रोहन अपनी मां मीनाक्षी के एकाकी जीवन से चिंतित था तो अलका को अपने पापा अशोकजी का अकेलापन बर्दाश्त नहीं हो रहा था. अत: रोहन और अलका ने एक ऐसा नाटक रचा कि उन के मातापिता की सूनी बगिया में बहार आ गई.