लेखक, निर्माता, निर्देशक अनुराग कश्यप इन दिनों मीडिया, फिल्मर्सजकों और दर्शकों पर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं. उनकी राय में फिल्मकार का काम महज सवाल उठाना है. उनका दावा है कि वह सोशल मीडिया पर किसी को भी फौलो नहीं करते. वह सोशल मीडिया पर कुछ भी नहीं पढ़ते, सिर्फ अपनी बात कहने में यकीन रखते हैं. ‘बांबे वेल्वेट’ की असफलता के बाद अब वह नए कलाकारों वाली उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘‘मुक्काबाज’’लेकर आ रहे हैं. 12 जनवरी 2018 को प्रदर्शित होने वाली फिल्म‘‘मुक्काबाज’’को अनुराग कश्यप स्पोर्ट्स और प्रेम कहानी वाली फिल्म मानते हैं. पर इसमें उन्होने जातिवाद सहित कई मुद्दे उठाए हैं.

फैंटम फिल्मस के बिखराव की काफी बातें हो रही है. सच क्या है?

ऐसा कुछ नहीं है. मीडिया में जो भी खबरे छप रही हैं, वह गलत है. किसी भी पत्रकार ने किसी खबर को छापने से पहले सत्यता की जांच नही की. आजकल पत्रकार सूत्र के नाम पर कोई भी खबर छाप देता है.

तो आप बता दें कि सच क्या है?

पिछले डेढ़ वर्ष से मैं और विक्रमादित्य मोटवानी हम दोनो नेटफिलिक्स की वेब सीरीज में व्यस्त हैं. इसी बीच हमने ‘मुक्काबाज’ और उसने ‘भावेश जोशी’ का भी निर्देशन किया. हम दोनों नेटफिलिक्स को मौलिक कंटेंट बनाकर देने के लिए मार्च 2018 तक काफी व्यस्त रहेंगे. फैंटम के अंदर काफी काम हो रहा है, पर बहुत शांति से हो रहा है.

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हम लोग शोर शराबा करके काम करने में यकीन ही नहीं रखते. बाजार में जो अटकलें चलती रहती हैं, हम उन्हे हवा नही देते. विकास अपनी फिल्म बना रहा है. मधु मेंटेना कुछ प्रोजेक्ट डेवलप कर रहे हैं. तो वहीं हमारी कुछ दूसरी फिल्मों पर लगातार काम चल रहा है. हम लोग काफी बड़े बड़े काम कर रहे है, पर सभी काम अभी वर्किंग स्तर पर है. फिलहाल हमारा सारा ध्यान नेटफिलिक्स पर है. यह भारत का पहला बहुत बड़ा व अति महंगा मौलिक सीरीज ‘शिखर गेम’ है. इस सीरीज में सैफ अली खान, नवाजुद्दीन सिद्दिकी, राधिका आप्टे वगैरह हैं. इसके आठ एपीसोड हैं. हर एपीसोड एक घंटे का होगा.

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