कुछ महीनों से एक युवती की ओर मेरा अट्रैक्शन बढ़ रहा है लेकिन वह शादीशुदा है, क्या करूं?

सवाल…

मैं 25 वर्षीय युवक हूं. अच्छी जौब है. शुरू से ही मेरा ध्यान कैरियर बनाने में रहा. लड़कियों की तरफ ध्यान नहीं दिया. मगर पिछले कुछ महीनों से मैं ऐसा फील कर रहा हूं कि मेरे औफिस में काम करने वाली युवती की ओर मेरा अट्रैक्शन बढ़ रहा है. जब उस के बारे में पता किया तो पता चला कि वह शादीशुदा है. बावजूद इसके, जब भी हमारी आंखें मिलती हैं तो ऐसा लगता है वह मुझ से प्रेम करती हो. मैं उस से अपने दिल की बात करना चाहता हूं, लेकिन क्या यह सही होगा?

जवाब…

यह आप का सोचना है कि वह युवती भी आप से प्रेम करती है. ख्याली पुलाव मत पकाइए. एक ही औफिस में काम करते हुए आंखें मिलना, बातचीत होना आम बात है इसलिए जब तक वह खुद अपने मुंह से आप से प्रेम का इजहार नहीं करती आप को उस के करीब जाने या प्रेम के इजहार के बारे में नहीं सोचना चाहिए. हो सकता है उस का स्वभाव ही ऐसा हो. आप को जब पता है कि वह शादीशुदा है तो इस का मतलब उस का बसा-बसाया घरपरिवार है. और आप दाल-भात में मूसलमंद की तरह घुसना चाहते हैं. आप यंग हैं, सिंगल हैं, और भी लड़कियां मिल जाएंगी. फिलहाल तो अपने काम में ध्यान दीजिए और आगे बढि़ए.

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मुझे लगता है कि मुझमें संबंध बनाने की कूवत नहीं है क्योंकि…

मेरी पत्नि मेरे साथ नहीं रहती क्या करूं?

सवाल….

मेरी उम्र 23 साल है और मैं एक 30 साल की विधवा से प्यार करता हूं. क्या हमारी शादी हो सकती है?

जवाब…

शादी तो हो सकती है पर 7 साल बड़ी एक विधवा. शादी कर के उसे निभा पाना आसान बात नहीं है. अगर आप की आमदनी ठीकठाक? है और आप समाज का मुकाबला कर सकते हैं तो ही शादी करें. शादी से पहले कुछ दिन साथ रह कर देख लें कि आप का प्यार सिर्फ बातों का ही तो नहीं है. वैसे, अब जब जीवन 60-70 साल तक आराम से चलता है, तब 7 साल का फर्क ज्यादा नहीं है.

अपनी पत्नी से ‘कैसी हो डार्लिंग’ कह कर तो देखें

‘‘हाय डार्लिंग कैसी हो? क्या कर रही हो?’’ अगर रोज शाम को अपनी पत्नी से ऐसा कहें तो पतिपत्नी के बीच कोई कलह न होगी. अरे भई यह हम ने नहीं, पिछले दिनों खरगौन मध्य प्रदेश के एक कोर्ट ने एक शादीशुदा जोड़े के बीच हो रही रोजरोज की कलह को सुलझाने के लिए फैसला देते हुए ऐसा कहा. यकीन मानिए कोर्ट के इस अनूठे फैसले के बाद शादीशुदा जोड़े के बीच की कलह खत्म हो गई और दोनों फिर से एक हो गए.

पतिपत्नी का रिश्ता बहुत ही खास होता है. शुरुआती दौर में तो सब अच्छा होता है, दोनों के बीच प्यारमनुहार सब होता है, लेकिन समय बीतने के साथ जीवन की आपाधापी और जिम्मेदारियों के बीच रिश्ते का नयापन खोने लगता है. जिंदगी भर साथ निभाने का वादा न जाने कहां खो जाता है. इस रिश्ते में नयापन, प्यार और विश्वास ताउम्र बना रहे, इस के लिए करने होंगे कुछ छोटेछछोटे प्रयत्न, जो इस रिश्ते की उम्र को बढ़ाएंगे.

छोटी छोटी बातों में बड़ी बड़ी खुशियां

कहते हैं खुशियां हमारे आसपास ही होती हैं. बस उन्हें ढूंढ़ने की जरूरत होती है, इसलिए पतिपत्नी दोनों को ही जीवन के हर पल में ढूंढ़नी होंगी खुशियां. ज्यादातर देखने में यही आता है कि 2 लोगों के बीच प्यार तो बड़ी आसानी से हो जाता है, लेकिन उस प्यार को निभाना बहुत मुश्किल होता है. बहुत से लोग इस तरह के संबंधों में रूटीन लाइफ जीने लगते हैं और उन की जिंदगी से प्यार और रोमानियत कहीं खो सी जाती है. अगर आप हैप्पी मैरिड लाइफ जीना चाहते हैं, तो यह कुछ ज्यादा मुश्किल नहीं है. इस के लिए बस आप को कुछ बातों का खयाल रखना होगा. पतिपत्नी का रिश्ता एकदूसरे के लिए कई छोटीछोटी चीजें करने से मजबूत होता है. जैसे प्यार से गले लगाना, सराहना करना, उस के लिए कुछ खास करना, उस की तरफ देख कर मुसकराना या सच्चे दिल से यह पूछना कि आज तुम्हारा दिन कैसा रहा? यही छोटीछोटी चीजें शादीशुदा जिंदगी में बड़ीबड़ी खुशियां ला सकती हैं.

प्यार वाली झप्पी

शादी में प्यार और खुशियां बनी रहें, इस के लिए उसे हर समय प्यार के खादपानी से सींचते रहना होगा. पतिपत्नी के बीच वह पल सब से खुशनुमा होता है जब वे एकदूसरे को प्यार से गले लगाते हैं या प्यार से सहलाते हैं. उन का एकदूसरे के प्रति यह व्यवहार दर्शाता है कि वे एकदूसरे से कितना प्यार करते हैं. दरअसल, ऐसा करते समय दोनों एकदूसरे के साथ इमोशनली अटैच होते हैं. प्यार की छोटी सी झप्पी पतिपत्नी के रिश्ते में बड़ेबड़े कमाल दिखाती है. मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि जब हम झगड़े के दौरान सामने वाले को गले लगाते हैं, तो उस के शरीर से गुस्से को बढ़ाने वाले हारमोन तेजी से कम होने लगते हैं. वह गुस्से को भूल कर आप के प्यार को महसूस करने लगता है यानी आप की प्यार की झप्पी उस के गुस्से को पल भर में दूर कर देती है.

दिन की शुरुआत किस औफ लव से

पतिपत्नी दिन की शुरुआत किस औफ लव से कर के अपने डगमगाते रिश्ते में सुधार लाने के साथसाथ अपने प्यार को फिर से जवान बना सकते हैं. एकदूसरे को गले लगाना और किस करना पतिपत्नी के बीच दिन की शुरुआत के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है. यह पतिपत्नी के रिश्ते के बीच रोमांस के जनून को बनाए रखता है.

खास पलों को रखें याद

पतिपत्नी एकदूसरे की लाइफ से जुड़े खास पलों को याद रखें. एकदूसरे का बर्थडे, ऐनिवर्सरी, पहली मुलाकात, प्रमोशन आदि याद रखें. साथ ही इन खास अवसरों पर एकदूसरे के लिए कुछ खास सरप्राइज भी प्लान करें. यह कोई मुश्किल काम नहीं, लेकिन इन छोटेछोटे कामों से आप अपने लाइफपार्टनर की जिंदगी में अपनी एक खास जगह जरूर बना सकते हैं.

कनैक्टिविटी जोड़े दिल के तार

आप कितने ही बिजी क्यों न हों, एकदूसरे को दिन में फोन जरूर करें, मैसेज भेजें. बस यह जानने के लिए कि सब कैसा चल रहा है, लंच किया या नहीं. ऐसी छोटीछोटी बातें पतिपत्नी को एकदूसरे से जोड़ती हैं और एक कामयाब शादी को गुजरते समय के साथ और भी खूबसूरत और मजबूत बनाती हैं. इस के अलावा जब भी खाली समय मिले इस बात पर विचार करें कि क्या आप अपने पार्टनर की सोच और उस की भावनाओं को समझते हैं? कितनी बार उस की तारीफ करते हैं? क्या उस के उन गुणों के बारे में सोचते हैं, जिन्हें देख कर आप उन की तरफ आकर्षित हुए थे और अपना जीवनसाथी बनाने का निर्णय लिया था?

प्लीज, सौरी, थैंक्यू से चलाएं जादू

आप मैट्रो में किसी से टकरा जाने पर भी सौरी कह देते हैं. वे लोग जिंदगी में शायद ही दोबारा हमें मिलें. जब हम उन्हें छोटी सी बात पर सौरी बोल देते हैं, तो घर में पति या पत्नी एकदूसरे को इमोशनली हर्ट करने के बाद भी सौरी कहना जरूरी क्यों नहीं समझते? ऐसा हरगिज न करें. गलती होने पर माफी जरूर मांगें. सौरी कहना बुरी बात नहीं है और न ही माफ करना मुश्किल काम है, माफी मांगने से झगड़ा आगे नहीं बढ़ता, इसलिए माफी मांगने में कंजूसी न करें. इसी तरह अगर आप के पार्टनर ने आप के घर व आप के लिए कुछ स्पैशल किया है, तो उसे थैंक्यू जरूर कहें. आप के द्वारा कहा गया थैंक्यू उसे कितनी खुशी देगा, इस का अंदाजा आप नहीं लगा सकते.

तारीफ से जीतें दिल

आप के पार्टनर ने कोई नई डिश बनाई, कोई नई ड्रैस पहनी, नया हेयरस्टाइल बनाया तो उस की तारीफ करना न भूलें. यह तारीफ हो सके तो घर वालों, दोस्तों के सामने भी करें. इस से आप के लाइफपार्टनर के दिल में आप के लिए प्यार बढ़ेगा. अगर आप के पार्टनर ने कुछ नया किया है, तो उस की तारीफ जरूर करें.

अपशब्दों से रखें दूरी

आपसी बातचीत के दौरान हमेशा शालीनता का ध्यान रखें. कभी अपशब्द या दिल दुखाने वाली बातें न करें. बहस करते समय खुद पर कंट्रोल रखें, क्योंकि झगड़े के दौरान कहे गए अपशब्द दिल को आहत कर देते हैं और रिश्ते में दूरी पैदा करते हैं.

मैं अपनी सासू मां से बेहद परेशान हूं क्या करूं?

सवाल-

मैं 25 वर्षीय महिला हूं. हाल ही में शादी हुई है. पति घर की इकलौती संतान हैं और सरकारी बैंक में काम करते है. पर सब से बड़ी दिक्कत सासू मां को ले कर है. उन्हें मेरा मौडर्न कपड़े पहनना, टीवी देखना, मोबाइल पर बातें करना और यहां तक कि सोने तक से प्रोबलम है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

आप घर की इकलौती बहू हैं तो जाहिर है आगे चल कर आप को बड़ी जिम्मेदारियां निभानी होंगी. यह बात आप की सासूमां समझती होंगी, इसलिए वे चाहती होंगी कि आप जल्दी अपनी जिम्मेदारी समझ कर घर संभाल लें. बेहतर होगा कि ससुराल में सब को विश्वास में लेने की कोशिश की जाए. सासूमां को मां समान समझेंगी, इज्जत देंगी तो जल्द ही वे भी आप से घुलमिल जाएंगी और तब वे खुद ही आप को आधुनिक कपड़े पहनने को प्रेरित कर सकती हैं. घर का कामकाज निबटा कर टीवी देखने पर सासूमां को भी आपत्ति नहीं होगी. बेहतर यही होगा कि आप सासूमां के साथ अधिक से अधिक रहें, साथ शौपिंग करने जाएं, घर की जिम्मेदारियों को समझें, फिर देखिएगा आप दोनों एकदूसरे की पर्याय बन जाएंगी.

मेरी पत्नी मेरे पास आने से मना करती है, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं 30 साल का हूं. मेरी शादी को 10 साल हो चुके हैं और मेरे 3 बच्चे भी हैं. मेरी पत्नी मायके में ही रहती है और मेरे पास आने से मना करती है. अगर मैं उस से तलाक मांगता हूं तो वह मना कर देती है. इस समस्या का क्या हल हो सकता है?

जवाब

यह सच है कि आप की पत्नी आप के साथ ज्यादती कर  रही है. अच्छा होगा कि आप तलाक के लिए अदालत का सहारा लें. शादी के 10 साल बाद पत्नी के मायके में रहने की जिद गले नहीं उतरती है. आप उस के घर वालों से भी बात करें कि वह क्यों आप के साथ नहीं रहना चाहती है और वे क्यों बेटी की गृहस्थी बरबाद कर रहे?हैं. आप उस की घर वापसी के  लिए भी मुकदमा दायर कर सकते हैं. सवाल बच्चों के भविष्य का भी है.

मैं 40 वर्षीय शादीशुदा पुरुष हूं, मेरी पत्नी मेरे छोटे भाई में ज्यादा ही रुचि लेने लगी है क्या करूं?

सवाल
मैं 40 वर्षीय शादीशुदा पुरुष हूं. शादी के कुछ समय बाद ही मेरा ट्रांसफर दूसरे शहर में हो गया. घर में बुजुर्ग मातापिता की देखभाल करने के चलते मैं पत्नी को अपने साथ ले कर नहीं आया. अपने छोटे भाई, पत्नी और बुजुर्ग मातापिता को छोड़ कर मैं अकेला किराए का मकान ले कर रहता था.

इस बीच पत्नी ने कई दफा मेरे साथ आने की जिद की, पर मैं टालता रहा. इधर कुछ दिनों से मैं ने महसूस किया है कि मेरी पत्नी मेरे छोटे भाई में ज्यादा ही रुचि लेने लगी है. मैं ने इस बारे में कई बार पत्नी से बात करनी चाही पर कर नहीं पाया. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
यहां गलती कहीं न कहीं आप की ही है. आप ने अपनी पत्नी को अकेला छोड़ा, तो जाहिर है अपनी शारीरिक व मानसिक जरूरतों के लिए वह स्वाभाविक रूप से आप के छोटे भाई की तरफ आकृष्ट हो गई. लेकिन आप को अपनी पत्नी से इस बारे में खुल कर बात करनी चाहिए. हो सकता है बात करने से और प्यार से समझाने से वह समझ जाए.

आप की कोशिश यही होनी चाहिए कि जल्द से जल्द पत्नी को अपने साथ ले आएं. पत्नी के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं. पुरानी बातों को भूल कर गृहस्थी को प्यार और विश्वास के साथ चलाएं.

मैं शादी के बाद भी अपने प्रेमी के साथ संबंध बनाती रही लेकिन अब वह रूठ गया है, मैं क्या करूं?

सवाल
मैं 27 साल की हूं. मेरी शादी को 11 साल हो चुके हैं. मेरे बचपन का प्रेमी शादी के 4 साल बाद मेरी जिंदगी में फिर से आ गया और साढ़े 6 सालों तक हम दोनों पति पत्नी वाला काम करते रहे हैं, पर अब वह मुझ से रूठ गया है. मगर मैं उस के बगैर रह नहीं पाती. मेरे 2 बच्चे भी हैं. बताएं कि मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
आप ने आवारागर्दी की हद कर दी. फिर भी पति को पता नहीं चला, यह हैरानी वाली बात है. साढ़े 6 सालों तक आप अपने प्रेमी के साथ मस्ती करती रहीं और पति अनजान रहे.

दरअसल, आप का प्रेमी लंबे अरसे तक मुफ्त का माल खाखा कर ऊब गया होगा, इसलिए रूठने के नाम पर खिसक गया. आप के 2 बच्चे हैं, जो पता नहीं किस के होंगे. अब अपने बच्चों को पालिए और बेगुनाह व मासूम पति की इज्जत का खयाल कीजिए. इसी में आप की भलाई है.

शादी से पहले मेरा मासिकचक्र संतुलित था तो क्या विवाह के बाद इसमें असंतुलन आना सामान्य है?

सवाल
मैं 24 साल की नवविवाहित युवती हूं. विवाह हुए अभी 5 महीने ही बीते हैं. मैं जब से अपने पति के घर में आई हूं मेरे पीरियड्स कभी जल्दी तो कभी देर से आ रहे हैं. विवाह से पहले मासिकचक्र  बिलकुल संतुलित था. क्या विवाह के बाद मासिकचक्र में असंतुलन आना सामान्य बात है?

जवाब
अनेक नवविवाहिताएं विवाह के बाद इस परेशानी से गुजरती हैं. महीना समय से नहीं होता और दिनों में घटबढ़ होने के साथसाथ मासिकस्राव की मात्रा भी घटबढ़ सकती है. यह शारीरिक फेरबदल ससुराल के नए सामाजिक परिवेश और उस में उपजी मानसिक उथलपुथल से संबंध रखता है.

नया घर, नए लोग, नई परिस्थितियां सभी शरीर की हारमोनल प्रणाली पर गहरी छाप डालते हैं, जिस से मासिकचक्र का संतुलन बना कर रखने वाली धुरी का बैलेंस बिगड़ जाता है. पर इस में घबराने की कोई बात नहीं.

समय के साथ जैसेजैसे आप अपने को नए घर के अनुसार ढाल लेंगी, मासिकचक्र की धुरी भी अपने सामान्य संतुलन में लौट आएगी.

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अनियमित हो रहे पीरियड्स तो करें ये घरेलू उपाय

महिलाओं में असमय पीरियड्य की समस्या एक समान्य बात है. पीरियड्स में कभी कभी अनियमितता आम है पर जब ये परेशानी हमेशा होने लगे तो आपको सचेत हो जाना चाहिए. कई महिलाओं में पीरियड्स में 15 से 20 दिनों की देरी हो जाती है. अगर महिलाओं को इतने दिनों तक पीरियड्स ना आएं तो उन्हें कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. इसमें बदन दर्द,पीठ में दर्द,बालों का झड़ना, घबराहट प्रमुख परेशानियां हैं.

इस दौरान आपको बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है ये सब हार्मोन परिवर्तन होने की वजह से होता है. इस खबर में हम बताएंगे कि मासिक धर्म या पीरियड की होने वाली परेशानियों का घरेलू उपचार आप कैसे कर सकती हैं. इन नुस्खों से आपके पीरियड की समस्या दूर हो जाएगी.

जीरा

पीरियड्स से होने वाली परेशानियों में जीरा काफी कारगर होता है. इसके अलावा उस दौरान होने वाले दर्द में भी काफी राहत देता है. इससे आपको आयरन मिलता है जो महिलाओं में पीरियड्स के दौरान कम हो जाता है. एक चम्‍मच जीरे में साथ 1 चम्‍मच शहद का सेवन हर रोज करें.

बादाम

रात को 2 छुआरे और 4 बादाम को पानी में भिगो कर रख दें. सुबह इनके साथ थोड़ा सी मिश्री के साथ इन्हें पीस लें और मक्खन के साथ इसका सेवन करें. मासिक धर्म से जुडी समस्याएं दूर हो जाएंगी.

अदरक

पीरियड्स को नियमित करने के लिए अदरक बेहद लाभकारी है. इससे पीरियड्स में होने वाले दर्द में भी काफी आराम मिलता है. इसके लिए आप आधा चम्मच अदरक को पीस लें और 1 कप पानी में सात मिनट तक उबालें. अब इसमें थोड़ी शक्कर डालें और खाना खाने के बाद इसे दिन में 3 बार पिएं. ऐसा कम से कम 1 महीने तक करे.

कच्‍चा पपीता

पीरियड्स की परेशानी में कच्चा पपिता काफी कारगर होता है. इसमें ढेर सारा पोषण, एंटीऔक्‍सीडेंट और बीमारी को ठीक करने वाले गुण होते हैं. कच्‍चे पपीते का सेवन मासिक धर्म से जुड़ी हर समस्‍याएं ठीक हो सकती हैं.

मैं तलाकशुदा हूं और खुद से 4 साल छोटे लड़के से प्यार करती हूं, क्या ऐसा करना ठीक है?

सवाल
मैं तलाकशुदा हूं. मेरे 3 बच्चे हैं. मैं 4 साल छोटे लड़के से प्यार करती हूं. हम दोनों ने चुपके से शादी की. अब वह मुझ से दूरदूर भागने लगा है जिस की वजह से मैं बहुत परेशान रहती हूं. मेरा दिल करता है कि आत्महत्या कर लूं मगर बच्चों के लिए जी रही हूं. मेरे पास जो कुछ था, जमीनजायदाद, पैसा, सबकुछ मैं उस को दे चुकी हूं. अब वह मुझ से पीछा छुड़ाने की कोशिश कर रहा है. जबकि मैं उस से बहुत प्यार करती हूं. अब वह किसी और से शादी करने वाला है. दिनोंदिन मेरा मानसिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है.

जवाब
आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं. यह सच है कि आप की समस्या की वजह स्वयं आप हैं, पर इस समस्या से निकलने और आगे बढ़ने का मार्ग भी आप को ही ढूंढ़ना पड़ेगा. सब से पहले तो यह समझ लीजिए कि प्रेम अंधा होता है. इस अंधे प्रेम में ही आप यह नहीं देख सकीं कि वह युवक आप से क्या चाहता है.

अब तक आप ने अपने दिल की बहुत सुन ली. अब आप को अपने बच्चों के बारे में सोच कर फैसले लेने चाहिए. उस लड़के का खयाल पूरी तरह से अपने दिल से निकाल दीजिए. आप ने उस लड़के से चुपके से शादी की थी तो जाहिर है कि आप उस पर किसी तरह का हक नहीं जता सकतीं. शुरुआत में ही कुछ भी देते समय आप को लिखित कागजी कार्यवाही करनी चाहिए थी. पर चूंकि आप ने ऐसा नहीं किया, तो अब अच्छा यही होगा कि उसे पूरी तरह भूल कर सिर्फ अपने बच्चों के लिए जीने का प्रयास करें और नए सिरे से जिंदगी की शुरुआत करें.

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अच्छी बात नहीं सैक्स में नानुकुर

आज यह लगातार चौथी रात थी जब सुरभि बिस्तर पर आने के बाद तकरीबन घंटाभर अपने मायके वालों से ले कर दोस्तों तक फोन पर लगी रही थी. टैलीविजन देख रहा उस का मर्द विवेक उस से बीचबीच में जोकुछ भी कहता, उस का वह ‘हांहूं’ में जवाब देती जाती. यही करतेकरते उसे खर्राटे आने लगे. विवेक ने मन मसोस कर टैलीविजन बंद किया और बगल में लेट गया.

आधी रात को जब विवेक की आंख खुली तो उस ने अपने में कड़ापन पाया. उसे सैक्स की तलब हो रही थी. उस ने सुरभि को जगाना चाहा लेकिन उस ने अपना रोज का ‘सोने दो न…’ वाला डायलौग बोल दिया.

झल्ला कर विवेक को आज भी खुद से ही काम चलाना पड़ा और वह नाराज मूड लिए ही सो गया.

इस तरह की हालत केवल विवेक की ही नहीं है बल्कि हर दूसरे घर में मर्दों को अपनी औरतों की यह ‘न’ झेलनी पड़ती है.

औरतों की सैक्स को ले कर नानुकर या इस के बल पर अपने मर्द को ब्लैकमेल करने की यह आदत अकसर अच्छेखासे रिश्ते को खराब कर देती है. ऐसा करना खुद औरतों को भी कई तरह से नुकसान पहुंचाता है.

बारबार सैक्स के लिए मना करने से औरत के साथी को लगने लगता है कि शायद उस में कोई कमी है जिस के चलते ही औरत को उस के साथ सैक्स करने में मजा नहीं आ रहा है. इस से जिंदगी के प्रति उस की चाहत कम हो सकती है.

अगर सैक्स के दौरान सचमुच औरत को अपने साथी की कोई बात खटके तो वह उसे सीधे शब्दों में बताए ताकि उस का हल निकाला जा सके.

लगाव कम होना

अपने साथी से लगातार सैक्स संबंध न बनाना या बहुत कम यानी महीने में 1-2 बार बनाना मर्दऔरत दोनों के रिश्ते में कड़वाहट घोल सकता है. सैक्स के दौरान मर्दऔरत जितने घुलतेमिलते जाते हैं, वैसा किसी और मौके पर होना अकसर मुश्किल होता है.

नए रिश्ते बनाना बुरा नहीं है लेकिन बारबार नएनए रिश्ते बनाना न आसान होता है और न ही अच्छा, इसलिए अगर औरत को अपना रिश्ता प्यारा है तो वह उसे और मजबूत करने पर ध्यान दे.

जिस तरह कोई गायक रियाज करना छोड़ दे तो वह गाना भी भूलने लगता है, उसी तरह सैक्स कम करने से सैक्स की चाहत में भी कमी आनी शुरू हो जाती है. वैसे, सैक्स करने से नीचे खून का दौरा सही रहता?है, पेशाब पर जोर बढ़ता है.

शक को जन्म देना

जी हां, औरत की रोजरोज की यह नानुकर उसे इस तरह की समस्या से भी दोचार करा सकती है खासकर अगर वह कामकाजी औरत है. फिर वह चाहे जो भी बहाने बना ले, अपने साथी को बिस्तर पर समय न देना उस के मन में यह शक पैदा करेगा कि उस की औरत की जिस्मानी जरूरतें कहीं और से पूरी हो रही हैं. मर्द का इस बात का गुस्सा दूसरे मौकों पर निकलने लगेगा जो घर में कलह की वजह बनेगा.

न करें ये गलतियां

कई औरतों को अकसर अपना बदन एक हथियार जैसा लगने लगता है. सासससुर, ननद वगैरह से नोकझोंक की हालत में वे अपने पति को सैक्स के नाम पर धमकाना शुरू कर देती हैं. साथी अगर बौयफ्रैंड है तो मामला खर्च, औफिस जैसे मसलों पर टिक जाता है.

औरत को यह समझना होगा कि सैक्स केवल मर्द की गरज नहीं है, बल्कि औरत को भी सैक्स की उतनी ही जरूरत होती है. अगर ऐसा नहीं होता तो ‘पति के अंग में तनाव कम होता है’ जैसे मुद्दों पर घर नहीं टूटते. सैक्स को ले कर ब्लैकमेल करने की आदत औरत को एक दिन किसी लायक नहीं छोड़ती है.

बिना वजह ‘न’ कहना

ऐसा हो सकता है कि किसी दिन या कुछ दिनों तक औरत सैक्स के लिए तैयार न हो, पर इस की सही वजह होनी चाहिए. ‘थकी हुई हूं’ जैसी बातें हमेशा अच्छी नहीं लगतीं. औरत का साथी भी उसी की ही तरह थका हुआ होता है. इस के अलावा एक कामयाब सैक्स औरत की थकान भी उतारेगा, इस को भी समझें.

प्यार भरी छेड़छाड़ तक तो ठीक है लेकिन औरत का साथी अगर उस से सैक्स करने के लिए चिरौरी कर रहा है, तो यह सोच कर मजे लेना शुरू न करें. इस का भारी खमियाजा भी भुगतना पड़ सकता है. लिहाजा, सैक्स करने का मजा लें और अपनी जिंदगी को खुशहाल बनाएं.

मैं बड़े भाई की साली से प्यार करता हूं पर मेरी मां इस शादी के सख्त खिलाफ हैं, क्या करूं?

सवाल

मैं 25 वर्षीय अविवाहित युवक हूं. अपने बड़े भाई की साली से प्यार करता हूं. मैं उस से शादी करना चाहता हूं. लड़की भी शादी के लिए तैयार है. इतना ही नहीं, उस के घरवालों को भी इस विवाह से कोई ऐतराज नहीं है. मेरी मां इस शादी के सख्त खिलाफ हैं. इस के लिए ठोस वजह भी है. दरअसल, मेरी भाभी (लड़की की बहन) बहुत ही तेजतर्रार और घमंडी स्वभाव की हैं. उन्होंने न तो कभी अपने पति को और न ही घर के बाकी सदस्यों को कोई मानसम्मान दिया है.

मेरी भाभी ने छोटों के प्रति भी कभी सद्भाव नहीं रखा है. वह सिर्फ और सिर्फ अपनी परवाह करती हैं. अपने मन की करती हैं. यही वजह है कि मेरे भैया और मम्मीपापा के विरोध के बावजूद वे एक प्राइवेट कंपनी में बहुत ही निचले स्तर की नौकरी करने लगी हैं. इस से घर के कामकाज और बच्चों की जिम्मेदारी मां पर आ गई. मेरी मां कहती हैं कि जब बड़ी बेटी ने हमारे नाक में दम कर रखा है और घर में आएदिन कलह होती है, तो ऐसे में यदि मैं उस की बहन से शादी कर लूंगा तब दोनों बहनें घर की दुगर्ति करेंगी, मुझे समझना चाहिए.

मैं ने उन्हें बहुत समझाने का प्रयास किया कि कोई जरूरी नहीं कि बड़ी बहन का स्वभाव ऐसा है, तो छोटी बहन भी उसी कड़क स्वभाव वाली होगी. और फिर छोटी बहन का स्वभाव अपनी बड़ी बहन से बिलकुल भिन्न है. वह बहुत ही सरल स्वभाव की और अपनी जिम्मेदारी समझनेवाली है. मेरे लाख समझाने पर भी परिवार वाले राजी नहीं हो रहे. मैं क्या करूं? मैं उसी से शादी करना चाहता हूं पर दूसरी ओर परिवार वालों की रजामंदी भी चाहता हूं. कृपया कोई उपाय बताएं.

जवाब

जहां तक मैं लड़की को जान पाया हूं वह अपनी बहन (भाभी) जैसी बिलकुल भी नहीं है. पर यह बात मैं घरवालों को नहीं समझा पा रहा हूं. मां जिद पर अड़ी हुई कि कैसी भी लड़की (भले ही कितनी भी बदसूरत हो) से मेरी शादी कर देंगी पर इस लड़की से तो हरगिज नहीं. मैं क्या करूं? आप के घर वालों ने आप की भाभी यानी लड़की की बड़ी बहन का व्यवहार देखा है. उन्हें जो कटु अनुभव हुआ है इस वजह से वह आप की शादी उसी घर में करने से कतरा रहे हैं.

यदि उन के पक्ष से देखा जाए तो वे अपनी जगह सही हैं. आप का कहना है कि वह लड़की (आप की प्रेमिका) अपनी बहन जैसी नहीं है तो आप को समझना चाहिए कि शादी से पहले और बाद के जीवन में बहुत फर्क होता है. विवाह से पहले की जिंदगी काल्पनिक होती है, जहां प्रेमी और प्रेमिका अपने को एकदूसरे के सम्मुख बेहतर से बेहतर प्रस्तुत करने का प्रयत्न करते हैं. असली गुणदोष तो शादी के बाद पता चलता है. इसलिए शादी का फैसला लेने से पहले भलीभांति सोचसमझ लें.

दिल के साथसाथ दिमाग को भी खुला रखें. शादी जिंदगी का बहुत अहम फैसला होता है, जिस में रीटेक नहीं होता. यदि आप को लड़की में कोई ऐब नहीं दिखता तो घरवालों को मनाने का प्रयास करें. उन्हें समझाएं कि जरूरी नहीं कि दूसरी लड़की जिसे वे चुनेंगे अच्छी और सरल ही होगी. इसलिए वह आप की पसंद को नजरअंदाज न करें. यदि वे आप की बात नहीं सुनते तो किसी रिश्तेदार या पारिवारिक मित्र से मदद ले सकते हैं. पर ध्यान रहे कि इस शादी के अच्छेबुरे परिणाम की पूरी जिम्मेदारी आप की होगी.

मेरा दोस्त मेरे साथ सैक्स करना चाहता है, पर मैं इसे गलत समझती हूं, बताएं मैं क्या करूं?

सवाल
मैं 28 वर्षीय युवती हूं. 6 सालों से एक युवक से मित्रता है. 2 सालों से हमारे संबंध काफी घनिष्ठ हो गए हैं. हमारी शादी के लिए हमारे परिवार वाले राजी नहीं होंगे और हम घरवालों के खिलाफ नहीं जा सकते. कुछ महीनों से मेरा मित्र मेरे साथ सैक्स करना चाहता है, पर मैं इसे गलत समझती हूं. इसलिए कोई न कोई बहाना कर के बचती रहती हूं. जब भी वह मिलता है बातोंबातों में अपनी इच्छा जाहिर कर देता है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब
इतने सालों तक जिस तरह आप लोग दोस्त रहे हैं उसी तरह इस रिश्ते को चलने दें. जब आप दोनों जानते हैं कि आप को अन्यत्र शादी करनी है तो एकतरफा यह शारीरिक संबंध बना कर अपने लिए मुश्किल क्यों पैदा करना चाहते हैं. लड़का इच्छा जाहिर करता है तो आप मना कर सकती हैं. हो सकता है उसे बुरा लगे. इस से आप की दोस्ती भी प्रभावित हो सकती है. ऐसे में अच्छा यही है कि आप माता पिता को मनाएं.

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