ठ की ओर फेंक दी, जिस से उस का चेहरा ढंक गया.

थोड़ी देर में वशिष्ठ दोनों लड़कों के बीच टेबल पर था और उस के कपड़े जबरन उतारे जाने लगे थे. उस ने चीखना चाहा. लड़कों को रोकना चाहा. लेकिन तेज म्यूजिक में उस की आवाज दब गई और अर्धनग्न लड़कों ने उस के अंगों को बेतरतीब ढंग से छूनासहलाना शुरू कर दिया था.

उस के बाद जो कुछ हुआ वह वशिष्ठ के शरीर और दिलोदिमाग दोनों पर चोट करने जैसा था. पीड़ा भी हुई. वह गे सैक्स के गिरोह का एक हिस्सा बन चुका था.

उस समय लड़कों ने उस का न केवल शारीरिक शोषण किया, बल्कि मानसिक तौर पर गे सैक्स के लिए प्रेरित भी किया. उस पर अप्राकृतिक सैक्स के लिए दबाव बनाया. इस के बदले में उस से पैसे मांगे. नहीं देने पर धमकियां दीं.

वास्तव में वशिष्ठ डेटिंग ऐप के जरिए गे सैक्स के गिरोह में फंस चुका था. उस से हर घंटे के हिसाब से एक हजार रुपए की मांग की गई थी. गिरोह की योजना के अनुसार उसे गे सैक्स के शौकीनों के पास भेजे जाने की थी. बदले में उसे भी पैसे मिलने के सब्जबाग दिखाए गए.

हालांकि उस रोज पैसा नहीं देने पर चारों युवकों ने उसे बुरी तरह पीटा. उस का फोन, पर्स और सोने की अंगूठी व सोने की चेन छीन ली. साथ ही आरोपी उसे धमका कर उस का एटीएम कार्ड ले कर उस का पिन भी ले लिया.

लड़कों ने जातेजाते उसे के साथ किए गए सैक्स की क्लिपिंग भी दिखा दी. धमकी दी कि उस के बुलावे पर नहीं आने की स्थिति में उस की क्लिपिंग को इंटरनेट पर सार्वजनिक कर दिया जाएगा.

बोरीवली का रहने वाला लुटापिटा वशिष्ठ किसी तरह से उन लड़कों के चंगुल से निकल पाया. घर पहुंच कर घर वालों को आपबीती बताई. घर वालों की पहल से वशिष्ठ के साथ हुए दुराचार की शिकायत थाना मालवानी पहुंची.

पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाई. डीसीपी विशाल ठाकुर के निर्देश पर सीनियर इंसपेक्टर शेखर भालेराव और हसन मुलानी ने अपनी जांच टीम के साथ 16 जनवरी, 2022 को तड़के मास्टरमाइंड समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने इलेक्ट्रौनिक सर्विलांस का सहारा लिया.

आरोपियों को उसी दिन शाम को बोरीवली कोर्ट में पेश किया गया. यहां से कोर्ट ने उन्हें 3 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.

उन से पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह पिछले कई महीने से औनलाइन डेटिंग गे ऐप ‘ग्राइंडर’ के जरिए यह सैक्स रैकेट चला रहा था और ब्लैकमेलिंग भी करता था. पुलिस जांच में सामने आया है कि इन के क्लाइंट्स में कई हाईप्रोफाइल लोग भी शामिल हैं.

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इरफान फुरकान खान (26), अहमद फारुकी शेख (24) और इमरान शफीक शेख (24) के रूप में हुई. मामले के 2 अन्य आरोपी कथा लिखे जाने तक फरार थे. पुलिस उन्हें तलाश रही थी.

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आरोपी ऐप के माध्यम से ‘गे’ लोगों से संपर्क करते थे या फिर भोलेभाले लोगों को पैसे का लालच दे कर फंसाते थे. उन से पैसे ले कर सैक्स मुहैया कराने का वादा करते थे.

मुंबई में इस तरह का पहला मामला सामने आया था, जिस में गे सैक्स रैकेट के धंधे के साथसाथ लूटमार और वीडियो बना कर लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे भी ऐंठने का काम किया जाता था.

पुलिस ने बताया कि ऐप डाउनलोड करने के बाद उस में पूरी डिटेल्स भरी जाती थी. उस के बाद एरिया के हिसाब से सभी समलैंगिक लड़के एकदूसरे के साथ जुड़ जाते थे. पहले बातचीत करते थे फिर मिल कर अनैतिक संबंध बनाते थे.

तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.

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