कंगना रानौत के पदचिन्हों पर चल रही है ये भोजपुरी एक्ट्रेस

पिछले कुछ समय से भोजपुरी फिल्म इडस्ट्री में आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. खेसारी लाल यादव को लेकर मूलतः गुजराती भाषी मगर भोजपुरी फिल्मों की सफल अदाकारा काजल राघवानी के साथ साथ अभिनेता चिंटू पांडे तथा उनके पिता व निर्देशक राज कुमार आर पांडे ने कई तरह के बयान जारी किए हैं.

इन बयानों के बीच ‘मिस दिल्ली’ व ‘मिस हरियाणा’ का खिताब जीत चुकी मुजफ्फरपुर, बिहार निवासी मॉडल, गायक व अभिनेत्री पलक प्रसाद ने खेसारीलाल यादव का पक्ष लेते हुए एक प्रेस कांफ्रेंस में भोजपुरी इंडस्ट्री के कई काले राज उजागर कर डाले.

इस प्रेस काफ्रेंस में पलक प्रसाद ने भोजपुरी इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री काजल राघवानी पर बहुत गहरे आरोप लगाने के साथ ही भोजपुरी के कुछ दूसरे लोगो के काले राज उजागर करते हुए कहा- ‘‘हमारे भोजपुरी के कलाकार और उत्तर प्रदेश तथा बिहार के दर्शक बहुत ही अच्छे हैं. इन्होंने गुजराती अभिनेत्री काजल राघवानी की भोजपुरी फिल्में भी पसंद की.

जबकि कुछ दिन पहले ही गुजरात में बिहार और उत्तर प्रदेश के निवासियों को बेवजह परेशान किया जा रहा था. तब भी हमारे भोजपुरी कलाकारों व दर्शकों ने काजल राघवानी का विरोध नही किया. कभी यह नही कहा कि गुजराती होने के कारण उन्हे भोजपुरी फिल्में नही करनी चाहिए. और न ही काजल की फिल्मों को सिनेमाघरों में रिलीज होने से ही रोका. लेकिन कल तक काजल राघवानी,अभिनेता खेसारीलाल यादव के संग गलबहियां कर रही थी,पर उनसे ब्रेकअप होते ही काजल राघवानी ने खेसारी लाल के संबंध में काफी अपशब्द कहे हैं.

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जबकि खेसारीलाल यादव व पवन सिंह ने काजल के कैरियर को आगे बढ़ाने में काफी मदद की. लेकिन वह तो एहसान फरामोश निकली.’’

काजल के एक बयान पर सवाल उठाते हुए पलक प्रसाद ने आगे कहा- ‘‘लेकिन काजल ने एक इंटरव्यू में कहा है-‘मैं गुजराती हूं, मेरे अंदर इंसानियत है. मैं हर जगह जाती हूं. हर इंसान से प्यार से बात करती हूं.’ काजल राघवानी के इस तरह के इंटरव्यू की वजह मेरी समझ से परे है. काजल राघवानी भोजपुरी कलाकारों के ब्रेकअप की खबरे फैलाने के अलावा कई तरह के गंदे बयानबाजी कर रही हैं.

मैं उनके बयानों को दोहराना नहीं चाहती. मैं तो चाहती हूं कि काजल राघवानी को बैन कर देना चाहिए.’’ पलक प्रसाद को इस बात से भी नाराजगी है कि महज काजल राघवानी का साथ देने के लिए अभिनेता चिंटू पांडे के पिता व निर्देशक राज कुमार आर पांडे ने खेसारी लाल यादव को ‘छक्का’ कहा. पलक प्रसाद ने बताया कि कैसे हाल ही में चिंटू पांडेय के पिता राज कुमार पांडेय ने खुद को प्रताड़ित करने का इमोशनल ड्रामा किया.

वह कहती हैं-‘‘मुझे समझ में नही आता कि किसी को ‘छक्का’ कहकर यह लोग भोजपुरी के बच्चों को क्या सिखाना चाहते हैं. इतना ही नही चिंटू पांडे एक तरफ कहते हैं कि वह अपने चाचा को कभी कोई अपशब्द नहीं कहते.

जबकि सभी जानते हैं कि वह अपने चाचा से कहते हैं कि,‘तुम सठिया गए हो’.क्या अपने बड़ों से बात करने का यही सलीका है? चिंटू पांडे की बातें सुनकर तो भोजपुरी का हर बच्चा अपने चाचा व ताउ को ‘सठिया गए हो’ कहेगा. इस तरह कुछ लोग हमारे उत्तर प्रदेश व बिहार के लोगों को गलत संस्कृति व गलत भाषा सिखा रहे हैं. यह सभी कलाकार भोजपुरी भाषा की फिल्मों में काम कर अपना पेट भरते हैं. शानोशौकत की जिंदगी जीते हैं, मगर भोजपुरी फिल्मों की हर जगह बुराई करते नजर आते हैं. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को गंदी बताते है.मुझे ऐसे लोगों से खास नाराजगी है.’’

पलक प्रसाद आगे कहती हैं- ‘‘हमारी भोजपुरी फिल्मों से जुड़े लोगों के चाल चलन के ही चलते भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री बदनाम है. यह कलाकार अपने फायदे के लिए एक दूसरे के साथ प्यार का खेल खेलते हैं. जब किसी मुकाम पर पहुंच जाते हैं, तो एक दूसरे को बुरा बताने लगते हैं. और भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को गंदगी से भरी बताने लगते हैं. चिंटू पांडे व उनके पिता राजकुमार आर पांडे की हरकतों के चलते मुझे निराशा हुई. पता नहीं क्यों राजकुमार पांडे, काजल राघवानी के समर्थन में दूसरों को बदनाम कर रहे हैं. राज कुमार पांडे जैसे घटिया लोगों की वजह से हमें भी गलत बातें सुनने को मिलती है. इन घटिया लोगों की वजह से ही हम अपना सिर नीचा करके चलते हैं. अफसोस की बात यह है कि भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में बिहारी ही बिहारी के दुश्मन बने हुए हैं.’’

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पलक प्रसाद का सपना रियालिटी शो ‘बिग बॉस’का हिस्सा बनना है. जिसे वह अवश्य हासिल करना चाहती हैं. उनका दावा है कि उनकी निजी जिंदगी के काफी उथल पथल हो चुका है. वह कहती हैं- ‘‘मैं किसी से नही डरती. कम से कम सच कहने से बिलकुल नही डरती. भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम हावी है. मैं सोचती हूं कि मैं आगे चलकर कंगना रानौत बन सकती हूं. उनकी ही तरह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की शेरनी बनना चाहती हूं.’’

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