फिल्म कलाकारों का कोई जवाब नहीं. यहां अपने हर काम में अपने प्रचार का रास्ता ढूंढ ही लेते हैं. इतना ही नहीं हर कलाकार अपने प्रचार और लोगों की नजर में बने रहने के लिए कुछ भी करते रहते हैं. 2 दिन पहले सलमान खान (Salman Khan) के पद चिन्हों पर चलते हुए भोजपुरी गायक और अभिनेता खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) ने अपने गांव के खेत पर धान की रोपाई करने का वीडियो वायरल किया था. अब दो दिन बाद ही उन्होंने मुंबई पहुंच कर अपने प्रशंसकों से माफी मांगते हुए एक नया वीडियो जारी किया है.
ये भी पढ़ें- क्या भोजपुरी इंडस्ट्री में भी होता है नेपोटिज्म? रानी चटर्जी ने किए कई अहम खुलासे
खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) के इस वीडियो को जारी करने के पीछे उनकी सोच यह है कि पिछले कुछ दिनों से जब अपने गांव में खेतों के तमाम प्रशंसक हर दिन उनसे मिलने उनके घर आया करते थे, आज जब खेसारी लाल यादव स्वयं मुंबई पहुंच गए हैं, तो भी उनके प्रशंसक उनके गांव के उनके घर पर उनसे मिलने के लिए आ रहे हैं और निराश होकर वापस जा रहे हैं. इसी संदर्भ में खेसारीलाल ने एक वीडियो जारी किया और कहा, ‘मैं धान रोपने के बाद एक बेहद जरूरी काम से मुंबई आ गया हूं.आपके आ रहे फोन से पता चला कि आप लोग मुझसे मिलने मेरे गांव आ रहे हैं. तो आप सभी से कहना चाहूंगा कि बिहार में लॉक डाउन है. आप लॉक डाउन के नियमों का पालन करें. अभी मेरे घर पर न आयें, क्योंकि आप परेशान होंगे जब मैं नहीं मिलूंगा. क्योंकि मैं अभी मुंबई आ गया हूं. मैं जब फिर गांव आउंगा, तब तक आप अपने घरों में ही रहें. इसके लिए मैं आपसे क्षमाप्रार्थी हूं.”
इतना ही नहीं खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) ने इस वीडियो में अपने खेती के अनुभव को शेयर करते हुए कहा कि लोग आज खेती से दूर हैं. दूसरी जगहों पर जाकर काम कर रहे हैं. लेकिन मेरा मानना है कि हमें अपने जड़ों को भूलना नहीं चाहिए. खेती किसानी ने ही हमें बनाया है. यह हमारे मां – बाप की तरह है. इसलिए हम कितने भी बड़े क्यों न हो जायें, हमें अपने से जुड़कर रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जय जवान,जय किसान, जय विज्ञान यह तीनों चीज हमारे जीवन के सूत्रधार हैं.किसान बनना सौभाग्य का बात है. हम आज भले ही आप लोगों के लिए एक गायक और कलाकार हों, पर मैं स्वयं को आप लोगों के बीच का इंसान मानता कलाकार व गायक बनने से पहले मैं भी खेती किया था. इतना ही नहीं इस बार गांव में रहते हुए जब मैंने धान की रोपाई की तो आनंद की अनुभूति हुई.”