यों सिद्धांत रूप में तो अम्मां अंतर्जातीय विवाह के विरुद्ध नहीं थीं परंतु जब अपने घर में ऐसे विवाहों की बात उठी तो पूर्वाग्रहों से ग्रस्त वह सहर्ष अपनी स्वीकृति देने में हिचकिचा रही थीं.