हाल ही में पाकिस्तान में इमरान खान पर सरकारी शिकंजे के साथसाथ 2 और खबरें भी सुर्खियों में बनी हुई थीं. पहली खबर यह थी कि भुखमरी झेल रहे इस देश में एक ऐसा एटीएम है, जो गिनीज वर्ल्ड रिकौर्ड में इसलिए दर्ज है, क्योंकि वह दुनिया में सब से ऊंचाई पर बना हुआ है. कुछ लोग इस एटीएम को ‘सैल्फी एटीएम’ भी कहते हैं. वजह, जो लोग इस एटीएम से पैसे निकालने जाते हैं, वे उस के साथ एक सैल्फी ले कर सोशल मीडिया पर जरूर पोस्ट करते हैं.
दरअसल, चीन और पाकिस्तान के बीच एक जगह है, जिसे खंजराब दर्रे की सीमा कहा जाता है. यह जगह बर्फीली पहाड़ियों से घिरी हुई है. यह एटीएम इसी जगह पर 4,693 मीटर की ऊंचाई पर बना है.
दूसरी खबर यह थी कि 17-18 मार्च, 2023 की रात को जम्मूकश्मीर के सांबा जिले में इंटरनैशनल बौर्डर से सटे रामगढ़ सैक्टर में एक तेंदुआ पाकिस्तान से भारत की सरहद में घुस आया था. इस की जानकारी मिलते ही सुरक्षा गार्डों ने रामगढ़ के सांबा में अलर्ट जारी कर दिया था. साथ ही, जंगल महकमे की टीमों को तेंदुए की तलाश में लगा दिया गया था.
इस तेंदुए वाली खबर के बाद सोशल मीडिया पर भारतीय लोगों ने मजे लेने शुरू कर दिए थे. पाकिस्तान की चरमराती अर्थव्यवस्था की तुलना करते हुए एक यूजर ने कहा था, ‘यहां तक कि पाक में जानवरों को भी खाद्य संकट का सामना करना पड़ रहा है’, तो दूसरे यूजर ने कहा था, ‘अब जानवर भी पाकिस्तान को पसंद नहीं करते.’
एटीएम और तेंदुए की खबरों के बीच अब उस खबर को खंगालते हैं, जिस ने पाकिस्तान में ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं, जिस से वहां पैसे और भोजन के संकट पर पूरी दुनिया में बात हो रही है.
यह मामला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके इमरान खान और उन की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ और वर्तमान सरकार के टकराव से जुड़ा है. हुआ यों कि हाल ही में पाकिस्तान पुलिस ने इमरान खान के तकरीबन एक दर्जन नेताओं पर तोड़फोड़, सिक्योरिटी वालों पर हमला करने को ले कर कड़ा ऐक्शन लिया था.
पुलिस ने पद से हटाए गए प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सुनवाई के दौरान अदालत परिसर के बाहर हंगामा करने में शामिल होने के आरोप में आतंकवाद निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत रविवार, 19 मार्च, 2023 को मामला दर्ज किया था.
दरअसल, इमरान खान तोशाखाना मामले की सुनवाई में पेश होने के लिए लाहौर से इसलामाबाद आए थे और उस दौरान इसलामाबाद न्यायिक परिसर के बाहर उन के समर्थकों और सिक्योरिटी वालों के बीच झड़प हुई थी.
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच शनिवार, 18 मार्च, 2023 को हुई झड़प के दौरान 25 सिक्योरटी वाले घायल हो गए थे, जिस के बाद अवर जिला व सत्र न्यायाधीश जफर इकबाल ने सुनवाई 30 मार्च, 2023 तक के लिए स्थगित कर दी थी.
इसी बीच पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी ने केंद्र में सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डैमोक्रेटिक मूवमैंट को चुनाव की तारीखों पर बातचीत करने का प्रस्ताव दिया था, ताकि इस साल होने वाले चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से निबट जाएं.
दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश को आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों से निकालने के लिए सभी दलों के ‘राजनीतिक नेतृत्व’ को मिलने की दावत दी थी. इस के बाद इमरान खान ने ट्विटर पर संदेश दिया था कि वे ‘लोकतंत्र के लिए किसी से भी बात करने के लिए तैयार हैं.’
इमरान खान और पाकिस्तान की सरकार में छिड़ी यह जंग आगे क्या रूप लेगी और इस का वहां के सियासी माहौल पर क्या और कितना असर पड़ेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, पर जरा उस तोशाखाना मामले पर भी नजर डाल लेते हैं, जिस के चलते इमरान खान का राजनीतिक कैरियर ही खतरे में पड़ता दिख रहा है.
याद रहे कि इमरान खान की सरकार गिरने के बाद इसी तोशाखाना मामले में उन की संसद की सदस्यता चली गई थी. चुनाव आयोग ने इस को ले कर बाकायदा सुनवाई की थी, लेकिन इमरान खान की दलीलों से संतुष्ट नहीं होने पर पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी के चेयरमैन की सदस्यता रद्द कर दी गई थी.
दरअसल, तोशाखाना पाकिस्तान कैबिनेट का एक महकमा है, जहां दूसरे देशों की सरकारों, राष्ट्रप्रमुखों और विदेशी मेहमानों द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहारों को रखा जाता है. नियमों के तहत किसी दूसरे देशों के प्रमुखों या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को तोशाखाना में रखा जाना जरूरी है.
इमरान खान साल 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे. उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे. उन्हें कई यूरोपीय देशों के राष्ट्रप्रमुखों से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे, जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था, लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया. इस पूरी प्रक्रिया को उन की सरकार ने बाकायदा कानूनी इजाजत दी थी.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इमरान खान ने 2.15 करोड़ रुपए में इन गिफ्टों को तोशाखाना से खरीदा था और इन्हें बेच कर 5.8 करोड़ रुपए का मुनाफा कमा लिया था. इन गिफ्टों में एक ग्राफ घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पैन, एक अंगूठी और 4 रोलैक्स घड़ियां भी थीं.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इमरान खान को सत्ता से हटाए जाने के कुछ महीनों बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ सांसदों ने नैशनल असेंबली के अध्यक्ष राजा परवेज अशरफ ने सामने एक आरोपपत्र दायर किया था. इस में इमरान खान पर आरोप लगाए गए थे कि जो गिफ्ट उन्हें मिले, उस का ब्योरा तोशाखाना को नहीं सौंपा गया था. उन्हें बेच कर पैसे कमाए गए.
पाकिस्तान के स्पीकर ने इस मामले में जांच कराई, जिस के बाद इमरान खान को नोटिस मिला था. उन्होंने इस नोटिस का जवाब दिया था और कहा था कि प्रधानमंत्री रहते हुए मिले 4 गिफ्टों को उन्होंने बेच दिया था. बाद में वही गिफ्ट इमरान खान के गले की हड्डी बन गए और तोशाखाना ने उन का खाना खराब कर दिया.