69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की जूरी ने साल 2021 के विजेताओं की घोषणा कर दी है. घोषणा से पहले, अध्यक्ष और अन्य जूरी सदस्यों ने केन्द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की और उनके समक्ष पुरस्कारों के लिए किए गए चयन को प्रस्तुत किया. केन्द्रीय मंत्री ने परिश्रम के साथ सभी प्रविष्टियों की जांच करने और पुरस्कारों के लिए सर्वश्रेष्ठ का चयन करने के लिए जूरी को धन्यवाद दिया. बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा, “हर श्रेणी की सभी फिल्मों के बीच बहुत कड़ी प्रतिस्पर्धा थी. मेरी बधाई और शुभकामनाएं विजेताओं के साथ हैं. आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म निर्माता है. हमारे पास दुनिया का कंटेंट हब बनने की क्षमता है. यह हमारा समय है. आज हमारी फिल्मों को दुनिया भर में पहचान मिल रही है, चाहे वह बाफ्टा हो या ऑस्कर.”
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के चेयरपर्सन और ज्यूरी मेंबर्स से भेंट हुई और उन्होंने इन अवॉर्ड्स की रिपोर्ट मुझे सौंपी है। फीचर, नॉन फीचर और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा के ऊपर लगभग 430 आवेदन हमें प्राप्त हुए थे।
ज्यूरी मेंबर्स ने सभी फिल्मों को बेहद ध्यानपूर्वक देखा है। सभी को मेरी… pic.twitter.com/qoEZo1Msa1
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) August 24, 2023
जूरी में शामिल रहीं यह शख्सियतें
जूरी में भारतीय सिने-जगत के प्रख्यात फिल्म निर्माता और फिल्मी हस्तियां शामिल थीं. पुरस्कारों की घोषणा केतन मेहता, अध्यक्ष, फीचर फिल्म्स जूरी, वसंत एस साई, अध्यक्ष, गैर-फीचर फिल्म जूरी, यतींद्र मिश्रा, सिनेमा जूरी पर सर्वश्रेष्ठ लेखन द्वारा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर की उपस्थिति में की गई.
इन फिल्मों को मिला सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ को दिया गया है और सृष्टि लखेरा द्वारा निर्देशित ‘एक था गांव’ ने सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार हासिल किया है.
‘द कश्मीर फाइल्स’ को राष्ट्रीय एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जबकि ‘आरआरआर’ को संपूर्ण मनोरंजन प्रदान करने वाली सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार मिला है.
एक्टिंग का सर्वश्रेठ पुरस्कार
अल्लू अर्जुन ने फिल्म पुष्पा (द राइज पार्ट I) में अपने शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार जीता है, जबकि आलिया भट्ट और कृति सैनन क्रमशः ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और ‘मिमी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार की संयुक्त विजेता बनीं हैं.
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार निखिल महाजन को
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मराठी फिल्म ‘गोदावरी’ के लिए निखिल महाजन को दिया गया. पंकज त्रिपाठी को ‘मिमी’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार और पल्लवी जोशी को ‘द कश्मीर फाइल्स’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है. पंकज त्रिपाठी ने यह पुरस्कार अपने पिता को समर्पित किया है जिनका हाल में निधन हो गया.
विवेक रंजन अग्निहोत्री के निर्देशन वाली ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने राष्ट्रीय एकीकरण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नरगिस दत्त पुरस्कार भी जीता. अग्निहोत्री ने कहा कि वह इस पुरस्कार को आतंकवाद के पीड़ितों खासतौर से कश्मीरी हिंदुओं को समर्पित करते हैं.
आरआरआर को मिले छह पुरस्कार
आरआरआर फिल्म के संगीत निर्देशक एम एम कीरावनी ने ‘पुष्पा…’ के संगीत निर्देशक देवी प्रसाद के साथ सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन का पुरस्कार साझा किया. एसएस राजमौली द्वारा निर्देशित फिल्म ने दर्शकों को भरपूर मनोरंजन प्रदान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म, काला भैरव को सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्व गायक, सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स, सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन और सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का पुरस्कार भी जीता.
संजय लीला भंसाली को सातवीं बार राष्ट्रीय पुरस्कार है
कमाठीपुरा की ताकतवर और प्रतिष्ठित वेश्या पर संजय लीला भंसाली की भव्य बायोपिक ‘‘गंगूबाई काठियावाड़ी’’ ने पांच पुरुस्कार जीते. आलिया भट्ट को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के अलावा भंसाली ने उत्कर्षिनी वशिष्ठ के साथ सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले लेखक और फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ संपादन का पुरस्कार भी जीता. वशिष्ठ तथा प्रकाश कपाड़िया ने इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक और प्रीतिशील सिंह डिसूजा ने सर्वश्रेष्ठ मेकअप कलाकार का पुरस्कार भी जीता.
भंसाली ने ‘कहा, ‘‘मैं उन सभी लोगों के लिए खुश हूं जिन्होंने पुरस्कार जीते है. अच्छे सिनेमा को पहचान मिलती है और सरकार तथा राष्ट्रीय स्तर पर और सम्मानित जूरी से सराहना मिलने पर हमेशा आपको खुशी मिलती है.’’
संजय लीला भंसाली को सातवीं बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है. इसके पहले ‘पद्मावत’, ‘बाजीराव मस्तानी’, ‘मैरी कॉम’, ‘देवदास’ और ‘ब्लैक’ के लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह खुश हैं कि आलिया भट्ट को उनके निर्देशन वाली फिल्म के लिए पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला है. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उनसे बात की है और उन्हें कहा, ‘एक लड़की थी जिसने कहा था, ‘‘सर क्या आप मुझे इस भूमिका के लिए उपयुक्त मानते हैं, मैं नहीं जानती, मैं बहुत घबरायी हुई हूं.’’ अब उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिल रहा है और मैंने उनसे कहा, ‘‘ईश्वर का शुक्रिया, आपका पहला राष्ट्रीय पुरस्कार मेरी फिल्म के लिए है.’’
सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार श्रेया घोषाल को
श्रेया घोषाल ने फिल्म ‘‘इराविन निझाल’’ के लिए अपने गीत ‘‘मायावा छायावा’’ के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका का पुरस्कार जीता. ‘ऑरिजिनल स्क्रीनप्ले’ का पुरस्कार मलयालम फिल्म ‘‘नायट्टू’’ और उसके लेखक शाही कबीर को दिया गया.
मलयालम फिल्म ‘‘मेप्पदियां’’ के निर्देशक को सर्वश्रेष्ठ डेब्यू (नवोदित) फिल्म के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार मिला है. जबकि सामाजिक मुद्दों पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार असमी फिल्म ‘‘अनुनाद-द रेजोनेंस’’ को मिला है.
शूजीत सरकार की बायोपिक ‘‘सरदार उधमसिंह’’ ने सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के साथ ही सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी (री-रिकॉर्डिंग फाइनल मिक्सिंग), सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइन और कॉस्ट्यूम (वस्त्र) डिजाइन का पुरस्कार जीता है.
शूजीत सरकार ने कहा, ‘‘मैं आभारी हूं कि राष्ट्रीय पुरस्कार जूरी ने इसे (फिल्म को) पहचाना, उन्होंने फिल्म को बहुत ज्यादा सम्मान और प्यार दिया है. सरदार उधम जैसे क्रांतिकारी पर फिल्म, जिसमें भगत सिंह और जलियांवाला बाग घटना भी शामिल है और इसे इस तरह पहचान तथा सम्मान मिलता है. हम राष्ट्रीय पुरस्कारों के कारण फिल्मों को याद रखते हैं और हम इन फिल्मों को लंबे वक्त तक भी याद रखते हैं। मैं गौरवान्वित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं.’’
जूरी को फीचर, नॉन फीचर और बेस्ट राइटिंग ऑन सिनेमा के ऊपर लगभग 430 आवेदन हमें प्राप्त हुए थे. थिएटर में 2022 में प्रदर्शित हुई फिल्मों को 2021 के लिए पुरस्कार दिए जाने के बारे में पूछे गए सवाल पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर ने कहा, ‘‘नियमों के अनुसार पात्र फिल्में एक जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक सत्यापित और प्रदर्शित की गईं.’’