दुर्घटनाग्रस्त सास का पत्र पाते ही मीना को अपने साथ किए उन के दुर्व्यवहार की याद ताजा हो आई. वह दुविधा में घिरी थी कि क्या करे और क्या न करे. एक ओर सास को सबक सिखाने की कवायद तो दूसरी ओर मानवीय रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश.