अच्छा स्वास्थ्य हर कोई चाहता है, लेकिन आज के तनाव भरे वातावरण में अच्छे स्वास्थ्य की कल्पना करना एक चुनौती से कम नहीं है. अधिकतर लोगों का मानना है कि पौष्टिक भोजन करने से ही शरीर हमेशा स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है, लेकिन यह बात कुछ हद तक ही सही है. क्योंकि कोई भी आहार लेने से पहले व्यक्ति को यह देख लेना चाहिए कि वह जो भोजन खा रहा है, क्या उस को पचाने की शक्ति उस के पास है.

भोजन पचाने का काम अधिकतर व्यक्ति के परिश्रम पर निर्भर करता है. जितनी अधिक वह मेहनत करता है, उतना ही अधिक उसे पौष्टिक आहार लेने की आवश्यकता पड़ती है.

आज के युवा पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक भोजन के बजाय स्वाद को ज्यादा तरजीह देते हैं. नतीजतन, वे कम उम्र में ही आलसीपन और मोटापे के शिकार हो जाते हैं. ऐसे में चाह कर भी वे फिट बौडी नहीं रख सकते. शारीरिक रूप से फिट व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं:

  • आप का एनर्जी लेवल बढ़ता है.
  • शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
  • आप मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं.
  • आप में आत्मविश्वास की भावना बढ़ती है.

खुद को हमेशा चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए डेली वर्कआउट करना बहुत जरूरी है. मुंबई के एलिविंसर फिटनैस केंद्र के ट्रेनर डिसूजा कहते हैं, ‘‘शरीर को फिट रखने के लिए नियमित व्यायाम जरूरी है. साथ ही, खूब पानी पिएं ताकि शरीर के टौक्सिक कण बाहर निकल जाएं. भूखे पेट काम करना सब से अधिक हानिकारक है. खाना 3 बार के बजाय 6 बार खाएं ताकि आप कभी आलसीपन महसूस न करें. अधिकतर युवा दूसरे कार्यों की वजह से वर्कआउट करना छोड़ देते हैं, जिस से उन के शरीर पर बुरा असर पड़ता है. कार्य चाहे कुछ भी हों पर वर्कआउट रोज करना चाहिए.

‘‘कई युवा मोटापे के शिकार होने पर जिम का रुख करते हैं जबकि 18 साल के बाद अगर वे किसी भी प्रकार के वर्कआउट को नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे तो हमेशा स्वस्थ रहेंगे. हर व्यक्ति को 40 से 45 मिनट रोज वर्कआउट करना चाहिए.’’

स्नैप फिटनैस जिम के फिटनैस ट्रेनर शैलेंद्र सावंत 15 साल से इस क्षेत्र में हैं का कहना है, ‘‘मुंबई में 75 फीसदी लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं. उन में महिलाएं कम, पुरुष अधिक हैं. यहां हर युवा हिंदी सिने कलाकार से प्रेरित है और उन के बौडी स्टाइल को खुद भी अपनाना चाहता है. कई बार वे वर्कआउट कम शुरू तो करते हैं पर बीच में छोड़ जाते हैं.

‘‘नियमित वर्कआउट करने से कई बीमारियां नहीं होती है. शरीर का ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिस से भूख लगती है. भोजन में रोटी, सब्जीदाल के साथसाथ प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होनी चाहिए. जंकफूड से हमेशा दूर रहें. हर व्यक्ति  को चुस्त रहने के लिए 40 से 50 मिनट रोज व्यायाम करना चाहिए.

‘‘शरीर के हर भाग के लिए अलग अलग व्यायाम हैं, जिसे ट्रेनर की सहायता से सीखना चाहिए. बौडी मास इंडैक्स के साथसाथ फैट प्रतिशत की जांच भी जरूरी है.’’

शैलेंद्र आगे कहते हैं, ‘‘वर्कआउट करने के बाद कुछ लोगों को शिकायत होती है कि उन का वजन कम नहीं हो रहा है. ऐसे में वे कहते हैं कि व्यक्ति को 1 किलो के वजन पर सिर्फ 1 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए. गाइडलाइन के द्वारा अगर आप सही डाइट लेंगे, तो वजन अवश्य कम होगा और आप चुस्तदुरुस्त रहेंगे. 15-16 साल के युवा भी हलकाफुलका वर्कआउट कर सकते हैं. उन्हें कम उम्र से ही स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए.’’

जब आप इतनी सारी खूबियां अपनी बौडी को फिट बना कर पा लेंगे तो जाहिर है कि लाइफ भी हिट हो ही जाएगी.

कुछ फायदे जो बौडी फिट होने पर मिलते हैं:

    • आत्मविश्वास बढ़ेगा.
    • मानसिक दबाव कम होगा.
    • ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा.
    • शक्ति बढ़ेगी.
    • हृदय मजबूत होगा.
    • ऊंचाई बढ़ेगी.
    • बोन डैन्सिटी अच्छी होगी.
    • मांसपेशियों का विकास सही तरीके से होगा.

 

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