कभीकभी जिंदगी में अचानक ऐसी मुसीबतें आ खड़ी होती हैं कि व्यक्ति बेबस हो जाता है, पर अगर आप ने कोई नेक काम किया हो, किसी की मदद की हो तो कोई न कोई मददगार जरूर उपस्थित हो जाता है. ऐसा ही कुछ पूरबी के साथ भी हुआ. पढि़ए, रेनू ‘अंशुल’ की यह कहानी.