सुधीर के बदले व्यवहार से सुधि हैरान थी कि उन्हें क्या हो गया है. वह सोचने के लिए मजबूर थी कि सुधीर के तीखे व्यंग्य कहां उसे भीतर तक छलनी कर देते थे आज वही सुधीर उस के लिए इतने चिंतित क्यों हैं?