गांधी जयंती पर राजघाट पहुंचे अन्ना हजारे ने जनलोकपाल के लिए फिर आंदोलन का ऐलान किया. अन्ना ने एक दिवसीय सत्याग्रह के मौके पर भ्रष्टाचार और लोकायुक्त कानून को लेकर प्रधानमंत्री के नाम पत्र भी लिखा. इसमें उन्होंने अच्छे दिन के वादे से लेकर महिला सुरक्षा, किसानों की दिक्कतें, नोटबंदी और जीएसटी पर सवाल खड़े किए हैं.

सोमवार सुबह सत्याग्रह के बाद शाम तीन बजे अन्ना हजारे महाराष्ट्र सदन में पत्रकारों से रूबरू हुए. उन्होंने बताया कि नए साल के शुरू में वह जनलोकपाल आंदोलन शुरू कर देंगे.

प्रधानमंत्री को पत्र लिखा

अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुएकहा कि देश का प्रधानमंत्री हुए आपको तीन साल हो गए. लेकिन, आप केंद्र में लोकपाल की नियुक्ति नहीं कर पाए. भ्रष्टाचार को समाप्त करने और देश में प्रभावशाली लोकतंत्र प्रस्थापित करने के बारे में कुछ भी कोशिश नहीं हो रही है.

‘केजरीवाल दूर रहें’

अन्ना हजारे ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आंदोलन में शामिल होने के लिए अरविंद मुझसे पूछेगा नहीं और यदि पूछेगा तो मैं उससे कहूंगा कि वह मुझसे पांच कदम दूर रहे. अन्ना हजारे ने बताया कि इस बार आंदोलन में शामिल होने वाले लोग राजनीति में नहीं जाएंगे. जो भी उनके साथ आंदोलन में आएगा, उनको सबसे पहले शपथपत्र देना होगा कि वे राजनीति में नहीं जाएंगे और यदि जाएंगे तो वे उन्हें कोर्ट में घसीटेंगे.

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