अगर आप ने जिंदगी में कुछ करने की ठानी है, तो मुश्किलें कितनी भी आएं, आप उन से गुजर जाते हैं. आजकल घर से चलने वाले कारोबारों में से एक है तरहतरह के रंगबिरंगे ममी बैग्स, पाउचेज और ड्रैसेज बनाना. इस काम के लिए ज्यादा बाहर जाने की जरूरत नहीं होती. स्मार्टफोन के जरीए सामानों की खरीदारी हो जाती है. फिर इसे ग्राहकों तक आसानी से पहुंचाया जाता है.
औरतें पैसे कमाने के साथसाथ अपने बच्चों का भी ध्यान रख सकती हैं. बहुत कम पूंजी वाली औरतें भी यह काम छोटे से घर से शुरू कर सकती हैं.
कुछ ब्रांडेड कंपनी के सामान अपने घर पर रख कर भी काम शुरू किया जा सकता है, जिसे थोक में खरीद कर रिटेल में आसपास बेचा जा सकता है. घरों में रहने को मजबूर औरतें तरहतरह के काम कर सकती हैं.
आर्टिफिशियल ज्वैलरी घरघर बेचना भी मुमकिन है. इस में आसपास की घरेलू औरतों को सामान बेचा जा सकता है. आजकल कोविड की वजह से नियमित बाजार कभी खुलते हैं, तो कभी बंद होते हैं. घर से चलाए जाने वाले कारोबार ज्यादा चल सकते हैं. और्डर से ले कर सामान बेचने तक पूरा काम सोशल मीडिया के जरीए हो सकता है. आप जो काम कर सकती हैं या जो सामान हैं, उसे घरेलू औरतों के गु्रपों में भेजती रहें.
विदेशी बैग खूबसूरत होने के साथसाथ टिकाऊ भी होते हैं. वे बड़ी तादाद में आयात होते हैं. उन्हें बेचना इंपोर्टर के बस की बात नहीं, इसलिए उन्हें आयात कर बेचना शुरू किया जा सकता है. जब भी बड़ी खेप बाहर से आए, तो अपने सामान का और्डर दे दें, तो कम कीमत पर सामान मिल जाता है.
ड्रैस मैटीरियल भी मंगवा सकते हैं, जिसे ग्राहकों की अपनी पसंद या इलाके के फैशन के मुताबिक बनवा कर बेचा जा सकता है. डिजाइन ग्राहक की पसंद के मुताबिक बनाएं.
अपने पास ज्वैलरी के कारीगर व दर्जी रखें, जो घरों से ही काम करें. अच्छे रंगों के तालमेल और डिजाइन के साथ जब पोशाक और बैग्स तैयार हो जाएं, तो उस का फोटो खींच कर ह्वाट्सएप के जरीए ग्राहकों तक पहुंचा दें. इस तरह मार्केटिंग का काम पूरा हो सकता है.
पिछले सालों में यह कारोबार काफी फैला है. इस में रोजाना तकरीबन 4 से 5 घंटे देने पड़ते हैं. ग्राहक दूसरे शहरों में भी बन जाते हैं.
अपनी अकेली और घुटन वाली जिंदगी से बाहर निकलें. स्मार्ट बन कर रहें. बहुत कम पूंजी से यह कारोबार शुरू किया जा सकता है. यह जिंदगी बदल सकती है. अपनी खुद की पहचान बनाएं. आप को खुद पर गर्व महसूस होने लगेगा.