जब पुरुष और महिला  साथ साथ काम करते हैं तब दोनों को जहां एक तरफ सकारात्मक भाव के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, माननीय संबंधों की शुरुआत होती है. वही किन्हीं  हालातों में नकारात्मक घटनाएं भी हमें देखने को मिलती है. जो आगे बड़े अपराधों का रूप ले लेती है और लोगों का जीवन बर्बाद कर देती है. अक्सर हालात कुछ ऐसे बनते हैं कि महिला व पुरुष काम करते करते एक दूसरे के बारे में कुछ ऐसा जान जाते हैं या हासिल कर लेते हैं जो अगर सार्वजनिक कर दिया जाए तो उनके निजी जीवन, सामाजिक जीवन पर गाज बन गिर पड़ता है.

अक्सर इस मामले में महिलाएं प्रताड़ित होती रही हैं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी एक ऐसी ही घटना इन दिनों सुर्खियों में है जहां एक ही स्कूल में पढ़ा रहे पुरुष व महिला शिक्षक के बीच मामला ब्लैक मेलिंग यानी  भय दोहन तक पहुंच गया.

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राजधानी रायपुर  के टिकरापारा पुलिस ने महिला शिक्षिका को भयदोहन  करने के आरोप में एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है. महिला टीचर का बयान  है कि एक दफे भ्रमण  के दौरान शिक्षक ने उसके साथ अपने मोबाइल मे सेल्फी ली थी,  आगे चल कर उसी फोटो को वायरल करने की धमकी देकर अनाप शनाप रुपये  की मांग  करने  लगा था. हजारों रूपए देने के बाद भी कई सालों से  सिलसिलेवार ब्लैकमेल करता रहा . मगर जब पानी सर से ऊपर चढ़ने लगा  तो महिला ने  सहकर्मी शिक्षक की तथाकथित कहानी  अपने परिजनों को बताई  उनका संबल मिलने पर महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक सुरेंद्र टंडन को अपनी गिरफ्त में लेकर सलाखों के पीछे डाल दिया है.

भयदोहन का सच!

शिक्षक के भय दोहन सारी सच्ची कहानी सिलसिलेवार कुछ इस तरह है  जिसे टिकरापारा  थाना प्रभारी व जांच अधिकारी याकूब मेमन बताते है- आरोपी शिक्षक सुरेंद्र टंडन डुंडा स्थित प्राथमिक शाला में पदस्थ है. पीड़िता महिला शिक्षिका भी पहले उसी स्कूल में पदस्थ थी. इसी दरमियान  उनकी जान पहचान हुई और  सोशल मीडिया पर  बातचीत होने लगी. इसी बीच एक दिन शिक्षक सहयोगी शिक्षिका को अपने साथ घूमाने ले गया. जब वो साथ में घूम रहे थे, तभी फोन में शिक्षक ने महिला शिक्षिका के साथ कुछ  सेल्फी ली थी.इसी सेल्फी को शिक्षक सोशल मीडिया में डालकर वायरल कर देने और पूरी बात उसके पति को बता देने की धमकी देता रहता  था. यही नही ब्लैकमेल कर वह महिला से 70 हजार रुपए वसूल  चुका था. पिछले कई दिनों से शिक्षिका इसी बात को लेकर परेशान रह रही थी. पत्नी के परेशान होने की वजह पतिदेव  ने पूछ ली. तब पति के संबल पर पत्नी में थाने में पहुंच अपनी फरियाद प्रस्तुत की और अंततः सहकर्मी शिक्षक को जेल के सीखचों में पहुंचा दिया गया.

दोनों पक्षों की समझदारी

यहां यह बताना बेहद जरूरी है कि आज जब महिला और पुरुष साथ-साथ कदम पर कदम मिलाकर हर एक जगह संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं. शिक्षक के रूप में, दफ्तरों में, शासकीय कार्यालयों में, निजी संस्थानों में ऐसे में पुरुष एवं महिला दोनों को लिए यह आवश्यक है कि अपनी मर्यादा का पालन करें.

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इस संदर्भ में वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ उत्पल अग्रवाल कहते हैं- साथ साथ काम करते हुए पुरुष और महिला दोनों में समझदारी की परम आवश्यकता है.अगर कोई एक पक्ष बहकता है तो दूसरा पक्ष उसे संभाल सकता है. मगर दोनों ही पक्ष अर्थात पुरुष और महिला सीमाओं का अतिक्रमण करते हैं तो आगे चलकर अपराध का घटित होना तय है.

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