पिता का साया न रहने पर बड़े भाई रतन ने बड़े जतन से अपनी बहन मोहिनी का विवाह तय कर सब तैयारियां की थीं लेकिन ऐन वक्त पर बरातियों के साथ लड़ाईझगड़े का ऐसा माहौल बना कि सब खत्म होता नजर आने लगा.