ऐसा माना जाता है कि शादीशुदा जिंदगी में सैक्स लाइफ अच्छी हो तो शादीशुदा जिंदगी खुशनुमा रहती है. विभिन्न शोधों में यह बात सामने आ चुकी है कि जिन कपल्स की सैक्स लाइफ अच्छी होती है, वे लंबे समय तक स्वस्थ उम्र जीते हैं, लेकिन कई बार दांपत्य जीवन में एक समय के बाद बोरियत आने लगती है. जिंदगी कुछ नीरस सी हो जाती है. कुछ भी नया नहीं होता. हम एकदूसरे से बोर होने लगते हैं. हमारे रिश्ते में बोरियत सी आ जाती है और हम एकदूसरे की परवाह किए बिना अपनी दुनिया में खो जाना चाहते हैं.

हम अपने किसी निर्णय में एकदूसरे की दखलंदाजी को बरदाश्त नहीं कर पाते और आए दिन लड़ाई होने लगती है.

यदि आप की जिंदगी में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो आप को आवश्यकता है अपने रिश्ते को दोबारा निखारने की.

दांपत्य जीवन को लंबे समय तक तरोताजा रखने के लिए सैक्स लाइफ का एक अहम रोल होता है इस के लिए सब से जरूरी है खुद को स्वस्थ एवं हमेशा ऊर्जा से भरा हुआ रखना.

आजकल भागमभाग वाला हमारी जो लाइफस्टाइल है उस में खुद को स्वस्थ रखना किसी चुनौती से कम नहीं. रात को देर से सोना, सुबह देर से उठना, बेवक्त खानापीना, अपना फ्री समय मोबाइल और टीवी के सामने बिताने आदि से हमें खुद को स्वस्थ्य रखने का वक्त ही नहीं मिल पाता और हम 40-45 की उम्र तक खुद को फिट और ऊर्जा से भरा हुआ महसूस नहीं कर पाते जिस का प्रभाव हमारी सैक्स लाइफ पर भी पड़ता है.

कई बार हम पार्टनर की इच्छा को पूरी नहीं कर पाते जिस के कारण हमारे रिश्ते में बोरियत आने लगती है और हमारी सैक्स लाइफ जल्दी खत्म हो जाती है, इसलिए यदि आप अपने रिश्ते को लंबे समय तक खुशनुमा बनाए रखना चाहते हैं तो खुद को स्वस्थ रखें ताकि आप अपने पार्टनर की इच्छा को पूरा कर सकें.

उम्र के हर पड़ाव पर खासकर 40-45 वर्ष के बीच खुद को स्वस्थ एवं हमेशा ऊर्जा से भरा हुआ रखने के लिए शरीर का स्वस्थ होना सब से आवश्यक है ताकि आप असमय होने वाली बीमारियों से दूर रह सकें और अपनी सैक्स लाइफ का लंबे समय तक भरपूर मजा ले सकें. इस के लिए आवश्यक है कुछ बातों को अपनाने या अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाने की ताकि आप के रिश्ते में कभी बोरियत न आए और आप का दांपत्य जीवन हमेशा फ्रैश और खुशियों से भरा रहे.

40 वर्ष की उम्र के बाद सैक्स लाइफ में रोमांच को बनाए रखने के लिए आप को कुछ खास तरीके अपनाने होंगे.

डिटौक्सिफिकेशन

यदि आप 40-45 की उम्र के पड़ाव पर हमेशा सुस्ती का अनुभव करते हैं एवं ऊर्जा से भरा हुआ महसूस नहीं करते हैं तो आप के शरीर को जरूरत है डिटौक्सिफिकेशन की ताकि आप अपने शरीर को स्वस्थ और जवान रख सकें और अपने वैवाहिक जीवन को हमेशा तरोताजा रख सकें.

डिटौक्सिफिकेशन के लिए क्या करें

शरीर के अंदर का डिटौक्सिफिकेशन: डिटौक्स, शरीर और दिमाग को स्वस्थ और तरोताजा रखने की प्रक्रिया है और इस से नई ऊर्जा का संचार होता है, आप की मानसिक तनाव और दूसरी अन्य बीमारियां दूर होती हैं. शरीर को डिटौक्स करने के लिए कुछ खाद्य और पेयपदार्थों का सेवन करना, ज्यादा पानी पीना और हरी सब्जियां खाना बहुत जरूरी होता है, कुछ पदार्थों का त्याग करना पड़ता है जैसे शराब, तले पदार्थ, चीनी, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोसैस्ड फूड आदि के कारण तनाव बढ़ जाता है और यही तनाव शरीर की क्रियाओं के साथसाथ आप की सैक्स लाइफ को भी प्रभावित करता है.

आप अस्वस्थता के चलते 40-45 की उम्र तक अपनी सैक्स लाइफ का भरपूर मजा नहीं ले पाते, आप की सैक्स लाइफ में बोरियत आने लगती है.

बनाएं अपने शरीर को सुडौल: हर वैवाहिक जोड़े की इच्छा होती है कि उस का पार्टनर सुंदर दिखे चाहे औरत हो या पुरुष, इस के लिए हम अच्छे कपड़े, फुटवियर, सौंदर्य का सामान आदि खरीदते हैं और अपना काफी पैसा भी इन पर खर्च कर देते हैं. शादी के बाद तो औरतें सुंदर दिखने के लिए कुछ ज्यादा ही कौंसियस हो जाती हैं और चाहती हैं कि अपने पार्टनर को इंप्रैस और आकर्षित कर सकें. मगर सब के साथसाथ अपने आहार पर भी ध्यान देना होगा और साथ ही नियमित व्यायाम व पर्याप्त नींद भी जरुरी है.

इस के लिए वयस्तता के बीच अपनी उम्र और सेहत के हिसाब से व्यायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाना ही होगा. योग, प्राणायाम और मैडिटेशन हमें सिर्फ बहार से ही नहीं अंदर से भी मजबूत बनाते हैं. उम्र के हर पड़ाव पर खुद को स्वस्थ रखने के लिए योग, मैडिटेशन, साइक्लिंग, मौर्निंग वाक आदि की आदत डालें ताकि आप हमेशा खुद को फिट और ऊर्जा से भरा हुआ रख सकें, मानसिक एवं शारीरिक बीमारियों से दूर

रख सकें.

अपनी उम्र के अनुसार चुनें आहार: हम सभी को चाहे महिला हो या पुरुष अपना खानपान उम्र के अनुसार करना चाहिए खासकर महिलाओं को अपनी डाइट को ले कर सतर्क होना चाहिए क्योंकि उन्हें उम्र के हर पड़ाव पर अलगअलग नूट्रियस हैल्दी डाइट की आवश्यकता होती है एवं घर से ले कर औफिस तक की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है. इस के लिए आवश्यक है कि वे खुद पूरी तरह से फिट और स्ट्रौंग रहें, इस के लिए उन का खानपान सही होना अति आवश्यक है.

40 से 50 की उम्र में महिलाओ के शरीर में हारमोनल बदलाव एवं उन के इंसुलिन लैवल में भी बदलाव आता है. हड्डियों से संबंधित, मेनोपौज एवं और भी कई तरह की समस्याए शुरू होने लगती हैं.

अत: इस उम्र में खानपान के ऊपर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है. इस के लिए ज्यादा फाइबरयुक्त, हरी सब्जिया, कैल्सियमयुक्त डायरी प्रोडक्ट्स, नट्स आदि अपने भोजन में शामिल करने चाहिए.

तनाव को करें कम: महिलाएं हों या पुरुष, दोनों में ही सैक्स क्षमता में कमी का कारण हारमोंस की गड़बड़ी, रोजमर्रा का तनाव और उम्र के साथ घटता ऐनर्जी लैवल है वैसे तो सैक्स तनाव को कम करता है. मगर कई बार रोजमर्रा की जिंदगी की टैंशन और तनाव आप पर इतना हावी हो जाता है कि आप की सैक्स लाइफ को प्रभावित करने लगता है.

इस के लिए आप पर्याप्त नींद ले कर तनाव और चिंता को कम कर के रोजाना योग एवं ध्यान की मदद से अपनी सैक्स की इच्छा को बरकरार रख सकते हैं तथा अपने ऐनर्जी लैवल को बढ़ा सकते हैं.

उपयुक्त कपड़ों का चुनाव करें

सैक्स के समय आप के पार्टनर ने क्या पहन रखा है इस का भी सैक्स लाइफ पर बहुत असर पड़ता है, इसलिए सैक्स के समय सैक्सी कपड़ों का चयन करें ताकि पार्टनर को आकर्षित कर सकें.

कई बार कुछ लोग सैक्स के दौरान अपने आनंद को बढ़ाने के लिए अलकोहल का प्रयोग करते हैं, मगर ध्यान रहे यदि आप थोड़ी मात्रा में इस का सेवन करते हैं तो ठीक है, लेकिन ज्यादा मात्रा में प्रयोग आप की सैक्स लाइफ को प्रभावित करता है, इसलिए किसी भी नशीले पदार्थ से दूरी बनाए रखें.

इस तरह अपनी दिनचर्या में बदलाव कर अपने रिश्ते को बोरियत से दूर रख सकते हैं और उम्र के 40-45 वर्ष के पड़ाव पर सैक्स लाइफ का भरपूर मजा ले सकते हैं अपनी शादीशुदा जिंदगी की गाड़ी को लंबे समय तक तरोताजा एवं खुशियों से भरा रख सकते हैं.

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