राजधानी दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 इलाके में रविवार देर रात एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर कार से बाइक टच भर होने के विवाद में युवक की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई. मृतक युवक की पहचान योगेश (20 )के रूप में हुई. वह चिल्ला गांव में परिवार के साथ रहते थे.
शुरुआती तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि योगेश का भाई यहां प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती है. रात के समय योगेश अपने दोस्त अमन के साथ भाई को देखने आए थे. वहीं से वह भाई के लिए जूस, पानी और स्नैक्स लेने मार्केट चले गए. यहां आचार्य निकेतन मार्केट में एक नामी डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर उनकी बाइक सफेद रंग की एक आई20 कार से हल्की सी टच हो गई. इसी बात को लेकर योगेश की कार सवार युवकों से कहासुनी हो गई.
झगड़ा बढ़ा तो कार के अंदर से निकले एक युवक ने योगेश पर ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दीं. हमलावर ने पांच राउंड गोलियां चलाईं, जिनमें से तीन योगेश को लगीं. इसके बाद हमलावर कार में बैठकर फरार हो गए.
रविवार रात करीब सवा 11 बजे जब यह वारदात हुई, योगेश के साथ उसका एक भाई समेत दो और लोग थे. योगेश के भाई ने बताया कि कार सवार युवकों ने पहली गोली उसी की तरफ चलाई थी. वो किसी तरह बच गया. इसी बीच योगेश ने हमलावर को रोकने की कोशिश की तो उसने योगेश पर ही गोलियां बरसा दीं. योगेश तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे. दो साल पहले ही शादी हुई थी.
CCTV में दिखी कार और आरोपी
पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है. डीसीपी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि कार सवार हमलावरों की संख्या 2-3 थी. पुलिस को आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से कार और एक आरोपी की फुटेज मिल गई है. पुलिस रोड रेज और पार्किंग विवाद के साथ साथ दूसरे एंगल को ध्यान में रखकर भी जांच कर रही है.
जितनी तेरी उम्र है उतने मेरे ऊपर केस हैं… और गोलियों से भून डाला
फेज-1 के चिल्ला गांव में सोमवार की सुबह से ही मातम का माहौल था. हर किसी की जुबान पर यहां रहने वाले योगेश का ही जिक्र था, जिसकी रविवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. सुबह योगेश के घर के ज्यादातर पुरुष सदस्य जहां मॉर्चरी में योगेश की लाश का पोस्टमॉर्टम करवा के बॉडी लेने गए थे, वहीं घर पर महिलाओं का तांता लगा हुआ था.
योगेश तीन भाई बहनों में सबसे बड़े थे और इसीलिए पिता चौधरी नरेंद्र ने कम उम्र में ही उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी डाल रखी थी. दो साल पहले ही उनकी शादी नीरज से हुई थी. उनकी डेढ़ साल की एक बेटी भी है. योगेश के चाचा विनोद कुमार ने बताया कि योगेश ग्रैजुएशन करने के साथ-साथ पिता के प्रॉपर्टी के बिजनेस में भी उनका हाथ बंटा रहे थे. उनका छोटा भाई आकाश (18) और सबसे छोटी बहन प्रियंका (12) भी अभी पढ़ाई ही कर रहे हैं.
योगेश की पत्नी ने बताया कि रविवार शाम 6 बजे के करीब वह बाइक लेकर घर से निकले थे. जाते वक्त वह अपनी पत्नी को कहकर गए थे कि रात को रोटी घर आकर ही खाऊंगा. घर लौटकर उन्हें मंदिर में ज्योत भी जलानी थी.
नीरज ने बताया कि जब रात 10:30 बजे तक भी योगेश घर नहीं आए, तो उन्होंने फोन करके पूछताछ की. योगेश ने बताया कि वह अस्पताल में भर्ती अपने कजिन का हालचाल जानने गए हैं और थोड़ी देर में आ जाएंगे. योगेश देर तक घर नहीं लौटे, तो घरवाले परेशान हो उठे. वो लगातार योगेशन का फोन मिलाते रहे, लेकिन फोन नहीं मिला. करीब दो घंटे बाद दो पुलिसवालों ने घर पहुंचकर बताया कि योगेश का एक्सिडेंट हो गया है और वह अस्पताल में भर्ती है.
अस्पताल पहुंचने पर घरवालों को पता चला कि योगेश का मर्डर किया गया है. योगेश के कजिन मनीष नागर ने बताया कि एक गोली योगेश की पैंट की जेब में रखे उसके मोबाइल को तोड़ती हुई उसके पैर में जा लगी थी, इसीलिए उसका फोन बंद हो गया था.
पहले दोस्त पर की थी फायरिंग, योगेश बीच में आए तो ले ली जान
योगेश (21) नाम के जिस युवक की 4 गोलियां मारकर हत्या की गई, उस घटना के चश्मदीद ने बताया कि आरोपी ने पहली गोली उसी की तरफ चलाई थी, लेकिन वो किसी तरह बच गया और गोली उसे नहीं लगी. इसी बीच योगेश ने उसे रोकने की कोशिश की, तो उसने योगेश पर ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं और फिर आरोपी अपने दोस्तों के साथ कार में बैठकर फरार हो गया. वे लोग सफेद रंग की आई-20 कार में सवार होकर आए थे. जिसके बाद चश्मदीद और उसके साथ मौजूद एक अन्य दोस्त मिलकर योगेश को अस्पताल ले गए थे.
रविवार रात सवा 11 बजे के करीब जिस वक्त यह वारदात हुई, उस वक्त योगेश के साथ उसका एक कजिन अमन और किराएदार गोलू भी साथ थे. वारदात के चश्मदीद अमन के मुताबिक, रात को वे लोग घटनास्थल के पास स्थित कुकरेजा हॉस्पिटल में भर्ती अमन के रिश्तेदार के हालचाल जानने के लिए गए थे. रात को जूस और स्नैक्स लेने के लिए वे लोग योगेश की बाइक से पास की चौबीस घंटे खुली रहने वाली एक ग्रॉसरी शॉप पर गए थे. बाइक योगेश ही चल रहा था.
अमन ने बताया कि शॉप पर पहुंचने के बाद गोलू सामान खरीदने के लिए अंदर चला गया और वह योगेश के साथ बाहर बाइक पर ही रुके रहे. तभी एक कार आकर रुकी. बाइक से सटा कर खड़ी की. योगेश ने थोड़ी आगे या पीछे खड़ी करने को कहा. इसी बात को लेकर योगेश की उन लोगों के साथ बहस हो गई. उनमें से एक शख्स ने यह कहकर योगेश को धमकी भी दी कि जितनी तेरी उम्र नहीं है, उतने केस मेरे ऊपर चल रहे हैं. कार में सवार दोनों लड़के बाहर निकल कर योगेश और अमन से झगड़ने और हाथापाई करने लगे फिर फायरिंग शुरू कर दी.
शॉप की वजह से सुरक्षा पर उठे सवाल
युवक की हत्या के बाद इस इलाके के लोग सुरक्षा को लेकर कईं तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. सबसे ज्यादा सवाल चौबीस घंटे खुली रहने वाली उस ग्रॉसरी शॉप को लेकर ही उठ रहे हैं, जिसके बाहर यह वारदात हुई. इलाके के लोगों के साथ-साथ मृतक के परिजनों, रिश्तेदारों और मार्केट के अन्य दुकानदारों का भी कहना है कि जब से यह शॉप खुली है, तब से इस इलाके की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो गया है, क्योंकि रात 1 बजे के बाद अक्सर वहां ऐसे लड़कों का जमावड़ा लगा रहने लगा है, जो आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और छोटी सी बात पर मरने मारने को उतारू हो जाते हैं. इसी वजह से लोग भी रात को बाहर जाने से डरने लगे हैं. हालांकि पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि रात को पुलिस की बाइक सवार टीमें इस इलाके में कईं राउंड चक्कर मारती रहती हैं.