दो महीने से भी कम समय में हैदराबाद में दूसरी बार एक शख्स की बीच सड़क पर बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस दौरान आस-पास लोग तमाशबीन बनकर खड़े रहे और मोबाइल से वीडियो-तस्वीरें उतारते रहे. कुछ ही समय पहले हैदराबाद के अट्टापुर इलाके में दिनदहाड़े एक शख्स की इसी तरह हत्या की गई थी जिससे पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी.
बुधवार को शाम करीब साढ़े सात बजे ओल्ड सिटी में अति व्यस्त मदीना चौराहे के पास भीड़ के बीच एक औटोरिक्शा ड्राइवर ने 35 साल के एक शख्स की चापड़ मारकर हत्या कर दी. आरोपी की पहचान मोहम्मद अब्दुल खाजा (30) के रूप में हुई है जिसने शाकिर कुरैशी नाम के शख्स पर चाकू से कई बार वार किया.
आस-पास गुजरते लोगों ने इस वीभत्स घटना का वीडियो बना डाला लेकिन किसी ने हत्यारे को रोकने और पकड़ने की हिम्मत नहीं की. सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकर अपराधी के बेखौफ होने का सबूत मिलता है क्योंकि घटना वाली जगह से कुछ मीटर की दूरी पर ही पुलिसकर्मी मौजूद थे लेकिन किसी ने खाजा को रोकने की हिम्मत नहीं जुटाई.
एक ट्रैफिक पुलिस ने खाजा को विक्टिम के पास से धक्का देने की कोशिश की लेकिन वह तुरंत ही वहां से पीछे लौट गया. मीरचौक पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर एस श्रीनिवास गौड़ ने कहा कि खाजा ने कुरैशी पर काबू करते हुए उसे जमीन पर गिरा दिया और सड़क किनारे उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने बताया कि दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था.
शुरुआती जांच में सामने आया कि कुरैशी ने खाजा को किराये पर औटोरिक्शा दिया था. खाजा ने किसी दूसरे शख्स को औटो दे दिया था जिससे कुरैशी नाराज हो गया. दोनों विवाद सुलझाने के लिए बुधवार शाम को मिले लेकिन बहस और बढ़ गई. खाजा ने दावा किया कि कुरैशी ने उसे और उसके परिवार को अपशब्द कहे.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि कुरैशी पेशे के एक कसाई भी था, वह अपने साथ एक चापड़ लाया था जिसे खाजा ने छीनकर उसकी हत्या कर दी. वीडियो में खाजा शव को लात मारते हुए दिख रहा है, उसकी शर्ट में खून के धब्बे हैं. वह वीडियो में यह कहते हुए सुना जा रहा है कि अगर उसे फांसी दे दी गई तो भी उसे कोई चिंता नहीं.
इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और आरोपी को हिरासत में ले लिया. दोनों चंचलगुड़ा के निवासी बताए जा रहे हैं. साउथ जोन के डेप्युटी कमिश्नर अंबर किशोर झा ने कहा कि वह आरोपी से पूछताछ कर और जानकारी निकाल रहे हैं. पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि एक कॉन्स्टेबल के तत्काल ऐक्शन से आरोपी घटनास्थल से 10 मिनट में पकड़ लिया गया जबकि वीडियो में पुलिस के कथन का विरोधाभास करता है.