सैक्स एंजाइटी ठीक नहीं

अकसर सैक्स करने के बाद कुछ जोड़े चिंतित हो जाते हैं. खासकर तब जब शादी से पहले का समय हो या शादी की शुरुआत का हो. इस की कई वजहें हैं, जिन से बचने की सख्त जरूरत तो है ही, साथ ही साथ समाधानों को अपनाने की भी जरूरत है. सैक्स के बाद बरताव सैक्स के बाद बरताव कैसा हो, यह समझना किसी जोड़े के लिए सब से ज्यादा जरूरी है. उन के बीच मजा भले सैक्स दे,

लेकिन सैक्स के बाद एकदूसरे के साथ किया गया बरताव ही संबंधों को मजबूत बनाता है. अकसर मर्द जब सैक्स के बाद ढीला पड़ने लगता है, तो वह झट से अपनी पार्टनर से दूरी बनाने लगता है. कपड़े तुरंत पहन लेता है और बिस्तर से उठ जाता है या अपनी पार्टनर की तरफ पीठ कर के सोने लगता है. मर्द का यह बरताव उस की पार्टनर को निराशा दे सकता है. उसे लग सकता है कि सिर्फ सैक्स के लिए ही मर्द साथी उस के करीब आया है. ऐसे में जरूरी है कि सैक्स पूरा हो जाने के बाद एकदूसरे से रोमांटिक बातें करते रहें. किसी ऐसी बात के जिक्र से बचें, जो गंभीर हो और जो आप के पार्टनर का मूड खराब कर दे.

ज्यादा बढ़िया है कि सैक्स के बाद अपनी पार्टनर की पोजिशन, सैक्सी बौडी, मूव्स और सैक्स के दौरान किस तरह का मजा आप को आया है, उसे शेयर करें. अकसर औरतें भी सैक्स के बाद ‘तुम कंफर्टेबल हो या नहीं?’ जैसी बातें कई बार पूछती हैं और अगर मर्द पार्टनर पलट कर जवाब दे, तो ‘तुम बड़े बेशर्म हो’ जैसी मूड औफ वाली बातें कह देती हैं. ध्यान रहे कि सैक्स से पहले ‘फोरप्ले’ होता है और उस के बाद ‘आफ्टर प्ले’. जितना जरूरी ‘फोरप्ले’ है, उतना ही जरूरी ‘आफ्टर प्ले’ भी है.

यह नहीं कि आप का सैक्स हो गया और मुंह फेर कर बेतुके सवाल पूछने लगीं. अगर आप सैक्स को मजेदार बनाना चाहती हैं तो देखना होगा कि उस का पूरा होना भी अच्छा हो, इसलिए लंबी बातें करें, पर ऐसी बातों से बचें, जो पार्टनर को चुभ सकती हैं. बेहतर है कि सैक्स के बाद भी एकदूसरे के साथ इंटीमेट बात करते रहें या एकदूसरे को सहलाते रहें. अगर मूड नहीं है तो कम से कम अपने मर्द पार्टनर से चिपक कर रह सकती हैं. चरमसुख का सवाल चरमसुख यानी सैक्स के बाद मिलने वाला मजा. जब आंखों की पुतलियां खुली की खुली रह जाती हैं और शरीर में लंबी सिहरन दौड़ पड़ती है. इस में कोई शक नहीं कि मर्दों के मुकाबले औरतें बिस्तर पर ज्यादा देर तक टिकी रहती हैं, लेकिन अगर मर्द को सैक्स की तकनीक में महारत हासिल है, तो उस के लिए यह फुजूल बात है.

अकसर मर्द चरमसुख को ले कर यह गलती हमेशा करते हैं कि वे अपनी पार्टनर से बातबात पर उन के चरमसुख के बारे में पूछते रहते हैं, जिस से औरतें परेशान होती हैं. आमतौर पर ऐसा मर्द इसलिए नहीं करते हैं कि उन्हें औरतों के चरमसुख की चिंता रहती है, बल्कि वे इसलिए पूछते हैं ताकि वे अपनी मर्दानगी पर ताव दे सकें, क्योंकि बिस्तर पर जो अपनी पार्टनर को खुश न कर सका, उसे इस मामले में ढीला माना जाता है. पहली बात, जरूरी नहीं कि हर औरत को चरमसुख मिले. हर औरत की शारीरिक बनावट अलगअलग होती है, इसलिए अपनी पार्टनर से बारबार चरमसुख के बारे में पूछना ठीक नहीं. जरूरत इस बात को ध्यान में रखने की है कि सैक्स के दौरान आप पार्टनर को कैसे चरमसुख दे सकें.

इस के लिए जरूरी है कि आप की पार्टनर आप की बातों और बिस्तर पर बिताए आप के हर पल, चाहे वह ‘फोरप्ले’ हो या सैक्स, आप किस तरह निभाते हैं. अंडरवियर पहनें या नहीं इस पर बहुत कम लोग ही ध्यान देते हैं. वैसे, सैक्स में अंडरवियर की अपनी ही अलग इंटीमेसी होती है. आजकल तो बाजारों में मर्दों और औरतों के लिए सैक्सी अंडरगारमैंट आ गए हैं, जो जोश में लाने के लिए काफी होते हैं. सैक्स में अंडरगारमैंट का अपना ही अलग मजा होता है.

अकसर जोड़े सैक्स से पहले अंडरवियर उतार लेते हैं, फिर बाद में उसी अंडरवियर को पहन लेते हैं. सवाल यह कि सैक्स करने के बाद उतारे अंडरवियर को पहनें या नहीं? अब आप कहेंगे कि यह कैसा सवाल हुआ? जब सैक्स करने से पहले अंडरवियर निकाल दिया तो दिक्कत क्या है उसे पहनने में? सैक्स की टाइमिंग ‘फोरप्ले’ पर निर्भर करती है. ‘फोरप्ले’ ही वह बुनियाद है, जो बेहतर संतुष्ट पारी खेलने में मदद करती है. अकसर ‘फोरप्ले’ के दौरान मर्दऔरत दोनों के स्पर्म थोड़ीथोड़ी मात्रा में गिर जाते हैं. ऐसे में उसी अंडरवियर को फिर से पहनना सही नहीं है. कोशिश करें कि अंडरवियर को बदल लें. बच्चा ठहरने का डर सैक्स के दौरान असुरक्षा का डर इस के खुलेपन में खलल पैदा करता है. अकसर मर्दऔरत सैक्स करने के बाद इस डर से जूझने लगते हैं कि कहीं बच्चा ठहर न जाए.

मुमकिन है कि उन्होंने कंडोम का इस्तेमाल किया हो, फिर भी डर बना रहता है. ऐसी चीजों से न सिर्फ सैक्स के दौरान के पलों पर इस का असर पड़ता है, बल्कि सैक्स के बाद भी तनाव का सामना करना पड़ता है, फिर उस जोड़े के आपस के सवालजवाब और परेशान करने लगते हैं. असुरक्षित सैक्स के बाद बाजार में इमर्जैंसी पिल की सुविधा मौजूद है. सैक्स के 72 घंटों तक इसे लिया जा सकता है. खैर, ये तो तब के हालात हैं, जब असुरक्षित सैक्स किया हो. फीलिंग जरूरी है अकसर सैक्स के तुरंत बाद जोड़े में से कोई अपना फोन या लैपटौप चलाने लगता है या किसी और काम में लग जाता है. ऐसा करने से कुछ ऐसा महसूस होता है कि वह बस अपनी शारीरिक भूख मिटाने के मकसद से ही सैक्स कर रहा था. ऐसा करने से बचें. जब तक बहुत जरूरी काम न हो, अपने पार्टनर के साथ बने रहें, क्योंकि आप के ऐसा करने से आप के पार्टनर को बुरा महसूस हो सकता है.

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