Aashram 3: तीन जून से MX Player पर होगी निराला बाबा की वापसी

हमारे देश में हर जगह बाबाओं का ही मायाजाल फैला हुआ है. आम जनता इन बाबाओं द्वारा ठगी जाने पर भी इनका गुणगान करती रहती है. ऐसे ही बाबाओ में आसाराम बापू या राम रहीम भी रहे हैं. कुछ इसी तरह के बाबाओं के सच को लोगों के सामने लाने के लिए करोना काल के दौरान फिल्मकार प्रकाश झा वेब सीरीज ‘‘आश्रम’’ लेकर आए थे,जिसमें विस्तार से इन बाबाओं के कारनामों का चित्रण था.

‘एम एक्स प्लेअर’ पर स्ट्रीम हुई इस सीरीज को काफी पसंद किया गया. फिर इसका दूसरा सीजन भी आया. अब इसका तीसरा सीजन ‘‘एक बदनाम आश्रम..3’’ तीन जून से ‘एम एक्स प्लेअर पर ही आने जा रहा है.

एक बार फिर काशीपुर वाले बाबा का साम्राज्य नजर आएगा. एक बार फिर से बाबा की अंधेर नगरी में जुल्म का हाहाकार मचेएगा. लेकिन इस बार लोग देख सकेंगे कि ‘काशीपुर वाले बाबा’ के आगे किस तरह राज्य का मुख्यमंत्री नतमस्तक होकर जनता को त्रस्त करने पर आमादा हो जाता है.

जी हां! अब राज्य के मुख्यमंत्री हुकुम सिंह ने एक पूर्व राजा की हवेली का अधिग्रहण कर उसे काशीपुर वाले बाबा का आश्रम ‘निराला धाम’ बनाकर 999 वर्ष के लिए लीज पर दे दिया है. जब सरकार आपके इशारे पर नाच रही हो तो स्वाभाविक तौर पर बाबा निराला ज्यादा शक्तिशाली और चतुर बन गए हैं.

इस बार सिर्फ बाबा का चोला ओढ़े नहीं बल्कि कलयुग का भगवान बनकर खुल्लम खुल्ला भक्तों के आस्था से खिलवाड़ करते नजर आएंगे. वैसे भी अब यह ‘एक बदनाम आश्रम’ हो गया है. इसके ट्रेलर को डेढ़ करोड़ से अधिक लोग देख चुके हैं. इस बार दर्शक देखेंगे कि अब यह बदनाम आश्रम किस तरह महापाप का अड्डा बन चुका है. किस तरह बाबा अपने अनुकूल हर नियम को मोड़ते रहते हैं.

ट्रेलर में पिछले सीजन की बात भी है, जहां बाबा निराला ‘निडर बनो’ की बात करते हैं. फिर सत्ता के लिए उसकी लालसा तेज हो गई है, जिससे वह अजेय हो गया. वह विश्वास करता है सब से ऊपर होना और सोचता है कि वही भगवान है.

आश्रम की शक्ति चरम पर है. इस ‘बदनाम‘ आश्रम में महिलाओं का शोषण जारी है, नशीली दवाओं के व्यापार में लिप्त हैं और ये शहर की राजनीति को नियंत्रित करते हैं. बाबा निराला की अपनी सेना के अलावा सरकार का पुलिस तंत्र पम्मी को दबोचने पर आमादा है तो वहीं भगवान निराला से बदला लेने के लिए पम्मी की रातों की नींद उड़ी हुई है. उजागर सिंह, पम्मी को न्याय दिलाकर ‘बदनाम‘ आश्रम का पर्दाफाश करना चाहता है. अब क्या होगा यह तो सीरीज देखने पर ही पता चलेगा.

प्रकाश झा अपने बेखौफ और बेबाक विषयों से समाज को सच्चाई का आइना दिखाते रहे हैं. सत्ता की राजनीति हो या आस्था के नाम पर धर्म गुरुओं की राजनीति, बिना किसी भय के सच्ची कहानियों को बड़े पर्दे पर वह लाते रहे हैं.

जी हां! बेखौफ और निडरता से हर कहानी को बड़ी ही बारीकी से कह देने वाले निर्देशक प्रकाश झा ने हाल ही में ‘आश्रम 3’ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वीकार किया कि उन्हें भी डर लगता हैं.जब उन्हें किसी अनचाही हलचल या विरोध का सामना करना पड़ता है.

इस सीरीज की चर्चा करते हुए निर्देशक प्रकाश झा कहते हैं- ‘‘ फिल्मे बनाना मेरा एक जुनून हैं. मैने ‘अपहरण’ व ‘गंगाजल’ जैसी कई फिल्में बनायी हैं. यह मेरा सौभाग्य हैं कि मुझे उतने ही उत्साही और जोशीले कलाकार और तकनीशियन के साथ काम करने का मौका मिला, जिन्होंने मुझ पर अपना विश्वास जताया और कहानी को हुबहू वैसा ही दिखाया जैसा कि मैं चाहता था.

आश्रम के साथ भी हमने उसी जुनून, भाव और रोमांच को जिया हैं. साथ ही एम एक्स प्लेअर का बेहतरीन साथ मिला, जिसकी वजह से दर्शकों ने भी इसे पसंद किया. ’’

इस प्रेस क्राफ्रेंस में जब प्रकाश झा से सवाल किया गया कि ‘आश्रम’ के पहले सीजन में उनके खिलाफ एफ. आई.आर दर्ज की गई और इस बार के सीजन में उन पर स्याही फेकी गई. ऐसे में लगातार हो रहे हंगामों से उन्हें डर लगता होगा?

तब प्रकाश झा ने कहा- ‘‘आश्रम के बारे में ऐसा हैं कि कही कुछ भी हो सकता हैं. कोई कुछ भी कर सकता हैं. क्योंकि हमने विषय ही ऐसा चुना हैं, जो समाज के हर इंसान से जुड़ा विषय हैं. लोगो से संबंध रखता है. लेकिन यह किसी एक व्यक्ति या कल्पना की कहानी नहीं हैं. यह पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारी को काल्पनिक कहानी के तौर पर पेश करने का प्रयास है.

मैं यह कहूं कि मुझे डर नहीं लगता, तो यह भी गलत बात है. लेकिन डर कर जीना भी अच्छा नहीं लगता, तो उसके साथ जीता हूं. हमेशा से मन करता हैं कि जो कहना है वह तो कहना ही हैं. किसी व्यक्ति को अगर व्यक्तिगत रूप से चोट पहुंचाए बिना कुछ कह सकूं, तो मैं कोशिश करता हूं कि उसे कहा जाए. अब चाहे वह राजनीतिक हो चाहे हो धार्मिक हो या चाहे वह व्यावसायिक हो. बाकी पत्थर फेंके जाते हैं, गालियां पड़ती हैं, एफ आई आर दर्ज होती हैं.. ठीक है.. इससे कुछ लोगों के हाथ मजबूत होंगे. हां! यदि यह लोग सामने आकर बात करते,तो ज्यादा बेहतर होता.‘‘

बाबा निराला का किरदार निभाने वाले अभिनेता बॉबी देओल कहते हैं- ‘‘मैं एक बार फिर से प्रकाश झा और एम एक्स प्लेअर के साथ काम करने के लिए रोमांचित हूं. प्रकाशजी के आश्रम की कहानी ने मुझे इसे करने के लिए प्रेरित किया और मैं हमेशा इसका आभारी रहूंगा. हर अध्याय में बाबा का चरित्र और गहरा दिखाई देगा. सीजन 3 में इसका ऐसा रंग हैं जो दर्शकों को उनकी सीट पर बांधे रखेगा. आश्रम एक शक्तिशाली और मनोरंजक सीरीज है, जिसने मुझे जीवन भर का अनुभव दिया है.‘‘

प्रकाश झा द्वारा निर्मित और निर्देशित, एमएक्स ओरिजिनल सीरीज में बॉबी देओल, अदिति पोहनकर, चंदन रॉय सान्याल, दर्शन कुमार, अनुप्रिया गोयनका, ईशा गुप्ता, सचिन श्रॉफ, अध्ययन सुमन, त्रिधा चैधरी, विक्रम कोचर, अनुरिता के झा, रुशाद राणा, तन्मय रंजन, प्रीति सूद, राजीव सिद्धार्थ और जया सील घोष हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें