यह उस का प्यार था या बढ़ती उम्र की कोई अतृप्त लालसा. खुद वह हैरान था. पहले तो समाज की परवा किए बगैर सब बंधन तोड़ दिए और अब मानमर्यादा मुंहबाए सामने खड़ी थी.