पुरुष हो या औरत, जब सामाजिक मर्यादाओं की सीमा लांघ कर अपना स्वार्थ ढूंढ़ने लगते हैं, तभी से उन के पतन की शुरुआत हो जाती है, जो उन्हें उस घिनौने गर्त में ले जाती है, जहां...