गरीब और साधनहीन घरों में पैदा हुई, पलीबढ़ी युवतियों को अपने परिवार की स्थिति को देख कर कदम उठाने चाहिए, क्योंकि उन के लिए हर राह पर विषधर घात लगाए बैठे होते हैं. शिवानी ने यह भूल की तो...