तकरीबन एक दशक पहले भारत में एक कार्यक्रम के दौरान विवादास्पद लेखक सलमान रूश्दी ने कहा था कि कर्नल गद्दाफी और इमरान खान की शक्लें मिलती हैं और अगर भविष्य में कोई लीबिया के पूर्व नेता पर फिल्म बनाता है तो इमरान खान गद्दाफी के रोल के लिए सब से उपयुक्त होंगे. यह इत्तिफाक ही है कि लीबिया का तानाशाह गद्दाफी तानाशाही के साथसाथ ऐयाशी के लिए भी बदनाम रहा और इमरान खान की जिंदगी भी कुछ कम नहीं है.
क्रिकेटर और अब पाकिस्तान के अहम सियासी किरदार इमरान खान की दूसरी पत्नी रेहम खान की किताब ‘टेल आल’ में इमरान खान उस रंगीले किरदार की तरह पेश किए गए हैं, जिसे कोई बंधन पसंद नहीं है और वह अपनी पसंद और अपनी शर्तों पर जीता है.
इमरान खान से रेहम खान की शादी महज 15 महीनों में ही टूट गई थी. रेहम खान ने लंदन में रहने वाले इमरान खान के खास सहयोगी बुखारी के बारे में यह खुलासा भी किया था कि उस ने लंदन में एक युवा लड़की के गर्भपात की व्यवस्था की थी, जिसे इमरान खान ने प्रेग्नेंट किया था.
रेहम खान के यह भी दावा किया है कि इमरान खान अपनी पार्टी तहरीक ए इंसाफ में ऊंचा पद पाने की चाह रखने वाली महिलाओं से यौन संबंधों की मांग करते रहे हैं.
इमरान खान की पार्टी पीटीआई की एक नेता आएशा गुलालई ने दावा किया था कि पार्टी के प्रमुख इमरान खान पर मोबाइल फोन के माध्यम से आपत्तिजनक संदेश भेजते थे. उन्होंने यह भी कहा था कि इमरान खान और उन के आसपास मौजूद लोगों के हाथों में सम्मानित औरतों की इज्जत और आबरू सुरक्षित नहीं है. इस मामले में देश और विदेश में संगीत की दुनिया में खासा नाम कमाने वाली गायिका कुर्तुलएन बलोच ने भी इमरान खान की निंदा की थी.
महिलाओं के खिलाफ बढ़ती यौन हिंसा के लिए प्रधानमंत्री रहते हुए इमरान खान ने पहनावे को जिम्मेदार माना था और महिलाओं को नसीहत दी थी कि वे परंपराओं का पालन सुनिश्चित करें. इस पर पलटवार करते हुए विपक्षी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की सीनेटर शेरी रहमान ने कहा था कि महिलाएं क्या पहनें, यह बताने का किसी को अधिकार नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री ऐसा कर रहे हैं, इस से हैरान हूं. उन्होंने इमरान खान पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ऐसा कह कर महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले और उन का दमन करने वालों की हरकतों को जायज ठहरा रहे हैं.
इमरान खान ने रेप और यौन हिंसा के बढ़ते मामलों को ले कर सरकार की योजना के संबंध में संसद में कहा था कि समाज को खुद को अश्लीलता से बचाना होगा. अश्लीलता के बढ़ने का असर होता है. हर इंसान में विल पावर नहीं होती और सभी के पास खुद को कंट्रोल करने की ताकत नहीं होती.
इमरान खान के महिला विरोधी बयानों का कई अधिकारवादी संगठनों ने विरोध किया था. इस में पाकिस्तान मानवाधिकार संगठन वार अगेंस्ट रेप और पाकिस्तान बार काउंसिल शामिल थे. यहां तक कि देश की मीडिया ने भी इसे असंवेदनशील बताया था. वहीं जानीमानी पत्रकार मेहर तरार ने प्रधानमंत्री को शिक्षित होने की नसीहत देते हुए इसे यह सत्ता का विकृत अमानवीय पहलू बताया था.
यह भी दिलचस्प है कि सियासी जिंदगी के पहले इमरान खान की जिंदगी बेहद खुली नजर आती है. ब्रिटेन की मशहूर औक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ा यह शख्स 1970 और 1980 के दशक के दौरान लंदन के एनाबेल्स और ट्रैंप्स जैसे नाइट क्लबों की पार्टियों में निरंतर मशगूल होने के कारण सोशलाइट के रूप में भी मशहूर रहा. सुजाना कांसटेनटाइन, लेडी लीजा कैंपबेल जैसे नवोदित युवा कलाकारों और चित्रकार एम्मा सार्जेंट के साथ इमरान खान के रोमांस ब्रिटेन में बेहद चर्चित रहे हैं और बाद में यह भी सामने आया कि सीता व्हाइट कथित रूप से उनकी नाजायज बेटी की मां बनीं. अमेरिका में एक न्यायाधीश ने इस की पुष्टि भी की और टीरियन जेड व्हाइट को इमरान खान की बेटी बताया था, हालांकि इमरान खान इस से मुकर गए थे.
इंगलैंड की जेमिमा गोल्डस्मिथ के साथ इमरान खान का पहला निकाह हुआ था, जो नौ साल के रिश्ते के बाद जून, 2004 में टूट गया. इस के बाद उन का निकाह रेहम खान से हुआ जो तकरीबन 10 महीने चला. इमरान खान ने तीसरी शादी अपने से बहुत कम उम्र की लड़की से की है.
इमरान खान के प्रधानमंत्री रहते 2020 में पाकिस्तान का मोटरवे रेप केस चर्चित हुआ था जिस ने देश को झकझोर दिया था. आधी रात को एक महिला को कार से खींच कर उस के बच्चों के सामने बलात्कार किया गया था. वहीं पुलिस अधिकारी ने इस घटना के लिए महिला को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि 3 बच्चों की मां को रात में अकेले अपनी गाड़ी में नहीं निकलना चाहिए था.
बहरहाल, इमरान खान की निजी जिंदगी और सियासी सोच में बहुत अंतर नजर आता है. देश की कट्टरपंथी ताकतों का विश्वास अर्जित करने के लिए इमरान खान ने महिला अस्मिता और आजादी को बाधित करने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी.