इन दिनों क्षेत्रीय सिनेमा तेज रफ्तार से प्रगति की ओर अग्रसर है. दक्षिण भाषी सिनेमा तो अब ‘पैन इंडिया’ हो गया है. ऐसे में भला भोजपुरी सिनेमा कैसे पीछे रह सकता है. भोजपुरी सिनेमा को आकाश की उंचाईयों तक पहुंचाने के लिए तमाम लोग प्रयासरत हैं. दर्शकों तक भोजपुरी सिनेमा को पहुंचाने के हर विकल्प पर काम किया जा रहा है.
पहले भोजपुरी फिल्में केवल सिनमाघरो में ही देखी जा सकती थी. फिर टीवी पर भी देखना संभव हुआ. कई भोजपुरी टीवी चैनल आ गए और अब भोजपुरी के पहले ओटीटी प्लेटफार्म यानी कि ओटीटी मोबाइल ऐप का भी आगाज हो चुका है.
जी हां! अब तक भोजपुरी का अपना कोई ओटीटी प्लेटफार्म नहीं था, जिस पर भोजपुरी भाषा में बनी फिल्में और वेब सीरीज देखी जा सकें. लेकिन अब संदीप बंसल द्वारा अभय सिन्हा की मदद से भोजपुरी भाषी पहला ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘चौपाल’’ शुरू किया गया, जिसे सत्रह मई की शाम मुंबई में तमाम भोजपुरी सर्जकों व कलाकारों की मौजूदगी में लांच किया गया. जिसे भोजपुरी गायक,अभिनेता व उत्तर पूर्व दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने 35 करोड़ भोजपुरियों का बहुप्रतीक्षित सपना पूरा होने की संज्ञा दी.
मनोज तिवारी ने भोजपुरी भाषा में बालते हुए कहा- ‘‘हम सभी भोजपुरी सिनेमा से जुड़े हुए कलाकार सोच रहे थे कि कब हमारा अपनी भाषा का ओटीटी प्लेटफार्म आएगा.मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि कोई भोजपुरी ओटीटी प्लेटफार्म इससे पहले शुरू हुआ या नहीं. लेकिन पहली बार तरीके से भोजपुरी के ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘चौपाल’’ की आज शुरूआत हो रही है. यह हम सभी के लिए खुशी की बात है. यह 35 करोड़ भोजपुरियों के लिए गर्व की बात है.
अब हमें लग रहा है कि कुछ बड़ा काम हो रहा है. पूरे विश्व में भोजपुरी की दुनिया है. वास्तव में भोजपुरी दुनिया कितनी बड़ी है, इसकी कहानी अभी तक किसी ने कही ही नहीं है. लोग डाक टिकट पर मरने के बाद आते हैं. हम तो अभी जिंदा हैं, मगर भोजपुरी कलाकार के नाते नीदरलैंड देश के डाक टिकट पर हम हैं. ऐसा इसलिए हुआ क्योकि हमने कुछ तो अच्छा काम किया होगा.
रितेश पांडे, अरविंद कल्लू, दिनेशलाल यादव, रवि किशन सभी लोग भोजपुरी की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं. हम लोगों ने कुछ खास नहीं सिर्फ रिसर्च का ही काम किया है. जब मैं वाराणसी विश्व विद्यालय में पढ़ रहा था तभी किसी ने मुझे बता दिया था कि भोजपुरी ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आकाश छुआ जा सकता है. आज भी उस आसमान को छूना बाकी है.
अगर पूरी दुनिया के सिनेमा से सिर्फ भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में ही छा जाने का अवसर बचा है. भोजपुरी की महिमा बढ़ती ही जा रही है. अब तो गूगल ने भी भोजपुरी को स्वीकार कर लिया है. आप गूगल में किसी भी भाषा में लिखकर उसका भोजपुरी अनुवाद पा सकते हैं. अभय सिन्हा ने ‘चौपाल’ के लिए ‘धरतीपुत्र’ वेब सीरीज में अभिनय करने का आदेश दिया है. मेरी समझ में नहीं आ रहा है कि मैं समय कैसे निकालूंगा, मगर मैं आप सभी के साथ हूं.’’
वास्तव में संदीप बंसल ने कुछ समय पहले पंजाब में ‘पिटारा मूवीज’ नामक कंपनी शुरू की थी. जिसके तहत उन्होने पंजाबी फिल्मों का निर्माण शुरू किया. फिर उन्होंने इसी कंपनी के ही तहत पंजाबी और हरियाणवी भाषा में ओटीटी प्लेटफार्म ‘चौपाल’’ शुरू किया, जिसे वहां पर जबरदस्त सफलता मिली. अब उसी का विस्तार करते हुए संदीप बंसल ने भोजपुरी के मशहूर फिल्म सर्जक अभय सिन्हा के संग मिलकर भोजपुरी भाषा में ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘चैपल’’ शुरू किया है.
अब इस ऐप पर भोजपुरी भाषी दर्शक भोजपुरी फिल्में और वेब सीरीज भी देख सकेंगे. हालांकि, इस ऐप पर पहले से ही 500 से अधिक घंटे का भोजपुरी कंटेंट उपलब्ध है. लेकिन अब यह भोजपुरी में भी आ गया है. भोजपुरी ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘चौपाल’’ की शुरूआत पवन सिंह की मुख्य भूमिका वाली वेब सीरीज ‘प्रपंच‘ से हुई है.
वेब सीरीज ‘प्रपंच’ में पवन सिंह, साबिहा अली खान (शहनूर), जफर वारिस खान, शाहीबा जफरी, बृज भूषण शुक्ला और विनीत विशाल मुख्य भूमिका में नजर आएंगे. ‘प्रपंच’ की कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है. इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक मध्य श्रेणी का मासूम सा लड़का जीवन की परिस्थितियों के कारण अपराधी बन जाता है.
लेकिन अफसोस की बात यह रही कि इस मौके पर स्वयं पवन सिंह नदारद रहे. बताया गया कि वह शूटिंग में व्यस्त हैं. यह बात लोगों के गले नहीं उतरी. लोगों ने फुसफुसाते हुए कहा भी कि जिस शख्स की पहली वेब सीरीज से उसकी अपनी भाषा के ओटीटी प्लेटफार्म की लांचिंग हो रही हो, वह खुद गायब हो जाए, इसे कदापि सही नहीं कहा जा सकता.
बहरहाल,भोजपुरी ओटीटी प्लेटफार्म ‘‘ चौपाल’’ के लांच के अवसर पर भोजपुरी अभिनेता विनय आनंद, अरविंद अकेला कल्लू, रितेश पांडे, यश मिश्रा, अभिनेत्री रानी चटर्जी, आम्रपाली दुबे, काजल राघवानी, शहर अफसा,अनारा गुप्ता आदि न सिर्फ मौजूद रहे बल्कि अपने अपने विचार भी रखे.
इस समारोह में संदीप बंसल ने कहा कि उनका मकसद दर्शकों तक नए नए विषयों पर आधारित मनोरंजक कार्यक्रम ले जाना ही है. उन्हाने आगे कहा-‘‘आज ‘चौपाल’ भोजपुरी का लांच होना हमारे लिए गर्व की बात है. क्योंकि हम पिछले तीन वर्ष से इसे आप सभी के बीच लाने के लिए प्रयासरत थे. चौपाल से जुड़े हर व्यक्ति का एक ही मकसद है कि क्षेत्रीय भाषा में बनने वाले हर कंटेंट को विश्व के कोने कोने तक पहुंचाया जाए.
हमारे ऐप की आसान तकनीक और भोजपुरी की विषाल कंटेंट लायब्रेरी के जरिए लोग कहीं भी कभी भी मनोरंजन ले सकेंगे.’’
इस अवसर पर रितेश पांडे अभिनीत मौलिक वेब सीरीज ‘लंका में डंका’ का प्रोमो भी दिखाया गया. इसकी अद्भुत कहानी है. जिसमें एक दीवाना प्रेमी (रितेश पांडे) अपनी प्रेमिका (प्रियंका) की खुशी के लिए शिक्षा का मंदिर बनवा देता है और हजारो बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल करता है. यह ऐक्शन, ड्रामा, एनर्जी,और एंटरटेनमेंट से भरपूर भोजपुरी वेब सीरीज चौपाल पर रिलीज होंगी.
इसके अलावा मनोज तिवारी की ‘धरती पुत्र’, निरहुआ और आम्रपाली की पूर्वांचल, रवि किशन की ‘पूरब का बेटा’, अरविंद अकेला (कल्लू) की ‘रनबीर‘ और अन्य प्रोजेक्ट्स कलाकार यश मिश्रा, खेसारी लाल यादव, काजल रघवानी के साथ बनायी जा रही वेब सीरीज आएंगी.
इस कार्यक्रम में अभय सिंहा ने कहा -‘‘भोजपुरी प्रेमी अपने फोन में ‘चौपाल‘ ऐप डाऊनलोड कर इसका सब्सक्रिप्शन प्लान्स एक्टिव कर भोजपुरी में शानदार मनोरंजन पा सकते हैं.भारत मे फिलहाल चौपाल के 3 प्लान्स एक्टिव हैं.
पहला मोबाइल प्लान 99 रुपए प्रति माह का है. इसे सब्सक्राइबर अपनी मन पसंद फिल्म या वेब सीरीज अपने स्मार्ट फोन या एक स्क्रीन पर देख सकता है. यह प्लान स्टैण्डर्ड डेफिनिशन (कंटेंट क्वालिटी) को सप्पोर्ट करता है.
दूसरा प्रीमियम प्लान 799 रुपए वार्षिक है. इसमें दो स्क्रीन (चाहे वो स्मार्ट फोन हो, टेबलेट हो, टीवी हो या फिर लैपटॉप) एक समय पर चलाई जा सकती हैं.यह प्लान हाई डेफिनिशन (कंटेंट क्वालिटी) को सप्पोर्ट करता है.
तीसरा फैमिली प्लान 999 रुपए वार्षिक है. इस वार्षिक प्लान में एक साथ तीन स्क्रीन पर कंटेंट देखा जा सकता है. यह प्लान भी हाई डेफिनिशन (कंटेंट क्वालिटी) को सप्पोर्ट करता है.
वहीं ‘यशी फिलम्स’ के अभय सिन्हा ने ‘चौपाल’ के साथ भागीदारी की है. इस बारे में उन्होंने कहा-‘‘हमें चौपाल के प्रोडक्शन पार्टनर होने पर बेहद गर्व है. हमारा उद्देश्य भोजपुरी में विश्वस्तरीय कंटेंट बनाना और उसे चौपाल के माध्यम से केवल देश ही नहीं बल्कि दुनिया के हर कोने तक पहुंचाना है.’’
इस समारोह में भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े हर फिल्म सर्जक व कलाकार ने भोजपुरी इंडस्ट्री के जमकर गुणगान गाए. सभी ने भोजपुरी इंडस्ट्री में जबरदस्त एकता होने का दावा किया. अभिनेता रितेश पांडे ने तो यहां तक कह दिया कि भोजपुरी संस्कृति में ‘विश्व बंधुत्व’ की भावना है. भोजपुरी समाज हर इंसान को अपना भाई ही मानता है.
मगर इस समारोह में जबरदस्त विरोधाभास नजर आया. भोजपुरी सिनेमा के दिनेशलाल यादव निरहुआ, पवन सिंह के अलावा अभिनेता व गोरखपुर से सांसद रवि किशन सहित कई दिग्गज नदारद रहे. रवि किशन की गैर मौजूदगी पर चुटकी लेते हुए अभिनेता व कार्यक्रम के संचालक अवधेश मिश्रा ने मनोज तिवारी की तरफ देखते हुए कहा- ‘‘एक म्यान में दो तलवारें नहीं रह सकती.’ ’ इस कार्यक्रम का संचालन अभिनेता अवधेश मिश्रा के साथ ही दिव्यंका ने भी किया.