सैक्स पार्टनर के रिश्ते को मजबूत बनाता है, यह हम सभी जानते हैं. मगर सैक्स ऐसी चीज है जो शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक तनाव को कम करने में भी मददगार होता है. सैक्स आखिर कैसे मेलफीमेल दोनों के लिए फायदेमंद है, इस पर चर्चा के दौरान दिल्ली स्थित सर गंगाराम अस्पताल के डाक्टर अनिल अरोड़ा ने विस्तार से बताया. जिस के मुख्य बिंदु इस तरह हैं-

सैक्स इम्यूनिटी बढ़ाता है : सैक्स पूरे शरीर को प्रभावित करता है. यह दिलदिमाग के साथसाथ रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है. इस से शरीर ऐक्टिव रहता है.

जकड़न से छुटकारा : यदि पार्टनर किसी स्टिफनैस की समस्या से परेशान रहते हों तो सैक्स उन की मदद करता है. दरअसल यह एक ऐसी क्रिया है जिस से शरीर की सभी मसल्स की ऐक्सरसाइज हो जाती है. इस से स्टिफनैस जैसी तकलीफ से भी छुटकारा मिलता है. कोलैस्ट्रौल नियंत्रित रहता है, रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, सर्दीजुकाम की समस्या कम होती है.

पेनकिलर का काम करता है सैक्स : शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द हो तो सैक्स से परहेज न करें, क्योंकि सैक्स करने से दर्द से राहत मिलेगी. यह तनाव भी दूर करता है.

खूबसूरती : यदि दोनों पार्टनर ही खुल कर सैक्स सुख को अपनाते हैं तो इस से उन की खूबसूरती ही नहीं बढ़ती, बल्कि उम्र भी बढ़ती है.

शिथिलता : सैक्स की इच्छा होने पर पुरुष इंद्रिय की ओर रक्तसंचार का प्रभाव बढ़ता है, जिस से इंद्रिय में उत्थान और कठोरता आती है. यदि आप का पार्टनर भय, चिंता, तनाव से परेशान हो तो इंद्रिय की कठोरता समाप्त या फिर कम हो जाती है. ऐसे पार्टनर को मानसिक रूप से नपुंसक कहा जाता है.

मानसिक तनाव : सैक्स मानसिक तनाव को कम करता है. इंद्रिय उत्थान नर्वस स्टिम्युलेशन पर आधारित होता है. सैक्स यहांवहां के स्ट्रैस को कम करता है और सुख की प्राप्ति देता है.

तीखे, गरम, खट्टे का अधिक सेवन :जो लोग अत्यधिक तीखे खट्टे का सेवन करते हैं उन की सैक्स की इच्छा में प्रभाव पड़ता है. सैक्स का पूरी तरह से आनंद उठाने के लिए इन्हें कम करने की जरूरत है.

प्रजनन अंग में रोग : प्रजनन अंग का रोग इंद्रिय उत्थान क्रिया में बाधा डालता है, जिस से पतिपत्नी दोनों ही सैक्स को एंजौय करते हुए समस्या का सामना करते हैं. इस का एक समाधान यह है कि पार्टनर अपने प्राइवेट पार्ट को साफ रखें, फोरप्ले पर जोर दें और आजकल सैक्स टौयज की भरमार है तो इन का इस्तेमाल कर सकते हैं.

सैक्स के दौरान पार्टनर का सहयोग : पार्टनर सैक्स के दौरान पूर्णरूप से सहयोग करे तो सैक्स को चरम पर पहुंचाया जा सकता है. सैक्स में इंटिमेसी दोनों तरफ से होनी जरूरी है. सैक्स में अगर एक शिथिल है तो पूरे सैक्स का मजा किरकिरा हो जाता है. ऐसे में दोनों अगर सहयोग करें तो मजा बढ़ाया जा सकता है.

सैक्स के अच्छे नियम बनाना : कई बार संबंध बनाने के दौरान पत्नी कुछ गैरजरूरी नियम बना लेती है, जैसे लाइट औफ करना, नए तरीके आजमाने के लिए मना करना, जल्दी करो की रट लगाना आदि से भी संबंध बनाने में नाकामी का सामना करना पड़ता है. इस से बढि़या सैक्स में कुछ नया क्या किया जा सकता है- अलगअलग सैक्स पोजीशन, थीम, ड्रैस, रंगबिरंगी लाइट, सैक्स टौयज आदि चीजें हैं जिन से अच्छे सैक्स का आनंद लिया जा सकता है.

पहल करना : परिणय संबंध के लिए फीमेल द्वारा हमेशा मेल की ही बाट जोहना, खुद कभी पहल न करना भी मेल को अच्छा नहीं लगता. बहुत बार पति भी चाहता है कि पत्नी पहल करे. ऐसे में जब महिलाएं पहल करती हैं तो सैक्स में इंटिमेसी दोगुनी हो जाती है.

उत्साह बनाए रखना : सहवास के दौरान पतिपत्नी दोनों को उत्साह के साथ हंसतेबोलते, चुहलबाजी करते हुए सहयोग करना चाहिए. यदि पत्नी ऐसा नहीं करती तो पति को लगता है कि पत्नी केवल औपचारिकता निभा रही है.

आर्गेज्म की परवा न करना : जिस तरह पत्नी चाहती है कि वह सैक्स में पति को पूरी तरह संतुष्ट कर सके, ठीक उसी तरह पति भी चाहता है कि वह पत्नी को पूर्णरूप से संतुष्ट कर सके, मगर यह तभी संभव हो सकता है जब दोनों ही मानसिक व शारीरिक रूप से एकदूसरे से जुड़ कर सैक्स का आनंद लें.
डा. अनिल बताते हैं कि सैक्स की कमजोरी में टेस्टोस्टेरौन का प्रयोग किया जाता है. यानी, पुरुष हार्मोन से इलाज किया जाता है. यह उन रोगियों के लिए ही उपयोगी सिद्ध होता है जिन के शरीर में सचमुच कामोत्तेजना की कमी होती है.

इस तरह सैक्स की नाकामी को दूर कर के सुखद सैक्स जिंदगी जीना आज की भागमभाग वाली जिंदगी के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण है.

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