अगर गर्लफ्रैंड को बनाना चाहते हैं दुल्हन तो जानें, कोर्ट मैरिज के लिए जरूरी डौक्यूमेंट्स

एक लड़का एक लड़की से प्यार और उसे शादी तक ले जाना हो तो, उनके लिए एक ही रास्ता है वो है कोर्ट मैरिज. अब इसके लिए जरूरी है कि आपको कुछ डौक्यूमैंट्स की भी जरूरत पड़ सकती है.

कोर्ट मैरिज करने से पहले सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है विवाह करने वाले जोड़ा अनमैरीड होना चाहिए. भारत का कानून साफ तौर पर दो विवाह करने अथवा एक पत्नी के रहते दूसरा विवाह करने की आजादी बिल्कुल भी नहीं देता है और इसे कानूनी तौर पर अपराध माना जाता है. इसलिए कोर्ट सबसे पहले यह छानबीन करता है कि क्या कोर्ट मैरिज करने की इच्छा रखने वाला यह कपल पहले से कहीं मैरीड तो नहीं है.

कोर्ट मैरिज करने का प्रोसेस होता है जिसे भारत के नियमों और कानूनों के माध्यम से पूरा किया जाता है. कोर्ट मैरिज का प्रभाव और इसकी मान्यता पूरे देश भर में होती है देश के किसी भी कोने में कोर्ट मैरिज द्वारा जारी किए गए मैरिज सर्टिफिकेट को मान्यता दी जाती है तथा इसके आधार पर महिला और पुरुष दोनो के भविष्य के हितों की रक्षा भी की जाती है.

इसलिए कोर्ट मैरिज करते समय अच्छी जांच और परख होती है और अच्छी जांच और परख के लिए अलगअलग तरग के डौक्यूमेंट की जरूरत होती है इसलिए कोर्ट मैरिज करने के लिए कुछ डाक्यूमेंट्स  जरूरी होते हैं. आज हम अपने इस आर्टिकल में इसपर बात करेंगे कि कोर्ट मैरिज करने के लिए कौन से डौक्यूमेंट बहुत जरूरी होते हैं. 6 ऐसे जरूरीरी डौक्योमेंट होते है. जो मैरीज के वक्त काम आते है.

एप्लीकेशन फौर्म

यह कोर्ट मैरिज करने का पहला स्टेप होता है. इसके माध्यम से आप विवाह के अधिकारी को अपनी कोर्ट मैरिज करने की इच्छा को जाहिर कर सकते हैं. इस फौर्म के लिए कुछ फीस भी रखी जाती है

पासपोर्ट साइज फोटो

ऐसे महिला और पुरुष जो कोर्ट मैरिज करना चाहते हैं, उनके पासपोर्ट साइज के चार फोटो होना पास जरूरी होता है. एप्लीकेशन फौर्म भरते समय भी एक एक फोटो लगते है तथा उसके साथ ही तीन और फोटो की जरूरत पड़ती है इसलिए कोर्ट मैरिज का प्रोसेस में शामिल होने वाले युवक और व्यक्तियों को चार फोटो जरूरी रूप से अपने साथ ले जाने चाहिए.

पहचान प्रमाण पत्र

कपल की पहचान सुनिश्चित करने के लिए कोर्ट को कोर्ट मैरिज के इच्छुक जोड़े के पहचान पत्र की आवश्यकता होती है. इसमें आधार, कार्ड, वोटर कार्ड शामिल होता है. अगर पहचान पत्र उपलब्ध न हो तब पहचान पत्र की जगह पर ड्राइविंग लाइसेंस अथवा पासपोर्ट को भी मान्यता मिलती है.

कोर्ट मैरिज की फीस

कोर्ट मैरिज करने के लिए हर राज्य में अलग-अलग फीस है यह फीस ₹500 से लेकर ₹1000 के बीच आपको कोर्ट मैरिज का चार्ज देना होता है.

मार्कशीट

कोर्ट मैरिज करने के लिए मार्कशीट का उपयोग बर्थ प्रूफ के ओप्शन के रूप में किया जाता है.  इससे शादी के इच्छुक कपल की लीगल ऐज का सही सही पता चलता है. इसलिए कोर्ट मैरिज करते समय 10वीं की मार्कशीट को वरीयता दी जाती है.

शपथ पत्र

कोर्ट मैरिज करने से पहले शादी के इच्छुक कपल को एक शपथ पत्र जमा करना होता है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें