रात होते ही साधना अपने पति मुकेश की बांहों में आ गई. पर सैक्स के दौरान वह मजा लेने के बजाय किसी चिंता में डूबी हुई थी. दरअसल, आज भी मुकेश ने कंडोम का इस्तेमाल नहीं किया था, जबकि साधना अभी बच्चा नहीं चाहती थी.इस बात पर मुकेश बिफर गया और जल्दी से सैक्स कर के वह मुंह फेर कर सो गया. साधना की चिंता ने आज की रात खराब कर दी.

यह बात सौ फीसदी सच है कि अगर सैक्स करते समय आप को अनचाहा बच्चा ठहरने की चिंता सताने लगती है, तो यह आप के रिश्ते को ग्रहण लगा सकती है, क्योंकि सैक्स शादीशुदा जिंदगी को खुशनुमा बनाने में खास रोल निभाता है.

ऐसे में अगर आप का मर्द साथी कंडोम के इस्तेमाल से बचना चाहता है, तो आप परेशान न हों, क्योंकि आप बेझिझक फीमेल कंडोम यानी औरतों के लिए बना कंडोम इस्तेमाल कर सकती हैं. वैसे भी हमेशा मर्द साथी ही क्यों कंडोम का इस्तेमाल करे, कभी तो आप भी फीमेल कंडोम से सैक्स का मजा लें.इस कंडोम को औरतें सैक्स के दौरान इस्तेमाल कर के खुद को एसटीडी और अनचाहे बच्चे के ठहरने से महफूज रख सकती हैं.

मेल कंडोम की तुलना में फीमेल कंडोम एसटीडी जैसी बीमारियों से बचाने में ज्यादा कारगर साबित हुआ है.जानें फीमेल कंडोम कोयह एक इंटरनल कंडोम है. औरतें इस कंडोम को मर्दों की तरह बाहर से नहीं, बल्कि अंदर पहनती हैं.

यह कंडोम स्पर्म को गर्भाशय में घुसने से रोकने के लिए एक दीवार के रूप में काम करता है. इसे सही तरीके से इस्तेमाल करने पर 95 फीसदी तक अनचाहे बच्चे के ठहरने से बचा जा सकता है.ऐसे करें इस्तेमालइस कंडोम के पैकेट को सावधानी से खोलें.

देखने में यह एक पतले और मुलायम से ढीले फिट होने वाले पाउच  की तरह नजर आता है, जिस के दोनों छोरों पर रिंग होती हैं. बंद सिरे वाली मोटी रिंग वजाइना के अंदर इस्तेमाल की जाती है और कंडोम को जगह पर रखती है. पतली और बाहरी रिंग शरीर के बाहर रहती है, जो योनि को ढकती है. यह कंडोम अलगअलग साइज में भी आता है. इसे इस्तेमाल करते समय सब से पहले आप एक आरामदायक पोजिशन लें.

जैसे आप बैठ जाएं, लेट जाएं या एक पैर टेबल या किसी भी चीज पर टिका लें, फिर अपने अंगूठे और तर्जनी उंगली का इस्तेमाल करते हुए भीतरी रिंग के किनारों को पकड़ें और योनि में डालें. भीतरी रिंग को बिना मुड़े पक्के तौर पर गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंचाएं और बाहरी रिंग एक इंच बाहर ही रहने दें, जिस से आप आसानी से इसे बाद में बाहर निकाल सकें.इसे इस्तेमाल करते समय जल्दबाजी न करें, क्योंकि सही तरीके से फिट करने पर ही आप दोनों पार्टनर सैक्स करने का मजा ले सकते हैं, वह भी बिना किसी टैंशन के. लेकिन बात जब इसे बाहर निकालने की आती है,

तो सावधानी रखें कि स्पर्म कंडोम से बाहर न गिरने पाए. इस के लिए बाहरी रिंग को आराम से पकड़ें व धीरे से घुमाते हुए बाहर निकाल लें और कूड़ेदान में फेंक दें.

ध्यान रखने वाली बातें

* हर बार सैक्स करने से पहले नया कंडोम इस्तेमाल करना चाहिए.

* फीमेल कंडोम को माहवारी, बच्चा ठहरने और बच्चे के जन्म के बाद भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है.

* कंडोम को सैक्स करने के 8 घंटे पहले योनि में डाला जा सकता है

.* औरतों के कुदरती हार्मोन पर इस का कोई बुरा असर नहीं होता. ज्यादा सावधानी के लिए आप गर्भनिरोधक गोलियों के साथ भी इस कंडोम का इस्तेमाल कर सकती हैं.

* मेल कंडोम के मुकाबले फीमेल कंडोम के फटने का खतरा कम होता है, क्योंकि यह योनि में जाने के बाद बहुत ज्यादा टाइट नहीं होता, जबकि मेल कंडोम ज्यादा टाइट होने के चलते कई बार फट जाता है.

* मेल और फीमेल कंडोम एक समय पर इस्तेमाल न करें.अगर किसी चीज के फायदे हैं, तो उस के साइड इफैक्ट भी होते हैं. इस कंडोम के इस्तेमाल से औरतों की योनि और मर्दों के अंग में जलन हो सकती है.

 

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