सवाल

मैं पढ़ीलिखी 28 वर्षीया युवती हूं. कुछ सालों पहले कुछ ऐसी स्थितियां रहीं कि मुझे लगने लगा कि मैं डिप्रेशन में जा रही हूं. मैं कुछ नहीं कर सकती लाइफ में. ऐसे में मैं अपनी काउंसलिंग करवाने के लिए डाक्टर के पास जाने लगी. डाक्टर की उम्र 40 साल की होगी. शादीशुदा है, 2 बच्चे हैं उस के. उस की पत्नी भी डाक्टर है. डाक्टर की थेरैपी सेशन से मुझे बहुत फर्क पड़ा. मुझे ऐसा लगने लगा है कि डाक्टर से ज्यादा कोई और मुझे समझ ही नहीं सकता. मुझे डाक्टर से प्यार हो गया है. मैं ने सोच लिया है कि डाक्टर से अपने दिल की बात कह दूंगी. क्या मैं ने जो फैसला लिया है, ठीक है? डाक्टर से अपने प्यार का इजहार कर दूं?

जवाब

डियर, हम यह अकसर कहते हैं कि प्यार कभी भी, किसी से भी, किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन जानतेबूझाते हुए दीवार पर सिर दे मारना या किसी की हंसतीखेलती गृहस्थी में सेंध मारना कहां की समझदारी है?

डाक्टर आप का काउंसलर है. आप का इलाज कर रहा है. आप की समस्या को समझाना, आप को समझाना उस का जौब है, प्रोफैशन है. आप की तरह न जाने और कितने ही पेशेंट उस के पास आते होंगे. अब वह सब के साथ तो प्यार नहीं करेगा न.

वह आप को समझाता है, इसलिए आप उस से प्रभावित हैं. उस की बातें आप को इंप्रैसिव लगती हैं. इसलिए धीरेधीरे आप को डाक्टर से प्यार हो गया है लेकिन इसे इफैचुएशन कहते हैं. आप को अपने दिल को संभालना होगा.

अब आप काफी हद तक संभल चुकी हैं. आप अपनी थिंकिंग पौजिटिव रखिए. शादी के बारे में सोच सकती हैं. शादी नहीं भी करना चाहतीं तो कुछ क्रिएटिव वर्क कीजिए. घूमेंफिरें, यारदोस्तों से मिलिए. डाक्टर का खयाल अपने दिमाग से निकाल देंगी तो सब के लिए अच्छा रहेगा.

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