एक झूठ को छिपाने के लिए सौ झूठ बोलने पड़ते हैं, फिर भी सच्चाई सामने आ जाती है. यह कहावत सदियों से चली आ रही है. अब इसी को केंद्र में रखकर निर्माता संजीव कुमार व रोहित कुमार तथा निर्देशक गुरप्रीत सोंध ‘‘रंगरेजा फिल्मस’’  के बैनर तले एक हास्य फिल्म ‘‘शादी तेरी बजाएंगे हम बैंड’’ लेकर आ रहे हैं.

फिल्म ‘‘शादी तेरी बजाएंगे हम बैंड’’ की कहानी के केंद्र में दिल्ली में रह रहे शेरसिंह (राहुल बग्गा) और प्रीति (सृष्टि माहेश्वरी) की हैं. शेरसिंह के पिता शमशेर सिंह (मुश्ताक खान) लव मैरिज यानी प्रेम विवाह के सख्त खिलाफ हैं. मगर शेर सिंह अपने दोस्तों गोगा (रोहित कुमार) और बंटी(दिलबाग सिंह) के कहने पर अपने पिता को बताए बिना प्रीति से शादी कर लेता है.

शेरसिंह व प्रीति अपनी शादी के मजे ठीक से लूट पाते उससे पहले ही शमसेर सिंह दिल्ली उनके घर पर आ धमकते हैं. प्रीति को देखकर उनका दिमाग गर्म हो जाता है. फिर शुरू होता है झूठ पर झूठ बोलने का सिलसिला. शेरसिंह ने प्रीति का परिचय गोगो की पत्नी के रूप में करवाता है, पर उसी वक्त गोगो अपनी प्रेमिका गुंजन(आफरीन अल्वी) के साथ पहुंचता है.

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तभी शमशेर ऐलान करते हैं कि उन्होंने अपने बेटे शेरसिंह की शादी के लिए एक खूबसूरत लड़की कोमल भाटी(राधा भट्ट) को पसंद किया है. पर झूठ पर झूठ बोलने के कारण इनके बीच गलतफहमियां इस कदर उलझती हैं कि मसला सेल्फी डौन (राजपाल यादव) तक पहुंच जाता है. अंततः सभी की जिंदगी में खुशियां वापस आ ही जाती हैं.

अपनी इस फिल्म की चर्चा करते हुए निर्देशक गुरप्रीत सौंध कहते हैं - ‘‘हमारी फिल्म में इस बात का रेखांकन है कि सच्चाई छिपाए नहीं छिपती, फिर चाहे जितने झूठ बोलकर छिपाने की कोशिश की जाए. इसके लिए हमने अपनी फिल्म में उन्ही प्रसंगों को वरीयता दी है, जो आए दिन हमारे आस पास की जिंदगी में घटित होते रहते हैं. दलेर मेंहदी द्वारा स्वरबद्ध फिल्म का शीर्षक गीत फिल्म की हाईलाइट्स है. यह फिल्म एक मनोरंजक हास्य फिल्म है.’’

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