अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद लोरेंस बिश्नोई का खतरा इन दिनों फिर से सलमान खान पर मंडरा रहा है. हर दिन लोरेंस का कोई न कोई जाल सलमान के लिए बिछाए जा रहे है. लोरेंस सलमान खान को मारने के पीछे पड़ा हुआ है जो खुद एक बड़ा गैंगस्टर है लेकिन इस गैंगस्टर की भी लव स्टोरी है. जिसके लिए लोरेंस ने पहली बार बंदूक उठाई थी. तो क्या अपनी गर्लफ्रेंड के प्यार में लोरेंस अपराधी बना.
आपको बता दे, कि लोरेंस बिश्नोई का बहुत बड़ा नेटवर्क है. कि वे जेल से बैठकर ही सारे काम कराता है. सलमान खान का मारने की प्लानिंग भी जेल से करता है. आज लोरेंस के नेटवर्क पंजाब, हरियाणा, राजस्थान से लेकर महाराष्ट्र और यूपी तक फैल चुका है. एक बडे गैंगस्टर के रुप में इसकी भी लव स्टोरी रही है. जिसके बाद ये अपराधी बनता चला गया.
स्कूल से शुरु हुआ लोरेंस के प्यार की कहानी
लोरेंस को पहली बार प्यार तब हुआ जब वे केवल 10वी क्लास में पढ़ाई करता था. उसको पहले एक तरफा प्यार हो गया था. इसके बाद लोरेंस ने उस लड़की को अपने दिल की बात बयां की. लड़की का नाम था काजल. काजल भी धीरे धीरे लोरेंस से प्यार करने लगी. उस वक्त लोरेंस अबोहर के कोन्वेंट स्कूल में पढ़ता था. जिसके बाद दोनों ने एक साथ 12वी की पढ़ाई चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से की. दोनों यहां एक साथ एडमिशन लिया. कहा जाता है कि लोरेंस हमेशा अपनी वीआईपी लाइफस्टाइल के लिए चर्चित था, लिहाजा वह जल्द ही लोगों की नजरों में आ जाता था.
लोरेंस को प्यार तो होना ही था क्योंकि शुरुआत के दिनों में कहा जाता है कि लोरेंस बिश्नोई अपराधी किस्म का लड़का तो नहीं था और न ही वह किसी से कोई लड़ाई-झगड़ा करता था. उसका पिता हरियाणा पुलिस में नौकरी करते थे और उनके पास अच्छी-खासी जमीन थी, जिसकी कीमत करोड़ों में थी. ऐसे में लोरेंस बिश्नोई को पैसे-रुपये की भी कोई दिक्कत नहीं थी. वह हमेशा से रईसी की लाइफ जीता था. इसलिए मोहब्बत भी बेइंताह की.
इसके बाद लोरेंस कोलेज पहुंचा. जहां उसने राजनीति में अपना हाथ जमाने की कोशिश की. उसने स्टूडेंट ओर्गनाइजेशन औफ पंजाब यूनिवर्सिटी नाम का एक छात्र संगठन बनाया. जिसे शोर्ट में SOPU कहा जाता था. जब कोलेज में छात्र संघ चुनाव हुए, तो लोरेंस ने भी अपनी किस्मत आजमाई और छात्र संघ अध्यक्ष का चुनाव लड़ा, लेकिन वह चुनाव हार गया.
लेकिन इन चुनावी जंग के बीच लोरेंस की काजल भी आ गई. जब विरोधी चुनाव जीत गया तो दोनों गुटो में जमकर लड़ाई रहने लगी. जिसके बाद लोरेंस बौखला गया और रिवोल्वर खरीद ली. हार के बाद भी लोरेंस बिश्नोई कोलेज में अपना दबदबा बनाना शुरू कर दिया.
चुनाव के बाद आए दिन लोरेंस के गुट और विरोधियों के बीच झड़पें होने लगीं. 2011 में दोनों गुटों में जमकर फायरिंग भी हुई. दोनों गुटों में आपस में काफी झगड़ा शुरु हो गया. इसी दौरान विरोधी गुट ने लोरेंस की गर्लफ्रेंड काजल को भी निशाना बना लिया और कहा जाता है कि विरोधियों ने लोरेंस की गर्लफ्रेंड को आग के हवाले कर दिया था और उसकी गर्लफ्रेंड को जिंदा जला दिया था.
लेकिन इसी घटना ने लोरेंस की दुनिया पलट कर रख दी थी. लोरेंस इस घटना से इतना बड़ा झटका लगा था कि काजल की मौत के बाद लोरेंस अपराध की दुनिया में चला गया. उसने अपनी खरीदी रिवोल्वर से कई छात्रनेताओं की हत्याएं की. लोरेंस पर खालिस्तानी संगठन से जुड़े होने के भी आरोप लगते रहे हैं. वह आम लोगों का समर्थन जुटाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने लगा. उस पर युवाओं को बरगलाने के भी आरोप लगते रहे हैं. तो ऐसे एक पुलिस कांस्टेबल का बेटा पहले प्यार में पड़ा, फिर बना एक बड़ा गैंगस्टर.