सवाल

मैं 30 वर्षीया महिला हूं. शादी के 5 वर्षों बाद काफी इलाज के बाद बच्चा हुआ है. शुरू के कुछ दिन तो मैं स्तनपान कराती रही लेकिन अब ज्यादा दूध नहीं आता है. बच्चे का पेट नहीं भरता, इसलिए रोता है. आखिर में उसे ऊपरी दूध देना पड़ रहा है. बच्चे को मिल्क पाउडर वाला दूध पिलाते वक्त बहुत दुखी होती हूं. हर वक्त उस की सेहत की चिंता सताती रहती है. क्या करूं?

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जवाब

देखिए, सब से पहले तो आप डाक्टर से मिल कर परामर्श लीजिए कि स्तनों में दूध न आने की वजह क्या है. दूध का न आना मां के स्वास्थ्य से जुड़ा होता है, जैसे मोटापा भी शरीर में दूध उत्पादन की प्रक्रिया के धीमा होने का कारण हो सकता है. शिशु के जन्म के समय तनाव, रक्त में लौह तत्त्व के स्तर को भी सीधे दूध के उत्पादन दर से संबंधित माना जाता है. कुछ दवाओं का उपयोग करने से भी यह समस्या हो सकती है.

लेकिन, तब तक आप की समस्या है नवजात शिशु को ऊपरी दूध पिलाने की. देखिए, कई बार मजबूरी हो जाती है कि बच्चे को मां के दूध के बजाय मिल्क पाउडर से बना दूध दिया जाता है. बेबी मिल्क पाउडर तरल दूध को वाष्पीकृत कर के कृत्रिम रूप से बनाया जाता है. यह पूरी तरह से एक नवजात की पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मददगार होता है. मां के दूध का यह सुरक्षित विकल्प है. इस में वे सभी पोषक तत्त्व होते हैं जो एक नवजात शिशु के विकास के लिए जरूरी हैं. यह बच्चे को एनीमिया से बचाने और संक्रमण के खिलाफ लड़ने के लिए मजबूत बनाता है. सो, ज्यादा चिंता न करें. तनावमुक्त रह कर खुशी के साथ अपने बच्चे को बेबी मिल्क पाउडर से बना दूध पिलाएं और उस की देखभाल करने में ध्यान लगाएं.

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