सवाल
मैं 23 वर्षीय नौजवान हूं. कुछ दिन हुए हम ने दूसरी कालोनी में घर शिफ्ट किया है. वहां बने पार्क में रोज सुबह वौक के लिए जाता हूं. वहां रोज मैं एक लड़की को देखता हूं. हम सेम टाइम पर पार्क में एंटर करते हैं और लगभग एकसाथ आगेपीछे वौक करते रहते हैं. मुझे वह लड़की पसंद आने लगी है. यहां तक कि रात से ही यह सोच कर खुश होने लगता हूं कि कल पार्क में वह दिखेगी. मैं उस से बात करने से अपनेआप को रोक नहीं पा रहा. लेकिन यह सोच कर खुद को रोक लेता हूं कि उस ने मेरी दोस्ती को न अपनाया या मुझे गलत सम झ लिया तो? समझ नहीं आ रहा क्या करूं?
जवाब
अकसर लड़कों के सामने यह समस्या आती है. आप अच्छी तरह सम झ लीजिए कि लड़की कितनी ही फौरवर्ड और एडवांस हो, अगर दोस्ती करनी है तो लड़के को ही दोस्ती के लिए पहल करनी पड़ेगी. वह लड़की पूरी तरह से आप के लिए अनजान है, इसलिए जरा संभल कर बात करनी होगी. बेहतर यही होगा कि जब लड़की अकेली हो, तभी आप उस से जा कर बात करें. आसपास कोई न हो जिस से वह आप से बात करने में हिचकिचाए नहीं.
जब भी बात करें, पूरे आत्मविश्वास के साथ बात करें. डरडर के बात करेंगे तो लड़की आप को डरपोक सम झेगी और आप की दोस्ती शुरू होने से पहले ही खत्म हो जाएगी. आप यह भी नोटिस करें कि वह आप की बातें सुन भी रही है या नहीं, आप में दिलचस्पी ले रही है या नहीं. ज्यादा मत बोलना. उसे भी बोलने का मौका देना.
ऐसा जरूरी नहीं कि पहली बार की बात में ही वह आप की दोस्त बन जाए. कई बार थोड़ा समय लगता है पर देरसवेर वह आप की दोस्त जरूर बन जाएगी. बातें शुरू होने के बाद उस की तारीफ करना न भूलें. लड़कियों को तारीफ बहुत पसंद होती है. अगर कुछ न सू झे तो उस के कपड़ों, उस की मुसकान की तारीफ करें. जब बात शुरू हो जाए तो आई कौन्टैक्ट बनाएं. मतलब आंखों में आंखें डाल कर बात करें. इस से नजदीकी बढ़ेगी और लड़की को भी अपनापन लगेगा.
तो बस, लड़की से बात करने को तैयार हो जाओ. ऐसा न हो लड़की के सामने आप की बोलती बंद हो जाए. डोंट वरी, आप नौजवान हैं, हिम्मती हैं. लड़की को अगर आप पसंद हैं, तो फिर दोस्ती होने में देर नहीं लगेगी.