पति से परेशान,जब पत्नी करती है अग्नि स्नान!

पहली घटना-
राजधानी रायपुर के वीआईपी कॉलोनी में एक संभ्रांत महिला में पति की प्रताड़ना से परेशान होकर अंततः अग्नि स्नान कर आत्महत्या कर ली. सुसाइड नोट से सच्चाई हुई उजागर.

दूसरी घटना-
जुआरी और शराबी पति के नित्य प्रतिदिन के प्रताड़ना और प्रकोप को झेलते झेलते एक नवविवाहिता ने किरोसीन तेल से आग लगाकर घर पर ही आत्महत्या कर ली.

तीसरी घटना-
अपने दो बच्चों के साथ एक महिला ने पति से परेशान होकर अंततः अग्नि स्नान कर लिया. बच्चों के साथ साथ महिला की भी अग्नि स्नान में मौत हो गई. दोषी पति पर पुलिस ने किया मामला दर्ज.

इन दिनों ये खबरें सुर्खियों में हैं – कोई महिला अग्नि स्नान कर रही है अथवा जहर खाकर आत्महत्या कर रही है. हमारे सामाजिक ढांचे में यह एक कटु सत्य है कि महिला अपने पति को भगवान का दर्जा देती है और विवाह को सात जन्मों का बंधन माना गया है. ऐसे में जब पुरुष अपनी  पत्नी पर अत्याचार करने लगता है तो महिला के सामने आगामी जिंदगी में अंधेरा ही अंधेरा होता है.और वह एक बहुत बड़ी गलती करके आत्महत्या का रास्ता अख्तियार कर लेती है.आज हम इस रिपोर्ट में आपको ऐसे ही घटनाक्रम से रूबरू कराते हुए बताना चाहेंगे कि महिलाओं के सामने आत्महत्या अग्नि स्नान अथवा जहर खाकर आत्महत्या से आगे दरअसल, एक खुशहाल जिंदगी इंतजार कर रही होती है…

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और पुलिस ने की कठोर कार्रवाई
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आमतौर पर पत्नी के आत्महत्या करने के पश्चात मामला रफा-दफा हो जाता है मगर छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला की पुलिस ने एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो अपने आप में महत्वपूर्ण है दरअसल, हुआ यह कि शराबी पति की मारपीट से तंग आकर पत्नी के आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद आरोपी पति को गिरफ्तार कर अभियोग पत्र के साथ न्यायालय में पेश कर दिया. पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है. ग्राम गुड़ेली, थाना सारंगढ़ निवासी 27 वर्षीय बीना सिदार ने अपने घर में केरोसीन डालकर आग लगा ली थी, जिसकी इलाज के दौरान  रायगढ़ के केजीएच अस्पताल में मौत हो गई थी. मर्ग की जांच में मृतिका अपने पति आरोपी लोचन सिदार के शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर और आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित किए जाने पर केरोसीन डालकर स्वयं को आग लगाकर आत्महत्या करना पाया गया. पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए जो कार्रवाई की उसकी समाज में सकारात्मक प्रतिक्रिया हुई है .
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जुआ और शराब महत्वपूर्ण कारक
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महिलाओं की आत्महत्या के अनेक प्रकरण की गहराई से पड़ताल करने पर यह तथ्य सामने आता है कि इसके पीछे पति की जुआ और शराब की लत हुआ करती है ऐसी ही एक घटना छत्तीसगढ़ के कोरबा जिला के थाना बांकीमोंगरा के गजरा में घटी पुलिस के अनुसार  जयपाल  की पत्नी पिंकी बाई उम्र 24 ने पति की शराब और जुआ की लत से तंग आकर मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगा दी आग से उसके दोनों बच्चे 2 वर्षीय बेटा  और 5 वर्षीय बेटी  भी झुलस गये. आसपास के लोगों ने आग बुझाकर सबको अस्पताल पहुंचाया वहां दोनों बच्चों की मौत हो गई. पुलिस ने पत्नी के बयान के आधार पर पति के ऊपर कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया.
ऐसे मामलों की जांच करने वाले पुलिस अधिकारी इंद भूषण सिंह के   मुताबिक मेरे 30 वर्ष के कार्यकाल में अनेक मामले ऐसे जांच में आए हैं जिम में महिलाओं ने आत्महत्या कर ली इसका प्रमुख कारण था पुरुषों का अवैध संबंध, जुआ अथवा शराब की लत. साथ ही पत्नी और बच्चों के साथ प्रताड़ना करना ऐसे पुरुष अपने परिवार को प्रताड़ित करने के कारण एक तरह से अपना जीवन तबाह कर लेते हैं.”
उच्च न्यायालय के अधिवक्ता डॉ उत्पल अग्रवाल के अनुसार ऐसे मामलों में  पुरुष  दोषी होते हैं और अंततः सजा भुगतते हैं.
पिंकीबाई की हालत नाजुक बनी हुई है अस्पताल में पुलिस को दिये बयान में बताया कि उसका पति जुआ शराब का आदी है, इस कारण वह घर से बचत के पैसे भी ले जाता था विरोध करने पर मारपीट करता था, इससे तंग आकर अग्नि स्नान किया है.

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