Suicide Story: पत्नी से शराब पीने से रोका तो तेजाब पी कर दी जान

Suicide Story: गुस्सा, लालच और हवस, ये 3 ऐसी भावनाएं हैं जो इनसान को उस की असली पहचान से दूर ले जाती हैं. इस के असर में आ कर इनसान सहीगलत की पहचान भूल जाता है और ऐसे फैसले कर बैठता है जो न केवल उस की जिंदगी को, बल्कि उस के अपने और आसपास के लोगों की जिंदगी को भी बरबाद कर देता है. यही बातें इनसान को मौत के मुंह तक पहुंचा देती हैं, तो कभी उसे अपनी ही जान लेने पर मजबूर कर देती हैं.

ऐसा ही कुछ हुआ उधना के मफत नगर में रहने वाले 60 साल के श्यामराव भाई मणिक बोड़से के साथ, जो सिक्योरिटी गार्ड का काम करते थे. उन्होंने तेजाब पी कर अपनी जान दे दी. इस गलत कदम से उन्होंने न सिर्फ अपनी जिंदगी खत्म कर ली, बल्कि अपने परिवार के बारे में भी एक बार नहीं सोचा.

मीडिया खबरों के मुताबिक, खुदकुशी की वजह उन की पत्नी से होने वाला विवाद था. उन की पत्नी अकसर उन्हें शराब पीने पर डांटती थी और इसी बात से परेशान हो कर उन्होंने यह फैसला लिया. श्यामराव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और लंबे समय से अपने परिवार के साथ उधना में रह रहे थे.

इस घटना से एक बात साफ समझ आती है कि गुस्सा इनसान की सोचनेसमझने की ताकत को छीन लेता है. अगर श्यामराव एक पल के लिए ठहर कर अपने परिवार के बारे में सोचते, तो शायद उन्हें यह कदम उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ती. आखिर इस खुदकुशी करने से उन्हें हासिल क्या हुआ? वे चाहते तो शराब की लत छोड़ कर अपने परिवार के साथ चैन और सुकून से जी सकते थे, लेकिन उन्होंने अपनी जान दे कर सबकुछ खत्म कर दिया. सच तो यह है कि अगर कोई इनसान शांत मन से एक बार सोच ले कि उस के जाने के बाद उस की पत्नी और बच्चों पर क्या गुजरेगी, तो शायद वह कभी खुदकुशी करने जैसा कदम नहीं उठाएगा. Suicide Story

Bollywood Interview : शराब की पूरी बोतल अकेले पी जाती हैं गोविंदा की पत्नी

Bollywood Interview : आज के समय में शराब का सेवन करना कोई बड़ी बात नहीं है. शराब को इन दिनों सोशल ड्रिंक माना जाता है और आज की जनरेशन वैसे भी सोशल होने के लिए इन सब चीजों का सहारा लेती है. एक समय था जब सिर्फ लड़के ही शराब पीते थे, लेकिन अब ऐसा समय आ गया है कि लड़कियां भी लड़कों के साथ कदम से कदम मिला कर चलती हैं. और तो और वे शराब के साथसाथ सिगरेट भी पीती हैं.

हम ने कई बार देखा और सुना है कि बौलीवुड में कई पार्टीज होती हैं जिन में कई ऐक्टर्स और ऐक्ट्रैसेस शराब, सिगरेट और न जाने कौनकौन से नशे करते हैं. इसी के चलते हाल ही में बौलीवुड के मशहूर ऐक्टर गोविंदा (Govinda) की पत्नी सुनीता आहूजा (Sunita Ahuja) का एक इंटरव्यू सामने आया है जिस में उन्होंने बताया कि उन्हें शराब पीना बेहद पसंद है और कई बार तो वे अकेले ही पूरी बोतल पी जाती हैं.

जी हां, कुछ दिनों पहले बौलीवुड ऐक्टर गोविंदा (Govinda) की पत्नी सुनीता आहूजा (Sunita Ahuja) ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें शराब पीना बहुत पसंद है, लेकिन वे हर रोज शराब नहीं पीती हैं, बल्कि वे उस दिन शराब पीती हैं जब वे अधिक खुश होती हैं. इसी के साथ ही सुनीता ने शराब का अपना फेवरेट ब्रैंड भी बताया. उन का फेवरेट ब्रैंड है ब्लू लेबल (Blue Label). उन्होंने कहा कि, ‘मैं सिर्फ संडे के दिन ही शराब पीती हूं, क्योंकि उस दिन मेरा चीट डे होता है’.

जब गोविंदा (Govinda) की पत्नी सुनीता आहूजा (Sunita Ahuja) से जब पूछा गया कि वे अपना जन्मदिन कैसे सैलिब्रेट करना पसंद करती हैं तो उन्होंने बताया कि वे अपना जन्मदिन अकेले सैलिब्रेट करना पसंद करती हैं.

उन्होंने बताया, “मैं ने पूरी जिंदगी अपने बच्चों की देखभाल में निकाल दी, लेकिन अब वे बड़े हो गए हैं इसलिए अब मैं खुद के साथ समय बिताना पसंद करती हूं. मैं अपने हर जन्मदिन पर अकेले ही घर से निकलती हूं और कभी मंदिर तो कभी गुरुद्वारा जाती हूं और जैसे ही रात के 8 बजते हैं तो बोतल खोल लेती हूं.”

आखिरकार जो भी हो, शराब का सेवन हमारे स्वास्थय और समाज के लिए काफी हानीकारक है को जितना हो सके हमें शराब, सिगरेट और अन्य सभी हानीकारक पदार्थों से दूर रहना चाहिए.

Alcohlic : मेरे पति शराब के अलावा चरस गांजे का भी नशा करते हैं

Alcohlic : अगर आप भी अपनी समस्या भेजना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें..

सवाल –

मेरे शादी को अभी कुछ ही समय हुआ है और शादी के समय मेरे ससुराल वालों ने मुझसे और मेरे घरवालों से यह बात छिपाई थी कि मेरे होने वाले पति कोई भी नशा नहीं करते और इसी शर्त पर मैं उनके साथ शादी करने के लिए मानी थी. शादी के बाद मेरे कुछ दिन तो बिल्कुल अच्छे निकले लेकिन अब मुझे धीरे धीरे पता चला है कि मेरे पति ना सिर्फ शराब (alcohlic) पीते हैं बल्कि चरस गांजा तक पीते हैं और इसी वजह से वे अक्सर अपने दोस्तों के साथ देर रात तक बाहर रहते हैं और उनकी इन आदतों के बारे में उनके घरवालों को भी पता था. जब मैंने उनके इस बारे में बात की तो उन्होनें पहले तो मेरी बात का ठीक से जवाब नहीं दिया पर उसके बाद उन्होनें साफ कह दिया कि हां मैं यब सब चीज़ें करता हूं. ऐसे में अब हमारे रोज लड़ाई-झगड़े होते हैं और मैं इस लड़ाई-झगड़ों से परेशान आ चुकी हूं. मेरा अपने पति के साथ रहने का बिल्कुल मन नहीं करता. मुझे क्या करना चाहिए ?

जवाब –

अक्सर मां-बाप शादी के समय अपने बच्चों की खामियां उनके ससुराल वालों से छिपा जाते हैं जो कि बेहद गलत है. हमें सबसे पहले अपने बच्चों की सारी अच्छी बुरी आदतें उनके होने वाले लाइफ पार्टनर से डिस्कस करनी चाहिए क्यूंकि अक्सर घर टूटने और तलाक की वजह यही बातें होती है.

लड़के के मां-बाप को लगता है कि शादी के बाद जिम्मेदारी आने पर लड़का अपने आप सुधर जाएगा या उसकी पत्नी उसे सुधार देगी पर वह इस बात को नहीं समझते कि शादी के बाद भी अगर उनका लड़का नहीं सुधरा तो आने वाली लड़की की जिंदगी भी खराब हो सकती है.

आपके केस में आपसे आपके पति की बुरी आदतें छिपाई गई हैं जो कि बिल्कुल गलत है. आपको सबसे पहले अपने सास-ससुर के पास जाना चाहिए और उन्हें उनके बेटे की सारी आदतों के बारे में बताना चाहिए. हो सकता है कि उन्हें अपने बेटे की सारी आदतों का ना पता हो या फिर उन्हें लगता तो कि अब उनका बेटा सुधर गया है. आप अपने सास-ससुर को बताएं कि आपके समझाने के बावजूद आपके पति नशे नहीं छोड़ रहे.

अगर आपके सास-ससुर के समझाने पर आपके पति समझ जाते हैं तो अच्छी बात है लेकिन अगर आपके पति फिर भी नहीं सुधरते तो आप अपने पति को धमकी दे सकती हैं कि अगर उन्होनें नशों की बुरी आदतें नहीं छोड़ी तो आप उन्हें छोड़ कर चली जाएंगी. ऐसे में उनको डराने के लिए आप 3-4 दिन या एक हफ्ते के लिए अपने मायते रहने चले जाइए जिससे कि आपके पति को एहसास हो कि वे जो कर रहे हैं वे बिल्कुल गलत है और इससे उनका घर कभी नहीं बस सकेगा.

अगर आपके पति नशे छोड़ना चाहते हैं और वे चाह कर भी नशे (alcohlic) नहीं छोड़ पा रहे तो आप उन्हें किसी अच्छे डौक्टर के पास ले कर जाएं ताकि उन्हें नशे छोड़ने में मदद मिल सके.

व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या इस नम्बर पर 9650966493 भेजें.

शराब का शबाब

ड्रग्स और सिगरेट की तरह शराब भी जानलेवा होती है पर शराब के व्यापारियों को इस साजिश में विशेषज्ञता हासिल है कि उन्होंने लगभग सारी दुनिया में इस जानलेवा नशे को रोजमर्रा के जीवन की जरूरत बनवा दिया है. हाल यह है कि भारत जैसे पुरातनपंथी देश में भी बच्चों के जन्मदिन के मौकों पर अब बड़ों को खुलेआम शराब परोसना फैशन या शान नहीं, बल्कि जरूरत समझी जाती है.

आयरलैंड ने शराब के कुप्रभावों के प्रति अपने देशवासियों में जागरूकता फैलाने की मुहिम शुरू की है. वहां शराब के विज्ञापनों पर पाबंदी लगा दी गई है. दुकानों में शराब का सैक्शन अलग बनाया जा रहा है और शराब की बोतल पर हैल्थ वार्निंग का स्टिकर चिपकाया जाना जरूरी कर दिया गया है. शराब न केवल कैंसर, किडनी के रोगों के लिए जिम्मेदार है, बल्कि शराब पी कर गाड़ी चलाने यानी ड्रंक ड्राइविंग करने के कारण दुर्घटना हाने की आशंका प्रबल हो जाती है.

सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश में कहा था कि देश में हाईवे के दोनों तरफ 500 मीटर के भीतर शराब की दुकान न हो ताकि सड़क पर वाहन चलाते समय शराब के ठेके ड्राइवरों को ललचाएं नहीं. इस से कोई बड़ा फर्क पड़ा हो, इस का आंकड़ा तो नहीं है पर कम से कम शराब की लटकी बोतलें अब रास्ते में नहीं दिखतीं. कहने वाले कहते रहें कि शराब जोशीला ड्रिंक है पर असल में इस में कुछ भी जोश नहीं है. यह शरीर के लिए किसी तरह भी लाभदायक नहीं.

शराब कंपनियों ने जबरदस्त प्रचार के बल पर इसे घरघर पहुंचाया है. उन्होंने फिल्म कंपनियों को मुफ्त शराब दे कर, उन्हें हर मौके पर शराब की बोतलें खुलवाते दिखा कर, इसे मान्यता दिला दी है. पानी की जगह शराब को पीते दिखा कर शराब कंपनियां भरपूर कमाई कर रही हैं. सरकार चुप है क्योंकि उसे टैक्स मिलता है और सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत.

शराब का शिकार इस का सेवन करने वाले ही नहीं, बल्कि उन के परिवार की औरतें और बच्चे भी होते हैं. परिवार की आमदनी शराब में बह जाती है और घर की शांति भी. शराब के चलते दुर्घटना होने या गंभीर बीमारी होने से मौत हो जाए, तो और ही मुसीबत होती है. आयरलैंड की सरकार ने एक एनजीओ के दबाव में अपने देश में अच्छा कदम उठाया है पर शराब कंपनियों से टकराना आसान नहीं है. शराब आज तकरीबन सारी दुनिया में शबाब पर है.

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